प्रमुख पादप रोग

Total Questions: 20

1. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? [I.A.S. (Pre) 2016]

विषाणु संक्रमित कर सकते हैं-

1. जीवाणुओं को

2. कवकों को

3. पादपों को

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (d) 1, 2 और 3
Solution:विषाणु अकोशिकीय अतिसूक्ष्म जीव हैं, जो केवल जीवित कोशिका में ही वंश वृद्धि कर सकते हैं। विषाणु जीवित कोशिका से युक्त किसी भी प्राणी को संक्रमित कर सकते हैं। जैसे-पशु, पौधे, कवक तथा जीवाणु।

2. निम्नलिखित में कौन सही सुमेलित नहीं है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2009]

Correct Answer: (d) गन्ना - बुकनी रोग
Solution:

बुकनी रोग गन्ने से नहीं बल्कि मुख्यतः जी, अंगूर, गेहूं, प्याज, सेब, नाशपाती आदि से संबंधित है। अन्य प्रश्नगत युग्म सुमेलित है।

3. निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही सुमेलित नहीं है? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2015]

फसल 

बीमारी (रोग)

(a) धान

हरित बाल

(b) बाजराअरगट
(c) मटरबुकनी (पाउडरी मिल्ड्यू)
(d) चनाउकठा (विल्ट)
Correct Answer: (a)
Solution:हरित बाल रोग बाजरे में पाया जाता है। इसमें बाजरे की बालियों के स्थान पर टेढ़ी-मेढ़ी हरी-हरी पत्तियां सी बन जाती हैं, जिससे पूर्ण बाली झाडू के समान दिखाई देती है और पौधे बौने रह जाते हैं। शेष विकल्प सही सुमेलित हैं।

4. निम्न में कौन एक सही सुमेलित नहीं है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2017]

(फसल)

(रोग)

(a) धान

उकता

(b) सरसोंसफेद गेरुई
(c) बाजराकंडुवा
(d) मूंगफलीटिक्का
Correct Answer: (a)
Solution:उकठा रोग (Wilting) मुख्यतः पौधों के पत्तियों संबंधित है। इस रोग के कारण पत्तियां सूखने लगती है। उकठा रोग मुख्य रूप से दलहनी एवं तिलहनी फसलों का रोग है। यह मुख्यतः अरहर, गन्ना एवं चना आदि फसलों को प्रभावित करता है। इस रोग का संबंध धान से नहीं है। अन्य सभी विकल्प सही सुमेलित है।

5. मक्का में सफेद कली किस तत्व की कमी से होती है? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006]

Correct Answer: (b) जिंक
Solution:जिंक (Zn) एक लघु मात्रा पोषक तत्व (Micronutrient Element) है, जिसकी पौधों को बहुत सूक्ष्म मात्रा में आवश्यक होती है। इस तत्व की कमी से पौधों की पत्तियां छोटी रह जाती है, पौधे बौने रह जाते है तथा पौधे की नई पत्तियां व पत्तियों के शीर्ष लगभग सफेद सी हो जाती हैं, जिसे 'सफेद कली' या 'व्हाइट बड रोग' कहते हैं। यह रोग मक्के में पाया जाता है।

6. मक्का की पत्तियों के शीर्ष का सफेद होना सूचक है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (d) Zn की कमी का
Solution:जिंक (Zn) एक लघु मात्रा पोषक तत्व (Micronutrient Element) है, जिसकी पौधों को बहुत सूक्ष्म मात्रा में आवश्यक होती है। इस तत्व की कमी से पौधों की पत्तियां छोटी रह जाती है, पौधे बौने रह जाते है तथा पौधे की नई पत्तियां व पत्तियों के शीर्ष लगभग सफेद सी हो जाती हैं, जिसे 'सफेद कली' या 'व्हाइट बड रोग' कहते हैं। यह रोग मक्के में पाया जाता है।

7. पौधों में व्हाइट बड रोग किसकी कमी से होता है? [Jharkhand P.C.S. (Pre) Exam. 2016]

Correct Answer: (a) जिंक
Solution:जिंक (Zn) एक लघु मात्रा पोषक तत्व (Micronutrient Element) है, जिसकी पौधों को बहुत सूक्ष्म मात्रा में आवश्यक होती है। इस तत्व की कमी से पौधों की पत्तियां छोटी रह जाती है, पौधे बौने रह जाते है तथा पौधे की नई पत्तियां व पत्तियों के शीर्ष लगभग सफेद सी हो जाती हैं, जिसे 'सफेद कली' या 'व्हाइट बड रोग' कहते हैं। यह रोग मक्के में पाया जाता है।

8. पाइरिला किस फसल का कीट है? [M.P. P.C.S. (Pre) 1990]

Correct Answer: (c) गन्ना
Solution:गन्नापर्ण फुदकी-पाइरिला (Pyrilla) एक छोटा-सा पतंगा होता है, जो गन्ने (Sugarcane) की पत्तियों एवं तने का रस चूसता है। इसकी गिडार गन्ने में जगह-जगह सुराख बना देती है। इससे गन्ने के फसल की वृद्धि रुक जाती है तथा वह सूखा-सा हो जाता है अर्थात यह कीट गन्ने के लिए अत्यन्त ही हानिकारक होता है।

9. मूंगफली का अत्यधिक हानिकारक रोग है: [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (c) टिक्का
Solution:मूंगफली का टिक्का रोग (Tikka disease of groundnut) मूंगफली की फसल हेतु अत्यधिक हानिकारक है। यह रोग सर्वोस्पोरा पर्सोनेटा (Cercospora personata) नामक कवक से होता है।

10. सफेद किट्ट एक महत्वपूर्ण कवक रोग है [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (b) सरसों का
Solution:ब्रेसिकेसी कुल के सदस्यों मुख्यतः सरसों (Mustard) का एक महत्वपूर्ण कवक रोग 'सफेद किट्ट' (White Rust) है, जो कि सिस्टोपस कैंडिडा या एल्बूगो कैंडिडा नामक कवक द्वारा फैलता है। इस रोग में पौधे के तने, पत्ती तथा पुष्पक्रम पर गहरे उभरे सफेद रंग के चकत्ते पड़ जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप पौधे की उपक्षमता घट जाती है। इसके उपचार हेतु कवकनाशी (Fungicide) का प्रयोग करना चाहिए।