पत्रिकाएं, पुस्तकें और उनके लेखक (UPPCS) (भाग – 3)

Total Questions: 50

1. प्रसिद्ध गीत "सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा" की रचना किसने की? [U.P.P.C.S. (Mains) 2004 M.P.P.C.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (c) मुहम्मद इकबाल
Solution:मुहम्मद इकबाल का जन्म 9 नवंबर, 1877 को ब्रिटिश भारत के पंजाब के सियालकोट (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। उर्दू के प्रख्यात शायर तथा पेशे से वकील इकबाल प्रारंभ में महान राष्ट्रवादी थे। 'सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा' गीत इन्होंने ही लिखा था, किंतु बाद में वह मुस्लिम लीग से संबद्ध हो गए।

2. ''मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना'' यह पंक्ति अपनी रचनामे किसने लिखी [U.P.P.C.S. (Mains) 2004 M.P.P.C.S. (Pre) 1999]

Correct Answer: (c) मुहम्मद इकबाल
Solution:मुहम्मद इकबाल का जन्म 9 नवंबर, 1877 को ब्रिटिश भारत के पंजाब के सियालकोट (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। उर्दू के प्रख्यात शायर तथा पेशे से वकील इकबाल प्रारंभ में महान राष्ट्रवादी थे। 'सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा' गीत इन्होंने ही लिखा था, किंतु बाद में वह मुस्लिम लीग से संबद्ध हो गए।

3. ब्रिटिश उपनिवेशवाद' के विरुद्ध भोजपुरी में लोकप्रिय कविता 'फिरंगिया' लिखने वाले कवि का क्या नाम था ? [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2021]

Correct Answer: (a) मनोरंजन
Solution:ब्रिटिश उपनिवेश के दौरान भोजपुरी कविता 'फिरंगिया' के लेखक मनोरंजन प्रसाद सिंह थे। इस कविता पर भारत में प्रतिबंध लगा दिया गया था।

4. मैं अनीश्वरवादी क्यों हूं' शीर्षक की पुस्तिका लिखी गई थी- [U.P.P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (b) भगत सिंह द्वारा
Solution:'मैं अनीश्वरवादी क्यों हूं?' शीर्षक पुस्तिका के लेखक भगत सिंह थे।

5. भारत के स्वदेशी आंदोलन के दौरान लिखे गए गीत 'आमार सोनार बांगला' ने बांग्लादेश को उसके स्वतंत्रता संग्राम में प्रोत्साहित किया और उसे बांग्लादेश ने राष्ट्रीय गान के रूप में अपनाया। यह गीत किसने लिखा था? [I.A.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (d) रबींद्रनाथ टैगोर
Solution:'आमार सोनार बांगला' गीत की रचना वर्ष 1905 में बंग-भंग आंदोलन के दौरान रबींद्रनाथ टैगोर ने की थी। इस गीत का संगीत गगन हरकारा के गीत 'अमी कोथाय पाबो तारे' से प्रेरित है। इस गीत की प्रथम 10 पंक्तियों को वर्ष 1972 में बांग्लादेश ने अधिकारिक तौर पर राष्ट्रगान (National Anthem) के रूप में अपना लिया। इस गीत का अंग्रेजी अनुवाद सईद अली अहसान ने किया है। उल्लेखनीय है कि रबींद्रनाथ टैगोर ने भारत के राष्ट्रगान 'जन-गण-मन' की भी रचना की है। यह विश्व के एकमात्र ऐसे कवि हैं, जिनकी रचनाएं दो देशों में राष्ट्रगान के रूप में अपनाई गई हैं।

6. 'जन-गण-मन' की रचना किसने की ? [U.P.P.C.S. (Pre) 1990]

Correct Answer: (c) रबींद्रनाथ टैगोर
Solution:'आमार सोनार बांगला' गीत की रचना वर्ष 1905 में बंग-भंग आंदोलन के दौरान रबींद्रनाथ टैगोर ने की थी। इस गीत का संगीत गगन हरकारा के गीत 'अमी कोथाय पाबो तारे' से प्रेरित है। इस गीत की प्रथम 10 पंक्तियों को वर्ष 1972 में बांग्लादेश ने अधिकारिक तौर पर राष्ट्रगान (National Anthem) के रूप में अपना लिया। इस गीत का अंग्रेजी अनुवाद सईद अली अहसान ने किया है। उल्लेखनीय है कि रबींद्रनाथ टैगोर ने भारत के राष्ट्रगान 'जन-गण-मन' की भी रचना की है। यह विश्व के एकमात्र ऐसे कवि हैं, जिनकी रचनाएं दो देशों में राष्ट्रगान के रूप में अपनाई गई हैं।

7. गोल्डन थ्रेशहोल्ड' नामक कविता-संग्रह की रचयिता निम्नलिखित में से कौन हैं? [I.A.S. (Pre) 2009]

Correct Answer: (c) सरोजिनी नायडू
Solution:'दि गोल्डन थ्रेशहोल्ड' नामक कविता-संग्रह की रचयिता सरोजिनी नायडू हैं।

8. इनमें से कौन अंग्रेजी में अनूदित प्राचीन भारतीय धार्मिक गीतिकाव्य- 'सॉन्ग्स फ्रॉम प्रिजन' से संबद्ध हैं? [I.A.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (c) मोहनदास करमचंद गांधी
Solution:महात्मा गांधी ने यरवदा जेल में प्रवास के समय प्राचीन भारतीय गीतों का अंग्रेजी अनुवाद 'सॉन्ग्स फ्रॉम प्रिजन' शीर्षक से किया था।

9. 'लैंडमार्क्स इन इंडियन कॉन्स्टीट्यूशनल एंड नेशनल डेवलपमेंट' नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं? [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2007]

Correct Answer: (b) गुरुमुख निहाल सिंह
Solution:'लैंडमार्क्स इन इंडियन कॉन्स्टीट्यूशनल एंड नेशनल डेवलपमेंट' नामक पुस्तक के लेखक गुरुमुख निहाल सिंह हैं। यह वर्ष 1956 से 1962 तक राजस्थान राज्य के प्रथम राज्यपाल थे।

10. कांग्रेस प्रेसिडेंशियल ऐड्रेसेज' के संपादक थे- [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Pre) 2007]

Correct Answer: (a) जी.ए. नटेशन
Solution:'कांग्रेस प्रेसिडेंशियल ऐड्रेसेज' (1935) के संपादक जी.ए. नटेशन (G.A. Natesan) थे। यह पुस्तक दो भागों (Volumes) में प्रकाशित हुई थी, जिसके पहले भाग में 1885 से 1910 तक तथा दूसरे भाग में वर्ष 1911 से 1934 तक के भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्षीय भाषण संकलित थे।