पत्र-पत्रिकाएँ

Total Questions: 50

31. भारतेन्दु युग में निकलने वाली पत्रिका-युग्म है - [UP- TET Exam Ist Paper (I-V), 2017]

Correct Answer: (a) कवि वचन सुधा-हिन्दी प्रदीप
Solution:कवि वचन सुधा का सम्पादन भारतेन्दु हरिश्चन्द्र ने 1867 में तथा हिन्दी प्रदीप पत्रिका का सम्पादन सितम्बर, 1877 में बालकृष्ण अ भट्ट ने प्रयाग से किया था।

32. जयशंकर प्रसाद द्वारा सम्पादित पत्रिका का नाम था- [P.G.T. परीक्षा, 2004]

Correct Answer: (e) (*)
Solution:दिए गये विकल्पों की किसी पत्रिका का सम्पादन जयशंकर प्रसाद ने नहीं किया था। पत्रिकाओं एवं उनके सम्पादक इस प्रकार हैं-कहानी - भैरव प्रसाद गुप्त, इन्दु - अम्बिका प्रसाद गुप्त सरस्वती- महावीर प्रसाद द्विवेदी एवं अन्य तथा ब्राह्मण- प्रताप नारायण मिश्र

33. अज्ञेय किस पत्र के सम्पादक रहे? [P.G.T. परीक्षा, 2011]

Correct Answer: (d) ये सभी
Solution:विशाल भारत, सैनिक तथा दिनमान के सम्पादक सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन 'अज्ञेय' रहे थे। अज्ञेय प्रयोगवाद के अगुवा तथा तारसप्तक के जनक थे।

34. 'प्रतीक' पत्रिका के सम्पादक थे- [G.I.C. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2015]

Correct Answer: (c) अज्ञेय
Solution:प्रतीक पत्रिका के सम्पादक अज्ञेय थे, इन्होंने 1947 ई. से इस पत्रिका का सम्पादन प्रारम्भ किया।

35. दिनमान' और 'प्रतीक' के सम्पादक के रूप में जिन्हें ख्याति प्राप्त हुई, वे हैं- [P.G.T. परीक्षा, 2009]

Correct Answer: (b) अज्ञेय
Solution:प्रयोगवादी कवि अज्ञेय ने दिनमान और प्रतीक पत्रिका का सम्पादन कार्य किया था।

36. 'निम्नलिखित में से एक तथ्य गलत है, वह है- [G.I.C. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2012]

Correct Answer: (c) 'दिनमान' के प्रथम सम्पादक रघुवीर सहाय थे।
Solution:अज्ञेय जी ने 'दिनमान' के प्रथम सम्पादक का कार्य किया। उनकी टीम में समाजवादी सोच के साहित्यकार, पत्रकार थे जिनमें मनोहर श्याम जोशी, रघुवीर सहाय, श्रीकान्त वर्मा तथा सर्वेश्वर दयाल सक्सेना प्रमुख थे। 'अज्ञेय' जी ने जब 'दिनमान' को विदा कहा, तो रघुवीर सहाय 'दिनमान' के सम्पादक बने।

37. 'विशाल भारत' पत्र के प्रथम सम्पादक थे- [G.I.C. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2017]

Correct Answer: (d) पं. बनारसीदास चतुर्वेदी
Solution:'मार्डन रिव्यू' और 'प्रवासी' के सर्वस्व रामानन्द चट्टोपाध्याय ने हिन्दी जनता की सेवा के लिए वर्ष 1928 में 'विशाल भारत' नामक मासिक पत्रिका का प्रकाशन किया, जिसके सम्पादक पं. बनारसीदास चतुर्वेदी थे। इस पत्रिका में विष्णु दत्त शुक्ल, रुद्रदत्त शर्मा, अम्बिका प्रसाद वाजपेयी के महत्त्वपूर्ण लेख प्रकाशित होते थे।

38. 'हंस' का सम्पादन किया- [P.G.T. परीक्षा, 2009]

Correct Answer: (d) इनमें से सभी ने
Solution:मुंशी प्रेमचन्द ने साहित्यिक पत्रिका 'हंस' की स्थापना वर्ष 1930 में बनारस में की थी। प्रेमचन्द मृत्युपर्यन्त (1936 ई.) मासिक रूप से इसे निकालते रहे। मृत्यु के उपरान्त प्रसिद्ध कथाकार जैनेन्द्र तथा प्रेमचन्द की पत्नी शिवरानी देवी संयुक्त रूप से इसके सम्पादक रहे। बाद के वर्षों में इसके सम्पादक शिवदान सिंह चौहान, श्रीपत राय तथा अमृत राय और तत्पश्चात् नरोत्तम नागर रहे।

39. हिन्दी की कालजयी पत्रिका 'हंस' के संस्थापक का नाम है- [G.I.C. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2012, P.G.T. परीक्षा, 2002]

Correct Answer: (b) प्रेमचन्द
Solution:मुंशी प्रेमचन्द ने साहित्यिक पत्रिका 'हंस' की स्थापना वर्ष 1930 में बनारस में की थी। प्रेमचन्द मृत्युपर्यन्त (1936 ई.) मासिक रूप से इसे निकालते रहे। मृत्यु के उपरान्त प्रसिद्ध कथाकार जैनेन्द्र तथा प्रेमचन्द की पत्नी शिवरानी देवी संयुक्त रूप से इसके सम्पादक रहे। बाद के वर्षों में इसके सम्पादक शिवदान सिंह चौहान, श्रीपत राय तथा अमृत राय और तत्पश्चात् नरोत्तम नागर रहे।

40. हंस पत्रिका का प्रकाशन कहाँ से हुआ? [P.G.T. परीक्षा, 2010]

Correct Answer: (b) बनारस
Solution:मुंशी प्रेमचन्द ने साहित्यिक पत्रिका 'हंस' की स्थापना वर्ष 1930 में बनारस में की थी। प्रेमचन्द मृत्युपर्यन्त (1936 ई.) मासिक रूप से इसे निकालते रहे। मृत्यु के उपरान्त प्रसिद्ध कथाकार जैनेन्द्र तथा प्रेमचन्द की पत्नी शिवरानी देवी संयुक्त रूप से इसके सम्पादक रहे। बाद के वर्षों में इसके सम्पादक शिवदान सिंह चौहान, श्रीपत राय तथा अमृत राय और तत्पश्चात् नरोत्तम नागर रहे।