Solution:विकिरण की ऊर्जा (E) उसकी आवृत्ति (ν) के समानुपाती और तरंगदैर्ध्य (λ) के व्युत्क्रमानुपाती होती है। यह प्लांक के क्वांटम सिद्धांत द्वारा दिया गया है:
E=hν
जहाँ h प्लांक स्थिरांक है। और c=νλ (जहाँ c प्रकाश की गति है) इसलिए, ν=c/λ अतः, E=hc/λ
इसका मतलब है कि जिस विकिरण की तरंगदैर्ध्य जितनी कम होगी, उसकी ऊर्जा प्रति क्वांटम उतनी ही अधिक होगी। दिए गए विकल्पों में से, 200 - 280 nm की तरंगदैर्ध्य सबसे कम है।