प्राचीन भारत में स्थापत्य कला (UPPCS) (Part-2)

Total Questions: 46

41. प्रसिद्ध विरूपाक्ष मंदिर कहां अवस्थित है? [I.A.S. (Pre) 2009]

Correct Answer: (c) हम्पी
Solution:विरूपाक्ष मंदिर कर्नाटक राज्य के हम्पी (Hampi) में स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जो यहां विरूपाक्ष के नाम से जाने जाते हैं।

42. नागर, द्रविड़ और बेसर हैं- [I.A.S. (Pre) 1995 & I.A.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (c) भारतीय मंदिर वास्तु की तीन मुख्य शैलियां
Solution:नागर, द्रविड़ तथा बेसर भारतीय मंदिर वास्तु की तीन मुख्य शैलियां हैं। नागर शैली मुख्यतः उत्तरी भारत में प्रचलित है। ओडिशा के मंदिर शुद्ध रूप से इसी शैली के हैं। द्रविड़ शैली का प्रसार दक्षिण भारत विशेषकर कृष्णा नदी एवं कुमारी अंतरीप के मध्य (तमिलनाडु) में था। बेसर शैली का विकास, नागर एवं द्रविड़ शैलियों के मिश्रण से हुआ। दक्षिण भारत के मुख्यतः चालुक्य शासकों के द्वारा प्रयुक्त होने के कारण इस शैली को चालुक्य शैली भी कहते हैं।

43. भारत के सांस्कृतिक इतिहास के संदर्भ में 'पंचायतन' शब्द किसे निर्दिष्ट करता है? [I.A.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (c) मंदिर रचना-शैली
Solution:डॉ. बद्रीनाथ कपूर द्वारा रचित 'बृहत प्रामाणिक हिंदी कोश' के (मूल संपादक-आचार्य रामचंद्र वर्मा) अनुसार, पंचायतन एक पुल्लिंग शब्द है, जो किसी देवता और उसके साथ के चार देवताओं की मूर्तियों के समूह के लिए प्रयुक्त होता है; जैसे शिव-पंचायतन, राम-पंचायतन। बद्रीनाथ मंदिर में पांच मूर्तियां हैं, जो बद्री पंचायतन के नाम से प्रसिद्ध हैं। राजस्थान के उदयपुर में स्थित जगदीश मंदिर शिल्पकला की दृष्टि से अनोखा है। यह मंदिर 'पंचायतन' शैली का है। चार लघु मंदिरों से परिवृत्त होने के कारण इसे पंचायतन कहा गया है। स्पष्ट है कि पंचायतन शब्द मंदिर रचना-शैली को निर्दिष्ट करता है।

44. प्रसिद्ध नैमिषारण्य तीर्थ निम्न जनपदों में से किस एक में उपस्थित है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (c) सीतापुर
Solution:प्रसिद्ध नैमिषारण्य तीर्थ उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में स्थित है। यहां महर्षि दधीचि ने देवताओं को अपनी अस्थियां दान दी थीं, जिससे निर्मित वज्र द्वारा देवराज इंद्र ने दैत्यों का वध किया था।

45. भारत की कला व संस्कृति के इतिहास के संबंध में निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए - [I.A.S. (Pre) 2014]

(विख्यात मूर्तिशिल्प)(स्थल)
1. बुद्ध के महापरिनिर्वाण की एक भव्य प्रतिमा जिसमें ऊपर की ओर अनेक देवी संगीतज्ञ तथा नीचे की ओर उनके दुःखी अनुयायी दर्शाए गए हैंअजंता
2. प्रस्तर पर उत्कीर्ण विष्णु के वाराह अवतार की विशाल प्रतिमा, जिसमें वह देवी पृथ्वी को गहरे विक्षुब्ध सागर से उबारते दर्शाए गए हैंमाउंट आबू
3. विशाल गोलाश्मों पर उत्कीर्ण "अर्जुन की तपस्या"/"गंगा-अवतरण"मामल्लपुरम्

 

उपर्युक्त युग्मो में से कौन-सा /से सही सुमेलित है/है ?

Correct Answer: (c) केवल 1 और 3
Solution:अजंता की गुफा संख्या 26 में बुद्ध के महापरिनिर्वाण की भव्य प्रतिमा स्थित है, जिसमें नीचे की ओर उनके दुःखी अनुयायी तथा ऊपर की ओर स्वर्ग में दैवीय आकृतियां प्रसन्न मुद्रा में दिखाई गई हैं। मध्य प्रदेश में स्थित उदयगिरि की गुफाओं में ऐसी प्रतिमा स्थापित है, जिसमें वाराह अवतार को भू-देवी को गहरे विक्षुब्ध सागर से उबारते हुए दर्शाया गया है। विशाल गोलाश्मों पर उत्कीर्ण अर्जुन की तपस्या/ गंगा-अवतरण को प्रदर्शित करती हुई प्रतिमा मामल्लपुरम् में स्थित है। अतः केवल युग्म 1 और 3 सही सुमेलित हैं।

46. भारत के कला और पुरातात्विक इतिहास के संदर्भ में, निम्नलिखित में से किस एक का सबसे पहले निर्माण किया गया था? [I.A.S. (Pre) 2015]

Correct Answer: (b) धौली स्थित शैलकृत हाथी
Solution:भुवनेश्वर स्थित लिंगराज मंदिर नागर शैली में बना है। लिंगराज मंदिर का निर्माण कार्य जजाति केशरी ने प्रारंभ करवाया था, जबकि इसे ललातेंदु केशरी द्वारा पूर्ण कराया गया था। इस मंदिर का निर्माण 10वीं- 11वीं शताब्दी ई. के दौरान हुआ था। धौली स्थित शैलकृत हाथी का निर्माण तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व मौर्य सम्राट अशोक के समय में हुआ। महाबलीपुरम् स्थित शैलकृत स्मारक का निर्माण पल्लवों के शासनकाल में सातवीं शताब्दी में हुआ है, जबकि उदयगिरि स्थित वाराह मूर्ति का निर्माण गुप्त काल में हुआ है। अतः स्पष्ट है कि दिए गए विकल्प में सबसे पहले धौली स्थित शैलकृत हाथी का निर्माण हुआ है।