बंगाल विभाजन (1905) तथा स्वदेशी आंदोलन (UPPCS)

Total Questions: 34

31. स्वदेशी आंदोलन के संबंध में निम्न में से कौन-सा कथन सही नहीं है? [U.P. Lower Sub. (Pre) 2002]

Correct Answer: (d) यह बंगाल तक ही सीमित रहा
Solution:स्वदेशी आंदोलन समाज के विभिन्न तबकों के कुछ विशिष्ट मुसलमानों को ही अपने साथ ले सका। पहली बार इस आंदोलन में स्त्रियां घर से बाहर निकलीं, प्रदर्शनों में हिस्सा लेने लगीं तथा धरने पर बैठने लगीं। परंतु यह आंदोलन बंगाल के किसानों को प्रभावित नहीं कर सका, केवल बारिसाल ही इसका अपवाद रहा। मुख्यतः यह आंदोलन शहरों के उच्च एवं मध्यम वर्ग तक ही सीमित रहा। स्वदेशी आंदोलन केवल बंगाल तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि लाला लाजपत राय, तिलक और अरबिंद घोष ने पूरे देश में इसका प्रचार किया। इस प्रकार कथन (d) सही नहीं है।

32. स्वदेशी आंदोलन के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [IAS (Pre) 2019]

1. इसने देशी शिल्पकारों के कौशल तथा उद्योगों को पुनर्जीवित करने में योगदान किया।

2. स्वदेशी आंदोलन के एक अवयव के रूप में राष्ट्रीय शिक्षा परिषद की स्थापना हुई थी।

उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

 

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Solution:स्वदेशी आंदोलन ने भारतीय शिल्पकारों तथा उद्योगों को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कलकत्ता, कस्टम कलक्टर के अनुसार, इस दौरान सूती वस्त्र आयात में लगभग 22 प्रतिशत और जूता एवं बूटों के आयात में लगभग 48 प्रतिशत की कमी आई थी तथा हथकरघा उद्योग, रेशम एवं वस्त्र उद्योग, लौह एवं इस्पात उद्योग, चमड़ा उद्योग आदि को इससे व्यापक प्रोत्साहन मिला था। स्वदेशी आंदोलन के दौरान वर्ष 1906 में राष्ट्रीय शिक्षा परिषद का गठन किया गया था, जो कि स्वदेशी आंदोलन का प्रमुख घटक थी। इसका उद्देश्य साहित्यिक, वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में स्वदेशी नियंत्रण के तहत राष्ट्रीय शिक्षा को बल प्रदान करना था।

33. ब्रिटिश पत्रकार एच.डब्ल्यू. नेविन्सन जुड़े थे- [U.P.P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (c) स्वदेशी आंदोलन से
Solution:ब्रिटिश पत्रकार एच.डब्ल्यू. नेविन्सन स्वदेशी आंदोलन से जुड़े थे। इन्होंने चार महीने तक पूरे भारत का दौरा कर मानचेस्टर गार्जियन, ग्लास्गो हेराल्ड तथा डेली क्रॉनिकल के लिए रिपोर्टिंग की थी। बाद में इन्होंने इस रिपोर्ट को 'द न्यू स्पिरिट इन इंडिया' नाम से पुस्तक के रूप में संपादित किया था।

34. भारत की प्राचीन कला परंपराओं को पुनर्जीवित करने के लिए एक 'इंडियन सोसाइटी ऑफ ओरिएंटल आर्ट' की स्थापना की थी- [U.P. P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (a) अबनींद्रनाथ टैगोर ने
Solution:राष्ट्रीय आंदोलन के बढ़ते प्रभाव के वातावरण में अबनींद्रनाथ टैगोर ने वर्ष 1907 में अपने बड़े भाई गगनेंद्रनाथ के साथ मिलकर 'इंडियन सोसाइटी ऑफ ओरिएंटल आर्ट' की स्थापना की, जिसके द्वारा प्राच्य कला-मूल्यों का पुनर्जीवन एवं आधुनिक भारतीय कला में नई चेतना जागृत हुई।