प्रकाश भाग-II

Total Questions: 50

1. दूरदर्शन प्रसारण में श्रव्य संकेतों का प्रेषण करने के लिए प्रयुक्त तकनीक है- [I.A.S. (Pre) 1995, U.P.P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (b) आवृत्ति माडुलन
Solution:श्रव्य संकेतों के प्रेषण हेतु आवृत्ति माडुलन (Frequency Modulation) तकनीक का प्रयोग किया जाता है। इस तकनीक से प्रसारित संकेत किसी भी प्रकार के शोर तथा विकृति से मुक्त होते हैं।

2. मनुष्य की आंख में प्रकाश तरंगें किस स्थान पर स्नायु उद्वेगों में परिवर्तित होती हैं? [U.P.P.C.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (c) अक्षपट (रेटिना)
Solution:मनुष्य की आंख में प्रकाश तरंगें अक्ष पटल (रेटिना) पर स्नायु उद्वेगों के रूप में ही रूपांतरित होती हैं। वस्तु की उल्टी प्रतिमूर्ति (Image) नेत्र के रेटिना पर पड़ती है। रेटिना की संवेदी कोशिकाएं संवेदित होती हैं तथा दृष्टि तंत्रिकाएं इस संवेदना को मस्तिष्क में पहुंचा देती हैं, जिसे मस्तिष्क अपनी विश्लेषण शक्ति द्वारा वस्तु के प्रतिबिम्ब के रूप में अनुभव करता है।

3. दृष्टिपटल (रेटिना) पर जो चित्र बनता है- [U.P.P.C.S. (Spl) (Mains) 2004, U.P. P.C.S. (Pre) 1995]

Correct Answer: (c) वह वस्तु से छोटा होता है व उल्टा होता है।
Solution:रेटिना पर वस्तु का प्रतिबिंब उल्टा, छोटा व वास्तविक बनता है। प्रतिबिंब बनने का संदेश दृश्य तंत्रिकाओं द्वारा मस्तिष्क तक पहुंचता है और वस्तु हमें दिखाई देने लगती है। यद्यपि रेटिना पर बना वस्तु का प्रतिबिंब उल्टा होता है, लेकिन अनुभव के आधार पर यह हमें सीधा दिखाई पड़ता है।

4. अभिनेत्र लेंस द्वारा किसी वस्तु का किस प्रकार का प्रतिबिंब रेटिना पर बनाया जाता है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (c) उल्टा तथा वास्तविक
Solution:रेटिना पर वस्तु का प्रतिबिंब उल्टा, छोटा व वास्तविक बनता है। प्रतिबिंब बनने का संदेश दृश्य तंत्रिकाओं द्वारा मस्तिष्क तक पहुंचता है और वस्तु हमें दिखाई देने लगती है। यद्यपि रेटिना पर बना वस्तु का प्रतिबिंब उल्टा होता है, लेकिन अनुभव के आधार पर यह हमें सीधा दिखाई पड़ता है।

5. क्या मुख्य कारण है कि एक आंख की अपेक्षा दो आंखों का होना अधिक उपयुक्त है? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1994-95]

Correct Answer: (d) इस कारण से दूरी व गहराई का अहसास होता है।
Solution:दो आंखों के होने से प्रतिबिंबों की प्राप्ति में सममिति सटीक होती है तथा गहराई व दूरी का शुद्धतम अनुमान होता है।

6. पूर्ण सूर्यग्रहण के दौरान सूर्य को सीधे देखने से आंख में अपरिवर्तनीय क्षति पहुंचती है। रेटिना का जलना सूर्य की किरणों के निम्न घटकों में से किस एक के कारण होता है? [U.P.P.C.S.(Mains) 2003]

Correct Answer: (c) अल्ट्रावॉयलेट प्रकाश
Solution:पूर्ण सूर्यग्रहण के दौरान जब सूर्य का बाह्य प्रभामंडल चन्द्रमा से पूरी तरह ढक जाता है, उस समय सूर्य को नंगी आंखों से देखा जा सकता है। परंतु आंशिक, वलयाकार या पूर्ण सूर्यग्रहण के आंशिक चरण को नंगी आंखों से देखना सुरक्षित नहीं है, क्योंकि इस दौरान सूर्य से निकलने वाले उच्च तरंगदैर्ध्य के पराबैंगनी विकिरण से आंखों को अपरिवर्तनीय क्षति पहुंच सकती है।

7. किसी तारे का रंग दर्शाता है- [U.P. P.C.S. (Pre) 2005, U.P.P.C.S. (Mains) 2008, 2003]

Correct Answer: (b) उसका ताप
Solution:विशाल तारे स्वतः चमकदार गैसों के पिण्ड हैं, जो स्वयं के गुरुत्वाकर्षण बल से परस्पर बंधे रहते हैं। भार के अनुपात में तारों में 70% हाइड्रोजन, 28% हीलियम, 1.5% कार्बन, नाइट्रोजन एवं ऑक्सीजन तथा 0.5% लौह तथा अन्य भारी तत्व होते हैं। तारों का सतत स्पेक्ट्रम ही इनके रंगों का निर्धारण करता है। किसी तारे का रंग वस्तुतः उसके ताप को दर्शाता है। सर्वाधिक गर्म तारों में स्पेक्ट्रम के नीले भाग से अधिकांश ऊर्जा उत्सर्जित होती है। अतः ये नीले दिखाई देते हैं, जबकि सबसे कम गर्म तारे लाल दिखाई देते हैं। सबसे गर्म तारों से सबसे कम गर्म तारों के रंगों का क्रम (उनके ताप के साथ) इस प्रकार है- नीला (50,000- 28,000 K), नीला-श्वेत (28,000-10,000 K), श्वेत (10,000-7,500 K), श्वेत-पीला (7,500-6,000K), पीला (6,000-4,900 K), नारंगी (4,900-3,500 K) एवं लाल (3,500-2,000 K)। तारों का जीवनकाल इनके द्रव्यमान एवं चमक पर निर्भर करता है, जो तारा जितना अधिक चमकीला होता है, उसका जीवन काल उतना ही कम होता है।

8. वायुमंडल में प्रकाश के विसरण का कारण है- [I.A.S. (Pre) 2003 U.P.P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (b) धूल-कण
Solution:सूर्य का प्रकाश विभिन्न रंगों का मिश्रण होता है। जब वह वायुमंडल से होकर गुजरता है, तो मार्ग में आने वाले हवा के अणुओं तथा धूल एवं अन्य पदार्थों के सूक्ष्म कणों द्वारा इसका प्रकीर्णन हो जाता है।

9. वातावरण में प्रकाश का विसरण निम्नलिखित की वजह से होता है- [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (b) धूल-कण
Solution:सूर्य का प्रकाश विभिन्न रंगों का मिश्रण होता है। जब वह वायुमंडल से होकर गुजरता है, तो मार्ग में आने वाले हवा के अणुओं तथा धूल एवं अन्य पदार्थों के सूक्ष्म कणों द्वारा इसका प्रकीर्णन हो जाता है।

10. प्रकाश का रंग निर्धारित होता है, इसके [U.P.P.C.S. (Pre) 2012, U.P. P.C.S. (Mains) 2014]

Correct Answer: (b) तरंगदैर्ध्य से
Solution:प्रकाश के रंग का निर्धारण उसके तरंगदैर्ध्य से होता है। भिन्न-भिन्न रंग के प्रकाश का तरंगदैर्ध्य भिन्न-भिन्न होता है। लाल रंग के प्रकाश का तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक और बैंगनी रंग के प्रकाश का तरंगदैर्ध्य सबसे कम होता है।