बुद्धकाल में राज्य और वर्ण-समाज

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1. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए : []

कथन 1- ईसा पूर्व छठीं सदी में पकी ईंटों का प्रयोग होता था।

कथन 2- इसी काल में लोगों ने छल्लेदार कुओं का प्रयोग किया।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही नहीं है/हैं?

 

Correct Answer: (c) न तो 1 न ही 2
Note:

ईसा पूर्व छठीं सदी में पकी ईंटों और छल्लेदार कुओं का प्रयोग प्रारंभ हुआ था। इसी काल में धातु-मुद्रा का प्रचलन भी आरंभ हुआ। अतः दोनों कथन सत्य हैं।

 

2. काले पॉलिशदार मृ‌द्भांड अवस्था की शुरुआत कब से मानी जाती है? []

Correct Answer: (a) 500 ई.पू.
Note:

काले पॉलिशदार मृद्भांड की शुरुआत लगभग 500 ई.पू. के आसपास मानी जाती है। इस काल में बस्तियों और आबादी की खूब बढ़ोत्तरी हुई।

 

3. निम्नलिखित में से भारत में द्वितीय नगरीकरण की शुरुआत कब से मानी जाती है? []

Correct Answer: (b) ई.पू. पांचवीं सदी से
Note:

हड़प्पाई नगर ई.पू. 1900 के आसपास अंतिम रूप से लुप्त हो गये। इसके पश्चात् लगभग 1400 वर्षों तक भारत में कोई शहर नहीं पाया जाता है। ई.पू. लगभग पांचवीं सदी में मध्य गंगा के मैदान में नगरों के प्रकट होने के साथ ही भारत में द्वितीय नगरीकरण की शुरुआत मानी जाती है।

 

4. निम्नलिखित में से किस नगर का उल्लेख पालि और संस्कृत ग्रंथों में नही किया गया है? []

Correct Answer: (c) प्रयागराज
Note:

पालि और संस्कृत ग्रंथों में कई नगरों का उल्लेख मिलता है जिसके अंतर्गत वाराणसी, अयोध्या तथा कौशांबी शामिल है परंतु प्रयागराज का उल्लेख नहीं प्राप्त होता है।

 

5. पालि ग्रंथों में किस शहर में कुंभकारों की 500 दुकानों की चर्चा की गई है? []

Correct Answer: (d) वैशाली
Note:

अनके नगर शासन के मुख्यालय थे, अंततः वे बाजार बन गए। वहां शिल्प और वणिक आकर बसते गए। कहीं-कहीं तो शिल्पियों या कारीगरों की घनी आबादी हो गई, इसी संदर्भ में सद्दलपुत्त कुंभकार का जिक्र किया है जिसके पास वैशाली शहर में कुंभकारों की 500 दुकानें थीं।

 

6. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए : []

कथन 1- शिल्पियों की 18 श्रेणियों का उल्लेख पालि ग्रंथों में प्राप्त होता है।

कथन 2- लुहार, बढ़ई, चर्मकार और रंगकारों की श्रेणियों का विशेष उल्लेख है।

उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?

 

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Note:

पालि ग्रंथों में हमें शिल्पियों की 18 श्रेणियों का उल्लेख मिलता है, लेकिन विशेष उल्लेख केवल लुहारों, बढ़ईयों, चर्मकारों और रंगकारों की श्रेणियों का हुआ है। इस प्रकार दोनों कथन सत्य हैं।

 

7. निम्नलिखित में से कौन-सी नगरी कौशांबी और वाराणसी दोनों से जुड़ी थी ? []

Correct Answer: (a) श्रावस्ती
Note:

श्रावस्ती नगरी कौशांबी और वाराणसी दोनों से जुड़ी थी। वाराणसी तो बुद्ध के युग में बड़ा व्यापार केंद्र था।

 

8. वैदिक ग्रंथों में मुद्रा के लिए किस शब्द का प्रयोग किया गया है? []

Correct Answer: (d) (a) और (b) दोनों
Note:

वैदिक ग्रंथों में आए शब्द निष्क और शतमान मुद्रा के नाम माने जाते हैं।

 

9. बुद्धकालीन पंचमार्क सिक्कों की सबसे पुरानी निधियां कहां से प्राप्त होती हैं? []

Correct Answer: (a) पूर्वी उत्तर प्रदेश और मगध
Note:

पंचमार्क सिक्के धातु के टुकड़ों पर ठप्पा मारकर बनाए जाते थे। इन मुद्राओं की सबसे पुरानी निधियां (होर्ड्स) पूर्वी उत्तर प्रदेश और मगध में प्राप्त हुई हैं। आरंभ काल के कुछ सिक्के तक्षशिला में भी मिले हैं।

 

10. बुद्धकाल में सूक्ष्म मापन विषयक ग्रंथों की रचना हुई, वे किस नाम से जाने जाते हैं? []

Correct Answer: (b) शुल्वसूत्र
Note:

बुद्ध काल में सूक्ष्म मापन विषयक ग्रंथ की रचना की गई, जो 'शुल्वसूत्र' कहलाते हैं। ये ग्रंथ प्रमाणित करते हैं कि इससे पूर्व लेखन-कला प्रचलित हो चली थी। इन ग्रंथों से खेतों और घरों के सीमांकन में सहायता मिली।