बुद्धकाल में राज्य और वर्ण-समाज

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11. निम्न में से बुद्ध काल में किस नगर की जनसंख्या सर्वाधिक थी ? []

Correct Answer: (b) पाटलिपुत्र
Note:

बुद्धकाल में सर्वाधिक जनसंख्या वाला नगर पाटलिपुत्र था। एक अनुमान के अनुसार उस समय पाटलिपुत्र की जनसंख्या 2,70,000 मानी गई है।

 

12. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए : []

कथन 1-गौतम बुद्ध के युग में गांव तीन कोटियों में विभाजित थे।

कथन 2- प्रथम कोटि के गांव का मुखिया ग्रामणी कहलाता था।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

 

Correct Answer: (a) केवल 1
Note:

पालि ग्रंथों में अनगिनत गांवों का उल्लेख है और नगर गांव के समूह के बीच बसते थे। पालि ग्रंथों में गांव के तीन भेद किए गए हैं। प्रथम कोटि के गांव सामान्य गांव कहलाते थे और इनका मुखिया भोजक कहलाता था।

 

13. बुद्धकाल में सीमांतिक गांवों को किस कोटि के अंतर्गत शामिल किया गया था? []

Correct Answer: (c) तृतीय कोटि
Note:

पालि ग्रंथों के अनुसार तृतीय कोटि में सीमांत गांव आते थे, जो जंगल से संलग्न देहातों की सीमा पर बसे होते थे। इन गांवों के निवासी मुख्यतः बहेलिए और शिकारी होते थे जो अपना आहार संग्रह करके जीते थे।

 

14. बुद्धकाल में किसानों को राजांश के रूप में उपज का कितना भाग कर के रूप में देना पड़ता था? []

Correct Answer: (b) 1/6 भाग
Note:

किसान अपनी उपज का 1/6 भाग कर (राजांश) के रूप में चुकाते थे; करों की वसूली सीधे राज्य कर्मचारी करते थे। अन्य कोई कर लेने का हकदार नहीं होता था।

 

15. बुद्ध के युग में धनी किसानों हेतु कौन-सा शब्द प्रयुक्त होता था? []

Correct Answer: (a) गहपति
Note:

गहपति एक पालि शब्द है, बुद्ध के युग में धनी किसानों को गहपति कहा जाता था जो कि लगभग वैश्य के ही एक उपवर्ग में आते थे।

 

16. बुद्धयुग में लौह अयस्क से बने औजारों को उत्तर-प्रदेश के किस स्थान पर प्राप्त किया गया है? []

Correct Answer: (d) वाराणसी
Note:

वाराणसी (राजघाट) से मिले कुछ औजारों से प्रकट होता है कि वे सिंहभूमि एवं मयूरभंज से प्राप्त लौह अयस्क से बनाए गए थे।

 

17. किन कथाओं से पता चलता है कि बुद्धयुग में प्रजा अत्याचारी राजा व पुरोहितों को गद्दी से उतार देती थी? []

Correct Answer: (a) जातक कथाएं
Note:

जातकों से, अर्थात् बुद्ध के पूर्वजन्मों की कथाओं से ज्ञात होता है कि जनता अत्याचारी राजाओं और उनके प्रधान पुरोहितों को गद्दी से उतार देती थी और उनकी जगह नए राजाओं को बैठा देती थी।

 

18. बुद्धयुग में किस अधिकारी का जिक्र पालि ग्रंथों में नहीं मिलता है? []

Correct Answer: (a) लेखाधिकारी
Note:

बुद्धकाल में लेखाधिकारी न होकर महालेखकार हुआ करते थे। इसके अतिरिक्त सेनानायक, न्यायाधिकारी, अंतःपुर प्रधान, महामात्र और आयुक्तों जैसे कई अधिकारियों की सहायता से राजा शासन करता था।

 

19. निम्नलिखित में से बुद्धयुग में गांव के मुखिया को किस नाम से नहीं जाना जाता था? []

Correct Answer: (c) प्रमुख
Note:

जीवन में जब स्थिरता आई तो कबायली लड़ाकू टोली स्थायी रूप से कृषक हो गई। अतः मौर्य पूर्वकाल में ग्रामणी भी अपना रूप बदलकर गांव का मुखिया हो गया जो कि विभिन्न नामों से जाना जाता था- ग्रामभोजक, ग्रामणी और ग्रामिक ।

 

20. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- []

1. ग्रामणी का राजा के साथ सीधा संबंध होता था

2. ग्रामणी ग्राम वासियों पर कर निर्धारण करता था

3. ग्रामणी अपने इलाके की शांति व्यवस्था का ध्यान रखता था।

नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही कथन / कथनों का चयन करें-

 

Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Note:

ग्रामणी का बुद्धकाल में बड़ा महत्व था। इसका सीधा संबंध राजा के साथ होता था। ग्रामणी ग्रामवासियों पर न सिर्फ कर निर्धारण करता था बल्कि कर की वसूली भी करता था अपने इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखता था।