प्रकाश और प्रकाशिकी (भौतिक विज्ञान) (Part-V)

Total Questions: 50

31. एक साधारण आवर्धक ग्लास में निम्न शामिल है : [RRB Group D 28/09/2018 (Evening)]

Correct Answer: (d) छोटी फोकस लंबाई के उत्तल लेंस
Solution:एक साधारण आवर्धक एक अभिसारी लेंस है और लेंस की फोकस लंबाई के अंदर स्थित किसी वस्तु की एक आवर्धित आभासी प्रतिबिंब  बनाता है। साधारण आवर्धक एक उत्तल लेंस है जिसका उपयोग रेटिना पर किसी वस्तु की विस्तृत प्रतिबिंब बनाने के लिए किया जाता है।

32. प्रकाश सबसे अधिक गति से किसमें यात्रा करता है? [RRB Group D 01/10/2018 (Morning)]

Correct Answer: (a) निर्वात
Solution:निर्वात सबसे कम सघन माध्यम है जिसमें प्रकाश के मार्ग में कोई रुकावट नहीं होती है। इसका अपवर्तनांक इकाई के बराबर होता है, अतः निर्वात में प्रकाश की चाल अधिकतम होती है। माध्यम का अपवर्तनांक जितना अधिक होगा, प्रकाश की चाल उतनी ही कम होगी।

33. जब प्रकाश एक सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाता है तो उसकी गति पर क्या प्रभाव पड़ता है? [RRB Group D 01/10/2018 (Evening)]

Correct Answer: (a) बढ़ती है
Solution:प्रकाश का अपवर्तन एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर प्रकाश किरणों के मुड़ने या दिशा परिवर्तन की घटना है। जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम की ओर जाता है तो वह अभिलंब से दूर झुक जाता है।

34. किसी भी माध्यम का पूर्ण अपवर्तनांक सदैव होता है: [RRB Group D 03/10/2018 (Morning)]

Correct Answer: (a) एक से अधिक
Solution:अपवर्तनांक (n): एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर प्रकाश की किरण के मुड़ने का माप (n = निर्वात में प्रकाश की गति / माध्यम में प्रकाश की गति) है। इसका कोई आयाम या मात्रक नहीं है। ऑप्टिकल पदार्थ और उनका अपवर्तनांक (n): निर्वात (1), वायु (1.0003), जल (1.33), कांच (1.5), हीरा (2.42)1

35. जब प्रकाश विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाता है, तो इसकी _______ जाती है। [RRB Group D 03/10/2018 (Afternoon)]

Correct Answer: (c) गति कम हो जाती है
Solution:जब प्रकाश किसी माध्यम से गुजरता है, तो वह मौजूद परमाणुओं और अणुओं के साथ संपर्क करता है। यह अंतःक्रिया प्रकाश और माध्यम के बीच ऊर्जा हस्तांतरण के कारण प्रकाश को धीमा कर देती है।

36. _______ लेंस का उपयोग निकट दृष्टि दोष (मायोपिया) से पीड़ित लोगों द्वारा किया जाता है। [RRB Group D 04/10/2018 (Afternoon)]

Correct Answer: (c) अवतल
Solution:अवतल लेंसः प्रकाश किरणों को अपसरित करता है, जिससे एक छोटा, सीधा, आभासी प्रतिविम्ब बनता है। सिलिंड्रिकल लेंसः दृष्टिवैषम्य (अस्टिग्माटिस्म) निवारण के लिए उपयोग किया जाता है। उत्तल लेंसः हाइपरमेट्रोपिया (दूरदृष्टि दोष) से पीड़ित व्यक्तियों के द्वारा उपयोग किया जाता है। द्विफोकसी लेंस : जरादूरदृष्टि (प्रेसबायोपिया मायोपिया और हाइपरमेट्रोपिया का संयोजन) के निवारण के लिए उपयोग किया जाता है।

37. ________ दर्पण एक ऐसी प्रतिबिंब बनाता है जो हमेशा आभासी, सीधी और वस्तु के आकार के समान होती है। [RRB Group D 05/10/2018 (Morning)]

Correct Answer: (c) समतल
Solution:उपयोग चेहरा देखने के लिए, सोलर कुकर, टॉर्च लाइट। उत्तल दर्पण हमेशा किसी वस्तु की आभासी, सीधा और छोटी प्रतिबिंब बनाता है। अवतल दर्पण दर्पण से वस्तु की दूरी के आधार पर वास्तविक या आभासी प्रतिबिंब बनाता है। समतलोत्तल दर्पण एक प्रकार का दर्पण होता है जिसका एक सतह सपाट और दूसरी सतह ऊभरी हुई होती है। समतलोत्तल दर्पण द्वारा निर्मित प्रतिबिंब उत्तल दर्पण द्वारा निर्मित प्रतिबिंब के समान होती है।

38. एक लेंस के ________ से होकर गुजरने वाली प्रकाश की किरण बिना किसी विचलन के निकल जाएगी। [RRB Group D 09/10/2018 (Afternoon)]

Correct Answer: (d) प्रकाशिक केंद्र
Solution:मुख्य फोकसः यह एक ऐसा बिंदु (मुख्य अक्ष पर) है जहां समानांतर आपतित किरणें, परावर्तित (दर्पण में) या अपवर्तित (लेंस में) होने के बाद मिलती हैं। मुख्य अक्ष: यह एक सीधी रेखा है जो गोलाकार दर्पण के ध्रुव और वक्रता केंद्र से होकर गुजरती है। फोकस दूरी, लेंस के प्रकाशिक केंद्र और मुख्य फोकस के बीच की दूरी है।

39. ________ को एक अभिसारी दर्पण भी कहा जाता है। [RRB Group D 10/10/2018 (Morning)]

Correct Answer: (b) अवतल दर्पण
Solution:यह परावर्तक सतह वाला एक दर्पण है जो गोले के आंतरिक भाग की तरह अंदर की ओर मुड़ा होता है। जब मुख्य अक्ष के समानांतर प्रकाश किरणें अवतल दर्पण से टकराती हैं, तो परावर्तन के बाद वे दर्पण के सामने एक बिंदु पर एकत्रित हो जाती हैं। इस बिंदु को फ़ोकस बिंदु कहा जाता है, और दर्पण से फ़ोकस बिंदु तक की दूरी को फोकस दूरी कहा जाता है।

40. ________ को एक अपसारी दर्पण भी कहा जाता है। [RRB Group D 10/10/2018 (Evening)]

Correct Answer: (b) उत्तल दर्पण
Solution:यह एक गोलाकार दर्पण है जिसकी परावर्तक सतह बाहर की ओर मुड़ी होती है। प्रतिबिम्ब की प्रकृति आभासी, सीधा एवं छोटा। उत्तल दर्पणों का उपयोग बसों, ट्रकों और वैन जैसे वाहनों पर साइड-व्यू दर्पण; वे क्षेत्रों का विस्तृत-कोण दृश्य प्रदान करने के लिए दुकानों, गोदामों और पार्किंग स्थलों में स्थापित किए जाते हैं।