प्राकृतिक आपदाएं

Total Questions: 22

1. कथन : [U.P.P.C.S. (Pre) 2001]

कथन (A) : महाराष्ट्र के कोयना क्षेत्र के निकट भविष्य में अधिक भूकंप प्रभावित होने की संभावना है।

कारण (R): कोयना बांध एक पुराने अंश-तल पर अवस्थित है जो कोयना जलाशय में जल-स्तर के परिवर्तन के साथ अधिक सक्रिय हो सकता है।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
Solution:भूगर्भ विज्ञानियों के अनुसार कोयना बांध के नीचे का भ्रंश जोन जलाशय के जलभराव के कारण निरंतर कमजोर हो रहा है और इससे कोयना क्षेत्र में निकट भविष्य में अधिक भूकंप आने की आशंका है।

2. निम्नलिखित राज्यों में किसमें सर्वाधिक प्राकृतिक आपदाएं आती हैं? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2002]

Correct Answer: (b) ओडिशा
Solution:ओडिशा चक्रवात, बाढ़ एवं सूखा तीनों ही प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित राज्य है, जिस कारण यह अन्य राज्यों की अपेक्षा अधिक प्राकृतिक आपदाएं झेलता है।

3. . देश के पहले आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना जहां की जा रही है, वह है- [U.P. Lower Sub. (Pre) 2004]

Correct Answer: (c) लातूर (महाराष्ट्र)
Solution:प्रश्नकाल में देश के पहले आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना लातूर (महाराष्ट्र) में की जा रही थी।

4. भारत का निम्नलिखित में से कौन-सा क्षेत्र उच्च तीव्रता की भूकंपीय मेखला में नहीं आता है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2006 Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2010]

Correct Answer: (b) कर्नाटक पठार
Solution:भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Depart- ment-IMD) तथा अन्य एजेंसियों द्वारा प्रदत्त आंकड़ों के आधार पर भारतीय मानक ब्यूरो ने भारत का पूकंप प्रतिरोधी डिजाइन कोड (Earthquake Resistant Design Code of India: 15-1893-Part I 2002) तैयार किया है, जो कि भारत के भूकंपीय क्षेत्रीकरण मानचित्र (Seismic Zoning Map) का नवीनतम संस्करण है। इसमें मारत के भू-क्षेत्र को भूकंप प्रवणता की दृष्टि से 4 क्षेत्रों (Zones) में बांटा गया है- भूकंपीय क्षेत्र (Seismic Zone) II (अल्प तीव्रता क्षेत्र) III (मध्यम तीव्रता क्षेत्र) IV (गहन तीव्रता क्षेत्र) V (अति प्रचंड तीव्रता क्षेत्र) सीव्रता (Intensity) VI (या कम) Low Damage VII-Damage to Buildings VIII-Destruction of Buildings IX (एवं अक)-Very High Damage

• क्षेत्र (Zane) V-इस क्षेत्रको IS कोड के तहत क्षेत्र कारक (Zom Factor) 0.36 दिया गया है अर्थात इस क्षेत्र में किसी सरवना पर भूकंप के फलस्वरूप गुरुत्वीय स्वरण का 36 प्रतिशत तक सैतिज त्वरण अनुभूत हो सकता है। यह अत्यधिक उच्च क्षति जोखिम क्षेत्र है। भारत के जन्मू और कश्मीर तथा लदाख (केंद्रशासित प्रदेश), हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड एवं बिहार राज्यों के कुछ भाग, কথ্য কা रंग, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह तथा पूर्वोतर क्षेत्र इस क्षेत्र में आते हैं। इसमें देश के कुल भूक्षेत्रका 10.9 प्रतिशत भाग जाता है।

• क्षेत्र (Zane) IV- इसका क्षेत्र कारक IS कोड के तहत 9.24 है। देश की राजधानी दिल्ली सहित भारतीय-गंगा मैदान क्षेत्र, शेष हिमालय, गुजरात के माग, महाराष्ट्र का कोयना क्षेत्र एवं सिक्किम इसमें शामिल है। देश के कुल भू-क्षेत्र का 17.3 प्रतिशत इसमें आता है।

• क्षेत्र (Zone) III-इसका क्षेत्र कारक 0.16 है। लक्षद्वीप, पश्चिमी घाट एवं प्रायद्वीपीय भारत का अंशित क्षेत्र तथा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित गंगा मैदार्ता का दक्षिणी भाग इसी क्षेत्र में हैं। यह क्षेत्र भारत के 30.4 प्रतिशत भूभाग को समाहित करता है।

• क्षेत्र (Zone) II-इसका क्षेत्र कारक 0.10 है। पूर्व के जोन 1 एवं 11 को एक में समाहित कर अब जोन ॥ का निर्धारण किया गया है। इसमें भारत का 41.4 प्रतिशत भूक्षेत्र आता है। प्रायद्वीप पठार का अधिकांश भाग इसी क्षेत्र में है। कर्नाटक पठार प्रायद्वीपीय पठार के अंतर्गत ही है।

अतः यह सबसे कम मूकं प्रभाकित मेखला में सम्मिलित है।

5. भारत को कितने भूकंपीय जोखिम अंचलों में विभाजित किया गया है? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2013]

Correct Answer: (c) 4
Solution:भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Depart- ment-IMD) तथा अन्य एजेंसियों द्वारा प्रदत्त आंकड़ों के आधार पर भारतीय मानक ब्यूरो ने भारत का पूकंप प्रतिरोधी डिजाइन कोड (Earthquake Resistant Design Code of India: 15-1893-Part I 2002) तैयार किया है, जो कि भारत के भूकंपीय क्षेत्रीकरण मानचित्र (Seismic Zoning Map) का नवीनतम संस्करण है। इसमें मारत के भू-क्षेत्र को भूकंप प्रवणता की दृष्टि से 4 क्षेत्रों (Zones) में बांटा गया है- भूकंपीय क्षेत्र (Seismic Zone) II (अल्प तीव्रता क्षेत्र) III (मध्यम तीव्रता क्षेत्र) IV (गहन तीव्रता क्षेत्र) V (अति प्रचंड तीव्रता क्षेत्र) सीव्रता (Intensity) VI (या कम) Low Damage VII-Damage to Buildings VIII-Destruction of Buildings IX (एवं अक)-Very High Damage

• क्षेत्र (Zane) V-इस क्षेत्रको IS कोड के तहत क्षेत्र कारक (Zom Factor) 0.36 दिया गया है अर्थात इस क्षेत्र में किसी सरवना पर भूकंप के फलस्वरूप गुरुत्वीय स्वरण का 36 प्रतिशत तक सैतिज त्वरण अनुभूत हो सकता है। यह अत्यधिक उच्च क्षति जोखिम क्षेत्र है। भारत के जन्मू और कश्मीर तथा लदाख (केंद्रशासित प्रदेश), हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड एवं बिहार राज्यों के कुछ भाग, কথ্য কা रंग, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह तथा पूर्वोतर क्षेत्र इस क्षेत्र में आते हैं। इसमें देश के कुल भूक्षेत्रका 10.9 प्रतिशत भाग जाता है।

• क्षेत्र (Zane) IV- इसका क्षेत्र कारक IS कोड के तहत 9.24 है। देश की राजधानी दिल्ली सहित भारतीय-गंगा मैदान क्षेत्र, शेष हिमालय, गुजरात के माग, महाराष्ट्र का कोयना क्षेत्र एवं सिक्किम इसमें शामिल है। देश के कुल भू-क्षेत्र का 17.3 प्रतिशत इसमें आता है।

• क्षेत्र (Zone) III-इसका क्षेत्र कारक 0.16 है। लक्षद्वीप, पश्चिमी घाट एवं प्रायद्वीपीय भारत का अंशित क्षेत्र तथा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित गंगा मैदार्ता का दक्षिणी भाग इसी क्षेत्र में हैं। यह क्षेत्र भारत के 30.4 प्रतिशत भूभाग को समाहित करता है।

• क्षेत्र (Zone) II-इसका क्षेत्र कारक 0.10 है। पूर्व के जोन 1 एवं 11 को एक में समाहित कर अब जोन ॥ का निर्धारण किया गया है। इसमें भारत का 41.4 प्रतिशत भूक्षेत्र आता है। प्रायद्वीप पठार का अधिकांश भाग इसी क्षेत्र में है। कर्नाटक पठार प्रायद्वीपीय पठार के अंतर्गत ही है।

अतः यह सबसे कम मूकं प्रभाकित मेखला में सम्मिलित है।

6. निम्नलिखित में से कौन सही-सही सुमेलित है? [U.P.P.S.C. (R.I.) 2014]

(नगर)(भूकंप मंडल)
(a) भुजIV
(b) हैदराबादI
(c) श्रीनगरV
(d) चेन्नईII

 

Correct Answer: (c)
Solution:विकल्प (a), (b) एवं (d) तीनों सुमेलित नहीं हैं, क्योंकि भुज भूकंप मंडल V में, हैदराबाद भूकंप मंडल II एवं चेन्नई भूकंप मंडल III में आता है, जबकि श्रीनगर सही सुमेलित है-
(नगर)(भूकंप मंडल)
मुजV
हैदराबादII
श्रीनगरV
चेन्नईIII

7. कथन: [I.A.S. (Pre) 2000]

कथन (A): पिछले दो दशकों में उत्तर भारतीय मैदानों में बाढ़ की बारंबारता (Frequency of Flood) बढ़ गई है।

कारण (R) : गाद के निक्षेपण (Deposition of Silt) के कारण नदी घाटियों की गहराई में कमी हो गई है।

Correct Answer: (a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
Solution:विगत दो दशकों में उत्तर भारत के मैदानों में बाढ़ की बारंबारता बढ़ गई है, जिसका प्रमुख कारण नदियों की घाटियों का गाद निक्षेपण के कारण छिछला होना है। गहराई में कमी होने के कारण सामान्य वर्षा में भी बाढ़ के आने की संभावना अधिक बढ़ जाती है।

8. सन् 2004 की सुनामी द्वारा भारत के निम्न तटों में से कौन सर्वाधिक दुष्प्रभावित हुआ था? [U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2014]

Correct Answer: (c) कोरोमंडल तट
Solution:26 दिसंबर, 2004 को हिंद महासागर में आए सुनामी द्वारा भारत का कोरोमंडल तट सर्वाधिक दुष्प्रभावित हुआ था।

9. . 'हुदहुद चक्रवात' से भारत का निम्नलिखित में से कौन-सा तटीय क्षेत्र प्रभावित हुआ था? [M.P.P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (a) आंध्र प्रदेश
Solution:उष्णकटिबंधीय चक्रवात हुदहुद अक्टूबर, 2014 में बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुआ था। इसने भारत के आंध्र प्रदेश, ओडिशा तट से टकराते हुए देश के आंतरिक भाग में प्रवेश किया। इस चक्रवात से भारत का आंध्र प्रदेश तट सर्वाधिक प्रभावित हुआ था। अंडमान निकोबार द्वीप समूह भी इससे प्रभावित रहा।

10. भारत में 'सुनामी वार्निंग सेन्टर' अवस्थित है- [U.P. P.C.S. (Mains) 2012]

Correct Answer: (c) हैदराबाद में
Solution:भारत में सुनामी वार्निंग सेन्टर (सही नाम- इंडियन सुनामी अर्ली वार्निंग सेंटर (ITEWC)) का परिचालन अक्टूबर, 2007 में हैदराबाद से किया गया है।