प्रांतीय चुनाव और मंत्रिमंडल का गठन (1937) (UPPCS)

Total Questions: 17

1. 1937 में संपन्न विधानसभा चुनावों में इंडियन नेशनल कांग्रेस को निम्न में से किस प्रांत में पूर्ण बहुमत नहीं मिला था? [U.P P.C.S. (Pre) 1992]

Correct Answer: (c) पंजाब
Solution:वर्ष 1935 के भारत सरकार अधिनियम के आधार पर फरवरी, 1937 में प्रांतीय विधानमंडलों के चुनावी परिणाम जारी हुए जिनमें कांग्रेस ने अपने प्रतिद्वंद्वी दलों का सफाया करते हुए पांच प्रांतों-मद्रास (215 में से 159 सीटें), बिहार ( 152 में से 98 सीटें), मध्य प्रांत एवं बरार (112 में से 70 सीटें), संयुक्त प्रांत (228 में से 134 सीटें) तथा उड़ीसा (60 में से 36 सीटें) में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। कांग्रेस बंबई (175 से 86), असम तथा उत्तर- पश्चिम सीमांत प्रांत में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। केवल बंगाल, पंजाब तथा सिंध में ही कांग्रेस सबसे बड़ा दल बनने से वंचित रही। जुलाई, 1937 में कांग्रेस ने 6 प्रांतों-मद्रास, संयुक्त प्रांत, मध्य प्रांत, बिहार, बंबई तथा उड़ीसा में अपनी सरकारें गठित की। बाद में उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत और असम में भी कांग्रेस ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर मंत्रिमंडल गठित की। नोट : बंबई में कांग्रेस को लगभग बहुमत (175 में से 86 सीटें) मिला था।

2. प्रांतीय सरकारों का गठन निम्नलिखित में से किस अधिनियम के तहत किया गया था? [53rd to 55th B.P.S.C. (Pre) 2011]

Correct Answer: (a) 1935 का अधिनियम
Solution:वर्ष 1935 के भारत सरकार अधिनियम के आधार पर फरवरी, 1937 में प्रांतीय विधानमंडलों के चुनावी परिणाम जारी हुए जिनमें कांग्रेस ने अपने प्रतिद्वंद्वी दलों का सफाया करते हुए पांच प्रांतों-मद्रास (215 में से 159 सीटें), बिहार ( 152 में से 98 सीटें), मध्य प्रांत एवं बरार (112 में से 70 सीटें), संयुक्त प्रांत (228 में से 134 सीटें) तथा उड़ीसा (60 में से 36 सीटें) में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। कांग्रेस बंबई (175 से 86), असम तथा उत्तर- पश्चिम सीमांत प्रांत में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। केवल बंगाल, पंजाब तथा सिंध में ही कांग्रेस सबसे बड़ा दल बनने से वंचित रही। जुलाई, 1937 में कांग्रेस ने 6 प्रांतों-मद्रास, संयुक्त प्रांत, मध्य प्रांत, बिहार, बंबई तथा उड़ीसा में अपनी सरकारें गठित की। बाद में उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत और असम में भी कांग्रेस ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर मंत्रिमंडल गठित की। नोट : बंबई में कांग्रेस को लगभग बहुमत (175 में से 86 सीटें) मिला था।

3. 1935 के अधिनियम के तहत कराए गए विधानसभा चुनावों में किस राज्य में कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत नहीं प्राप्त किया? [U.P.P.C.S. (Spl) (Mains) 2004]

Correct Answer: (d) बंगाल
Solution:वर्ष 1935 के भारत सरकार अधिनियम के आधार पर फरवरी, 1937 में प्रांतीय विधानमंडलों के चुनावी परिणाम जारी हुए जिनमें कांग्रेस ने अपने प्रतिद्वंद्वी दलों का सफाया करते हुए पांच प्रांतों-मद्रास (215 में से 159 सीटें), बिहार ( 152 में से 98 सीटें), मध्य प्रांत एवं बरार (112 में से 70 सीटें), संयुक्त प्रांत (228 में से 134 सीटें) तथा उड़ीसा (60 में से 36 सीटें) में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। कांग्रेस बंबई (175 से 86), असम तथा उत्तर- पश्चिम सीमांत प्रांत में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। केवल बंगाल, पंजाब तथा सिंध में ही कांग्रेस सबसे बड़ा दल बनने से वंचित रही। जुलाई, 1937 में कांग्रेस ने 6 प्रांतों-मद्रास, संयुक्त प्रांत, मध्य प्रांत, बिहार, बंबई तथा उड़ीसा में अपनी सरकारें गठित की। बाद में उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत और असम में भी कांग्रेस ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर मंत्रिमंडल गठित की। नोट : बंबई में कांग्रेस को लगभग बहुमत (175 में से 86 सीटें) मिला था।

4. 1937 के चुनावों में कांग्रेस द्वारा बहुमत प्राप्त प्रांतों की संख्या है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (c) पांच
Solution:वर्ष 1935 के भारत सरकार अधिनियम के आधार पर फरवरी, 1937 में प्रांतीय विधानमंडलों के चुनावी परिणाम जारी हुए जिनमें कांग्रेस ने अपने प्रतिद्वंद्वी दलों का सफाया करते हुए पांच प्रांतों-मद्रास (215 में से 159 सीटें), बिहार ( 152 में से 98 सीटें), मध्य प्रांत एवं बरार (112 में से 70 सीटें), संयुक्त प्रांत (228 में से 134 सीटें) तथा उड़ीसा (60 में से 36 सीटें) में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। कांग्रेस बंबई (175 से 86), असम तथा उत्तर- पश्चिम सीमांत प्रांत में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। केवल बंगाल, पंजाब तथा सिंध में ही कांग्रेस सबसे बड़ा दल बनने से वंचित रही। जुलाई, 1937 में कांग्रेस ने 6 प्रांतों-मद्रास, संयुक्त प्रांत, मध्य प्रांत, बिहार, बंबई तथा उड़ीसा में अपनी सरकारें गठित की। बाद में उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत और असम में भी कांग्रेस ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर मंत्रिमंडल गठित की। नोट : बंबई में कांग्रेस को लगभग बहुमत (175 में से 86 सीटें) मिला था।

5. ब्रिटिश भारत के निम्नलिखित प्रांतों पर विचार कीजिए और उन प्रांतों को पहचानिए जहां 1937 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का मंत्रिमंडल नहीं बना ? [U.P.R.O/A.R.O. (Pre) 2016]

1. मध्य प्रांत                2. उड़ीसा

3. बंगाल                   4. पंजाब

निम्नलिखित कूट से सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (b) 3 और 4
Solution:वर्ष 1935 के भारत सरकार अधिनियम के आधार पर फरवरी, 1937 में प्रांतीय विधानमंडलों के चुनावी परिणाम जारी हुए जिनमें कांग्रेस ने अपने प्रतिद्वंद्वी दलों का सफाया करते हुए पांच प्रांतों-मद्रास (215 में से 159 सीटें), बिहार ( 152 में से 98 सीटें), मध्य प्रांत एवं बरार (112 में से 70 सीटें), संयुक्त प्रांत (228 में से 134 सीटें) तथा उड़ीसा (60 में से 36 सीटें) में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। कांग्रेस बंबई (175 से 86), असम तथा उत्तर- पश्चिम सीमांत प्रांत में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। केवल बंगाल, पंजाब तथा सिंध में ही कांग्रेस सबसे बड़ा दल बनने से वंचित रही। जुलाई, 1937 में कांग्रेस ने 6 प्रांतों-मद्रास, संयुक्त प्रांत, मध्य प्रांत, बिहार, बंबई तथा उड़ीसा में अपनी सरकारें गठित की। बाद में उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत और असम में भी कांग्रेस ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर मंत्रिमंडल गठित की। नोट : बंबई में कांग्रेस को लगभग बहुमत (175 में से 86 सीटें) मिला था।

6. वह कौन-सा प्रांत था जहां 1937 के आम निर्वाचन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं प्राप्त हुआ था? [U.P. P.C.S. (Mains) 2004]

Correct Answer: (e) (a) & (b)
Solution:वर्ष 1937 के निर्वाचन में कांग्रेस को बंबई और असम दोनों प्रांतों में पूर्ण बहुमत नहीं मिला था।

7. वह प्रांत जहां 1937 के आम चुनाव के बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपनी सरकार नहीं बनाई - [U.P. P.C.S. (Mains) 2003 U.P. Lower Sub.(Pre) 2004 U.P. Lower Sub.(Pre) 2008]

Correct Answer: (a) बंगाल
Solution:जुलाई, 1937 के दौरान छह प्रांतों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने मंत्रिमंडल गठित किए। ये प्रांत थे मद्रास, बंबई, मध्य प्रांत, उड़ीसा, बिहार और संयुक्त प्रांत। बाद में पश्चिमोत्तर प्रांत और असम में भी कांग्रेस ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर गठबंधन मंत्रिमंडल बनाए।

8. वर्ष 1937 के चुनावों में कितने प्रांतों में कांग्रेस का मंत्रिमंडल बना था ? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2015]

Correct Answer: (c) 6
Solution:वर्ष 1935 के भारत सरकार अधिनियम के आधार पर फरवरी, 1937 में प्रांतीय विधानमंडलों के चुनावी परिणाम जारी हुए। जिनमें कांग्रेस ने अपने प्रतिद्वंद्वी दलों का सफाया करते हुए पांच प्रांतों-मद्रास (215 में से 159 सीटें), बिहार (152 में से 98 सीटें), संयुक्त प्रांत (228 में से 134 सीटें), मध्य प्रांत एवं बरार (112 में से 70 सीटें) तथा उड़ीसा (60 में से 36 सीटें) में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। कांग्रेस बंबई (175 में 86), असम तथा उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। केवल बंगाल, पंजाब तथा सिंध में ही कांग्रेस सबसे बड़े दल बनने से वंचित रही। जुलाई, 1937 के दौरान 6 प्रांतों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने मंत्रिमंडल गठित किए। ये प्रांत थे-मद्रास, बंबई, मध्य प्रांत, उड़ीसा, बिहार और संयुक्त प्रांत। बाद में उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत और असम में भी कांग्रेस ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर गठबंधन मंत्रिमंडल बनाए। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा जारी उत्तर-पत्रक में इस प्रश्न को मूल्यांकन से बाहर कर दिया गया है।

9. निम्न में से किस एक प्रदेश में 1935 के अधिनियम के अंतर्गत कांग्रेस की मंत्रिपरिषद का गठन नहीं हुआ था? [I.A.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (d) पंजाब
Solution:वर्ष 1935 के भारत सरकार अधिनियम के आधार पर फरवरी, 1937 में प्रांतीय विधानमंडलों के चुनावी परिणाम जारी हुए। जिनमें कांग्रेस ने अपने प्रतिद्वंद्वी दलों का सफाया करते हुए पांच प्रांतों-मद्रास (215 में से 159 सीटें), बिहार (152 में से 98 सीटें), संयुक्त प्रांत (228 में से 134 सीटें), मध्य प्रांत एवं बरार (112 में से 70 सीटें) तथा उड़ीसा (60 में से 36 सीटें) में पूर्ण बहुमत प्राप्त किया। कांग्रेस बंबई (175 में 86), असम तथा उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। केवल बंगाल, पंजाब तथा सिंध में ही कांग्रेस सबसे बड़े दल बनने से वंचित रही। जुलाई, 1937 के दौरान 6 प्रांतों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अपने मंत्रिमंडल गठित किए। ये प्रांत थे-मद्रास, बंबई, मध्य प्रांत, उड़ीसा, बिहार और संयुक्त प्रांत। बाद में उत्तर-पश्चिम सीमा प्रांत और असम में भी कांग्रेस ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर गठबंधन मंत्रिमंडल बनाए। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा जारी उत्तर-पत्रक में इस प्रश्न को मूल्यांकन से बाहर कर दिया गया है।

10. 1935 के अधिनियम के उपरांत, 1937 में हुए चुनावों में गठित कांग्रेस मंत्रिमंडलों का कार्यकाल था- [U.P. P.C.S. (Mains) 2010]

Correct Answer: (d) 28 माह
Solution:वर्ष 1935 के अधिनियम के तहत, वर्ष 1936-37 में संपन्न हुए चुनावों में गठित कांग्रेस मंत्रिमंडलों का कार्यकाल 28 माह था। जुलाई, 1937 के दौरान छह प्रांतों में इसने अपने मंत्रिमंडल गठित किए। ये प्रात थे-मद्रास, बंबई, मध्य प्रांत, उड़ीसा, बिहार और संयुक्त प्रांत। बाद में पश्चिमोत्तर प्रांत और असम में भी कांग्रेस ने सहयोगी दलों के साथ मिलकर मंत्रिमंडल बनाए। द्वितीय विश्व युद्ध में भारतीयों की स्वीकृति के बगैर ब्रिटेन द्वारा भारत को शामिल किए जाने के विरोध में 22 अक्टूबर, 1939 को सभी कांग्रेसी मंत्रिमंडलों ने त्यागपत्र दे दिया। कांग्रेसी मंत्रिमंडलों के त्यागपत्र देने की खुशी में जिन्ना द्वारा भारत के सभी मुसलमानों से 22 दिसंबर (दिन-शुक्रवार), 1939 के दिन मुक्ति दिवस (Day of Deliverance) मनाने का आह्वान किया गया था।