1. यह कच्छपघात राजवंश के शासनकाल में निर्मित एक वृत्ताकार मंदिर है।
2. यह भारत में निर्मित एकमात्र वृत्ताकार मंदिर है।
3. इसका उद्देश्य इस क्षेत्र में वैष्णव पूजा-पद्धति को प्रोत्साहन देना था।
4. इसके डिजाइन से यह लोकप्रिय धारणा बनी कि यह भारतीय संसद भवन के लिए प्रेरणा-स्रोत रहा था।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही हैं?
Correct Answer: (c) 1 और 4
Solution:चौसठ योगिनी मंदिर मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के पडावली के पास मितावली गांव में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण कच्छपघात राजवंश के शासक देवपाल द्वारा किया गया था। अतः कथन 1 सत्य है। यह एक वृत्ताकार मंदिर है। ध्यातव्य है कि भारत में वृत्ताकार मंदिरों की संख्या बहुत ही कम है। यह भारत के वृत्ताकार मंदिरों में से एक है। इस प्रकार कथन 2 असत्य है। यह वृत्ताकार मंदिर लगभग 100 फीट ऊंची एक पहाड़ी पर निर्मित है। इस मंदिर को 'एकत्तरसो महादेव मंदिर' भी कहा जाता है, जिसका उद्देश्य इस क्षेत्र में शैव-पूजा पद्धति को प्रोत्साहन देना था। अतः कथन 3 असत्य है। यह मंदिर 64 योगिनियों को समर्पित है। इस मंदिर के आंतरिक भाग में 64 छोटे कक्ष बने हैं। इस मंदिर का निर्माण इसके प्रत्येक कक्षा में शिवलिंग की उपस्थिति के कारण किया गया है। कुछ विद्वानों का निष्कर्ष है कि इस मंदिर के डिजाइन से यह लोकप्रिय धारणा बनी कि यह भारतीय संसद भवन के लिए एक प्रेरणा-स्रोत रहा था। अतः कथन 4 सत्य है।