प्रकाश और प्रकाशिकी (भौतिक विज्ञान) (Part-VI)

Total Questions: 50

1. अवतल दर्पण में, C और F के बीच वास्तविक, उल्टा और छोटा प्रतिबिम्ब प्राप्त करने के लिए वस्तु को किस स्थान पर रखा जायेगा? [RRB Group D 31/10/2018 (Afternoon)]

Correct Answer: (c) C से आगे
Solution:वस्तु की विभिन्न स्थितियों के लिए अवतल दर्पण द्वारा छवि निर्माणः वस्तु की स्थिति (छवि की स्थिति औरआकार): अनंत पर (फोकस पर, अत्यधिक छोटा और बिंदु आकार), ८ पर (C पर, समान आकार), C और F के बीच (C से परे, बड़ा हुआ), F पर (अनंत पर, अत्यधिक बड़ा हुआ), और F के बीच (दर्पण के पीछे, बड़ा हुआ)।

2. ________ रंग का विचलन कोण सबसे कम होता है। [RRB Group D 1/11/2018 (Afternoon)]

Correct Answer: (d) लाल
Solution:तरंगदैर्ध्य प्रकाश के पथ में विचलन के व्युत्क्रमानुपाती होता है। इसलिए, लाल रंग सबसे कम विचलन करता है क्योंकि इसकी तरंग दैर्ध्य अधिकतम है और बैंगनी रंग सबसे अधिक विचलन करता है क्योंकि इसकी तरंग दैर्ध्य सबसे कम है।

3. परावर्ती किरणों के वास्तविक प्रतिच्छेदन द्वारा निर्मित प्रतिबिम्ब (जो हम स्क्रीन पर देखते हैं) ________ होता है। [RRB Group D 05/12/2018 (Evening)]

Correct Answer: (d) वास्तविक
Solution:वास्तविक प्रतिबिंब स्क्रीन पर प्राप्त किया जा सकता हैं। उदाहरण सिनेमा स्क्रीन पर बना प्रतिबिंब वास्तविक प्रतिबिंब होती है। आभासी प्रतिबिंब परावर्तित या अपवर्तित प्रकाश किरणों के स्पष्ट प्रतिच्छेदन के कारण बनता है। आभासी प्रतिबिंब स्क्रीन पर प्राप्त नहीं किया जा सकता है। उदाहरण - समतल दर्पण में हमारे चेहरे का प्रतिबिम्ब आभासी प्रतिबिम्ब होता है।

4. लेंस में ध्रुवीय बिंदु अथवा फोकस बिंदु और दृष्टि केन्द्र या ऑप्टिक सेंटर के बीच की दूरी को क्या कहते हैं? [RRB Group D 07/12/2018 (Evening)]

Correct Answer: (c) फोकस दूरी या ध्रुवीय दूरी
Solution:मुख्य फोकस एक बिंदु है (मुख्य अक्ष पर) जहां समानांतर आपतित किरणें परावर्तित (दर्पण में) या अपवर्तित (लेंस में) होने के बाद मिलती हैं। फोकस केवल एक यादृच्छिक (random) बिंदु है जहां कुछ किरणें मिलती हैं, यह मुख्य फोकस पर या अन्यथा हो सकता है। इसे लेंस/दर्पण के मुख्य अक्ष पर रखने की भी आवश्यकता नहीं है।

5. यदि एक वस्तु अनंत पर रखी जाती है, तो उत्तल लेंस से बनाई गई उसकी प्रतिबिंब की स्थिति क्या होगी ? [RRB Group D 11/12/2018 (Evening)]

Correct Answer: (a) F₂ के फोकस या केंद्र पर
Solution:यदि कोई वस्तु अनंत पर है, तो उत्तल लेंस के कारण बनी प्रतिबिंब की स्थिति फोकस बिंदु पर होती है। उत्तल लेंस वस्तुओं से आने वाली समानांतर किरणों को अनंत पर एकत्रित करता है और मुख्य फोकस पर एक अत्यधिक छोटी-बिंदु आकार की, वास्तविक एवं उल्टा प्रतिबिंब बनाती है।

6. निम्न में से कौन सा दर्पण सदैव आभासी और सीधा प्रतिबिंब बनाता है और प्रतिबिंब के आकार को वस्तु के आकार के बराबर दिखाता है ? [RRB Group D 14/12/2018 (Evening)]

Correct Answer: (d) समतल दर्पण
Solution:समतल दर्पण एक सपाट (तलीय) परावर्तक सतह वाला दर्पण होता है। समतल दर्पण में बनने वाले प्रतिबिम्ब की विशेषताएँ - समतल दर्पण से बना प्रतिबिम्ब सदैव आभासी एवं सीधा होता है; प्रतिबिम्ब का आकार वस्तु के आकार के बराबर होता है; बनने वाली प्रतिबिम्ब दर्पण के उतनी ही पीछे होती है जितनी दूरी पर वस्तु दर्पण के सामने होती है; प्रतिबिम्ब पार्श्व रूप से उल्टा होता है।

7. सर्च लाइट का परावर्तक कौन सा है: [RRB ALP Tier - 1 (09/08/2018) Morning]

Correct Answer: (c) अवतल दर्पण
Solution:परावर्तक सतह वक्रता केंद्र की ओर होती है। इसे अभिसारी दर्पण के रूप में भी जाना जाता है। प्रतिबिम्ब निर्माण वास्तविक, आभासी, सीधा और उल्टा। उपयोगः शेविंग दर्पण, हेडलाइट्स और सौर भट्टियां।

8. एक उत्तल दर्पण, जिसकी फोकस दूरी f (वायु में) है, को एक द्रव (μ = 4/3) में डुबोया जाता है। द्रव में दर्पण की फोकस दूरी क्या होगी? [RRB ALP Tier - 1 (09/08/2018) Morning]

Correct Answer: (b) f
Solution:दर्पण की फोकस दूरी माध्यम के अपवर्तनांक पर निर्भर नहीं करती है। दर्पण को जल में डुबाने पर दर्पण की फोकस दूरी अपरिवर्तित रहती है क्योंकि दर्पण की फोकस दूरी वक्रता त्रिज्या पर निर्भर करती है जो अपरिवर्तित रहती है। अतः दर्पण की फोकस दूरी 'f' है

9. यदि आप एक दर्पण में देखते हैं और पाते हैं कि प्रतिबिम्ब (आपका परावर्तन) आपसे छोटी है, तो दर्पण का प्रकार है: [RRB ALP Tier - 1 (09/08/2018) Afternoon]

Correct Answer: (b) उत्तल दर्पण
Solution:उत्तल दर्पण (फिश आई दर्पण या अपसारी दर्पण): यह वह दर्पण होता है जिसकी परावर्तक सतह वक्रता केंद्र से दूर होती है। प्रतिबिम्ब निर्माण - आभासी और सीधा। उपयोग - वाहनों में पश्च-दृश्य दर्पण, भवनों और ATM में सुरक्षा के उद्देश्य से ।

10. अपने बाएं हाथ में पेन को पकड़कर कोई व्यक्ति अपना प्रतिबिंब दर्पण देखता तो वही पेन उसे दाएं हाथ में प्रतीत होती है। यह निम्न में से किस घटना के कारण है? [RRB ALP Tier - 1 (09/08/2018) Evening]

Correct Answer: (d) पार्श्व व्युत्क्रमण (Lateral inversion)
Solution:पार्श्व व्युत्क्रमण (Lateral inversion)। इसका अर्थ है वस्तु के साथ तुलना करने पर दर्पण प्रतिबिंब के बाएँ और दाएँ का स्पष्ट उलट होना। पूर्ण आंतरिक परावर्तन माध्यम (हवा, पानी का कांच आदि) के भीतर प्रकाश किरण का पूर्ण परावर्तन है। अपवर्तन, एक तरंग का झुकना है, जब वह एक ऐसे माध्यम में प्रवेश करती है जहां उसकी गति भिन्न होती है।