प्रकाश और प्रकाशिकी (भौतिक विज्ञान) (Part-V)

Total Questions: 50

41. हाइपरमेट्रोपिया (दूर दृष्टि दोष) की स्थिति में प्रतिबिम्ब कहां बनता है? [RRB Group D 11/10/2018 (Morning)]

Correct Answer: (c) रेटिना के पीछे
Solution:

हाइपरमेट्रोपिया (दूर-दृष्टि दोष) प्रयुक्त लेंस उत्तल। अन्य नेत्र रोग: मायोपिया (निकट-दृष्टि दोष) प्रतिबिम्ब स्थान - रेटिना के सामने। प्रयुक्त लेंस - अवतल लेंस। जरा दृष्टिदोष (Presbyopia) प्रेस्बायोपिया आमतौर पर आंख की एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आंख की नजदीक वस्तुओं पर फोकस करने की क्षमता कम हो जाती है। प्रयुक्त लेंस - द्विफोकसी लेंस। प्रतिबिम्ब बनने का स्थान रेटिना के पीछे।

42. मानव नेत्र के रेटीना पर बना प्रतिबिम्ब होता है: [RRB Group D 11/10/2018 (Afternoon)]

Correct Answer: (a) वास्तविक और उल्टा
Solution:रेटिना आंख के कैमरे की फिल्म की तरह है। यह आँख के पीछे की एक परत है जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील होती है। जब प्रकाश इस पर पड़ता है, तो यह मस्तिष्क को संकेत भेजता है, जो उन्हें देखी जाने वाली प्रतिबिम्बों में बदल देता है।

43. अंतरिक्षयान से अंतरिक्षयात्री को आकाश दिखाई देता है। [RRB Group D 11/10/2018 (Evening)]

Correct Answer: (a) काला
Solution:

अंतरिक्ष में वायुमंडल की अनुपस्थिति के कारण प्रकाश किरणें अपवर्तित होकर खगोलशास्त्री की आंखों तक नहीं पहुंच पाती हैं इसलिए वह काली दिखाई देती है। पृथ्वी पर वायुमंडल की उपस्थिति के कारण आकाश नीला दिखाई देता है। वायुमंडल सूर्य से आने वाली प्रकाश किरण को अपवर्तित कर देता है और हमें आकाश का रंग दिखाई देता है।

44. निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है? [RRB Group D 15/10/2018 (Morning)]

Correct Answer: (d) वक्रता त्रिज्या, फोकल लंबाई के दोगुने के बराबर होती है
Solution:वक्रता त्रिज्या, फोकल लंबाई के दोगुने के बराबर होती है। समीकरण R = 2f, एक गोलिय दर्पण की वक्रता त्रिज्या (R) और फोकल लंबाई (f) के बीच संबंध को दर्शाता है। यह समीकरण अवतल और उत्तल दोनों गोलिय दर्पणों पर लागू होता है। अवतल दर्पणों के लिए, फोकल लंबाई ऋणात्मक होती है, और उत्तल दर्पणों के लिए, फोकल लंबाई धनात्मक होती है।

45. जब किसी वस्तु को एक अवतल दर्पण के अनंत पर रखा जाता है, तो उसका प्रतिबिम्ब बनता है- [RRB Group D 15/10/2018 (Evening)]

Correct Answer: (a) फोकस पर
Solution:अवतल दर्पण द्वारा प्रतिबिम्ब का बननाः वस्तु वक्रता केन्द्र पर - प्रतिबिम्ब भी वक्रता केंद्र पर। वक्रता केंद्र से दूर वस्तुः वक्रता केंद्र और फोकस बिंदु के बीच का प्रतिबिम्ब । वस्तु C और F के बीचः छवि की स्थिति C से आगे होगी।

46. उत्तल दर्पण की फोकसी लंबाई होती है। [RRB Group D 16/10/2018 (Afternoon)]

Correct Answer: (c) धनात्मक
Solution:उत्तल दर्पण: इन्हें अपसारी दर्पण के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि ये प्रकाश किरणों को एक दूसरे से दूर परावर्तित करते हैं, जिससे सपाट दर्पणों की तुलना में व्यापक दृश्य क्षेत्र बनता है। फोकस लंबाई : यह दर्पण की सतह और उसके फोकस बिंदु के बीच की दूरी है, जहां प्रकाश की समानांतर किरणें परावर्तन के बाद एकत्रित होती प्रतीत होती हैं।

47. किसी स्थिति में एक अभिलंबित किरण, आपतित किरण और परावर्तित किरण सभी एक ही सतह पर होते हैं? [RRB Group D 16/10/2018 (Afternoon)]

Correct Answer: (b) अपवर्तन तथा परावर्तन दोनों में
Solution:अपवर्तन और परावर्तन के दोनों नियम बताते हैं किः आपतित किरण अपवर्तित किरण, और आपतन बिंदु पर दो माध्यमों के इंटरफ़ेस का अभिलंब सभी एक ही तल पर होते हैं।

48. निम्न में से किसका प्रकाशिक सघन माध्यम न्यूनतम है? [RRB Group D 23/10/2018 (Evening)]

Correct Answer: (b) वायु
Solution:प्रकाशीय घनत्व पारदर्शी पदार्थ का एक गुण जो पदार्थ के माध्यम से प्रकाश की गति को मापता है। उच्चतम ऑप्टिकल घनत्व - हीरा।

49. निम्न में से किस माध्यम का अपवर्तनांक सबसे कम है? [RRB Group D 24/10/2018 (Afternoon)]

Correct Answer: (c) वायु
Solution:निर्वात में प्रकाश की चाल (गति) एवं किसी माध्यम में प्रकाश की चाल के अनुपात को उस माध्यम का अपवर्तनांक कहा जाता है। इसे निरपेक्ष अपवर्तनांक भी कहते हैं। कुछ भौतिक माध्यमों का निरपेक्ष अपवर्तनांकः वायु (1.0003), बर्फ (1.31), पानी (1.33), अल्कोहल (1.36), हीरा (2.42), तारपीन का तेल (1.47), मिट्टी का तेल (1.44), क्राउन ग्लास (1.52), सेंधा नमक (1.54), नीलमणि (1.77), सघन चकमक कांच (1.65), बेंजीन (1.5)।

50. एक गोलाकार दर्पण और पतली गोलाकार लेंस प्रत्येक में -20 cm की फोकल लंबाई होती है। ऐसे परिदृश्य में निम्नलिखित में से कौन सा सत्य होने की संभावना है ? [RRB Group D 30/10/2018 (Evening)]

Correct Answer: (d) दोनों अवतल हैं।
Solution:संकेत परिपाटी के अनुसार अवतल लेंस की फोकस दूरी सदैव ऋणात्मक होती है। उत्तल लेंस की फोकल लंबाई सदैव धनात्मक होती है। अवतल दर्पण की फोकल लंबाई ऋणात्मक होती है जबकि उत्तल दर्पण की फोकस दूरी धनात्मक होती है।