ब्रिटिश शासन का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव (UPPCS)

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21. अंग्रेजों ने रैयतवाड़ी बंदोबस्त कहां लागू किया था? [I.A.S. (Pre) 1993 U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001 Jharkhand P.C.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (d) मद्रास और बंबई प्रेसीडेंसी
Solution:रैयतवाड़ी बंदोबस्त अंग्रेजों द्वारा भारत में भू-राजस्व वसूली हेतु लागू की गई एक प्रणाली थी। अलेक्जेंडर रीड ने मद्रास प्रेसीडेंसी में सर्वप्रथम 1792 ई. में तमिलनाडु के बारामहल क्षेत्र में रैयतवाड़ी व्यवस्था लागू की। टॉमस मुनरो ने 1809 ई. में कुछ क्षेत्रों में इसको लागू किया। 1820 ई. में मद्रास का गवर्नर बनने पर उसने इसे मद्रास में लागू किया। मुनरो के शिष्य एलफिस्टन ने इसे बॉम्बे प्रेसीडेंसी में लागू किया। संपूर्ण ब्रिटिश भारत के लगभग 51 प्रतिशत क्षेत्र (मद्रास, बंबई के कुछ हिस्से, पूर्वी बंगाल, असम एवं कुर्ग आदि) में यह व्यवस्था लागू की गई थी। इस व्यवस्था के अंतर्गत रैयतों को भूमि का मालिकाना हक दिया गया, जिसके द्वारा ये प्रत्यक्ष रूप से सीधे या व्यक्तिगत रूप से भू-राजस्व अदा करने के लिए उत्तरदायी थे। 1835 ई. के बाद जी. विंगेट और एच.ई. गोल्डस्मिथ द्वारा इस व्यवस्था में सुधार किए गए।

22. अंग्रेजों ने रैयतवाड़ी व्यवस्था सर्वप्रथम आरंभ की थी- [U.P.P.C.S. (Mains) 2016]

Correct Answer: (d) मद्रास प्रेसीडेंसी में
Solution:रैयतवाड़ी बंदोबस्त अंग्रेजों द्वारा भारत में भू-राजस्व वसूली हेतु लागू की गई एक प्रणाली थी। अलेक्जेंडर रीड ने मद्रास प्रेसीडेंसी में सर्वप्रथम 1792 ई. में तमिलनाडु के बारामहल क्षेत्र में रैयतवाड़ी व्यवस्था लागू की। टॉमस मुनरो ने 1809 ई. में कुछ क्षेत्रों में इसको लागू किया। 1820 ई. में मद्रास का गवर्नर बनने पर उसने इसे मद्रास में लागू किया। मुनरो के शिष्य एलफिस्टन ने इसे बॉम्बे प्रेसीडेंसी में लागू किया। संपूर्ण ब्रिटिश भारत के लगभग 51 प्रतिशत क्षेत्र (मद्रास, बंबई के कुछ हिस्से, पूर्वी बंगाल, असम एवं कुर्ग आदि) में यह व्यवस्था लागू की गई थी। इस व्यवस्था के अंतर्गत रैयतों को भूमि का मालिकाना हक दिया गया, जिसके द्वारा ये प्रत्यक्ष रूप से सीधे या व्यक्तिगत रूप से भू-राजस्व अदा करने के लिए उत्तरदायी थे। 1835 ई. के बाद जी. विंगेट और एच.ई. गोल्डस्मिथ द्वारा इस व्यवस्था में सुधार किए गए।

23. ब्रिटिश व्यवस्था में रैयतवाड़ी भू-राजस्व संग्रह प्रचलित था- [U.P.P.S.C. (R.I.) 2014]

Correct Answer: (d) दक्षिणी भारत में
Solution:भारत में भू-राजस्व वसूली हेतु प्रारंभ की गई रैयतवाड़ी व्यवस्था की शुरुआत तमिलनाडु के बारामहल जिले से प्रारंभ हुई थी। जिसे बाद में मद्रास, बंबई के कुछ हिस्से, पूर्वी बंगाल, असम तथा कुर्ग (आधुनिक कर्नाटक का एक भाग) में लागू की गई थी। अतः रैयतवाड़ी भू-राजस्व व्यवस्था के अंतर्गत शामिल क्षेत्रों में पश्चिम भारत, दक्षिण भारत तथा पूर्वी भारत तीनों शामिल थे।

24. रैयतवाड़ी बंदोबस्त के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2012]

1. किसानों द्वारा लगान सीधे सरकार को दिया जाता था।

2. सरकार रैयत को पट्टे देती थी।

3. कर लगाने के पूर्व भूमि का सर्वेक्षण और मूल्य-निर्धारण किया जाता था।

उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

 

Correct Answer: (c) 1, 2 और 3
Solution:दक्षिण भारत में उत्तर भारत की तरह बड़े-बड़े भूखंडों एवं बड़े जमींदारों के अभाव में रैयतवाड़ी व्यवस्था को लागू किया गया। इस व्यवस्था का सूत्रपात कैप्टन रीड और टॉमस मुनरो ने किया था। रैयतवाड़ी व्यवस्था के तहत किसानों को अपनी जमीन का मालिक माना जाता था, जो सीधे सरकार को कर देते थे। कर का निर्धारण भूमि का सर्वेक्षण करने के बाद किया जाता था। भूमि सर्वेक्षण के बाद लगान के लिए किसान और सरकार के बीच एक समझौता होता था। किसान की सहमति के बाद उसे पट्टा दिया जाता था, जो भूमि पर उसकी निजी संपत्ति का प्रमाण होता था।

25. वह प्रथा, जिसके तहत किसान स्वयं भूमि का मालिक होता है। और सरकार को भू-राजस्व के भुगतान के लिए जिम्मेदार माना जाता है? [65th B.P.S.C. (Pre) 2019]

Correct Answer: (b) रैयतवाड़ी प्रथा
Solution:रैयतवाड़ी प्रथा के अंतर्गत किसान स्वयं भूमि का मालिक होता है और सरकार को भू-राजस्व के भुगतान के लिए जिम्मेदार माना जाता है।

26. निम्नलिखित में से किसने कहा था "रैय्यतवारी एक ऐसी व्यवस्था है जो भारत में हमेशा से प्रचलित रही है"? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (d) थॉमस मुनरो
Solution:रैय्यतवाड़ी व्यवस्था के जन्मदाता थॉमस मुनरो तथा अलेक्जेंडर रीड थे। भारत में अंग्रेजों ने इसे सर्वप्रथम तमिलनाडु के बारामहल जिले में लागू किया था। इस व्यवस्था के तहत रैय्यतों को भूमि के मालिकाना हक का अधिकार दिया गया था। इस व्यवस्था के संबंध में थॉमस मुनरो ने कहा था कि "रैय्यतवाड़ी एक ऐसी व्यवस्था है जो भारत में हमेशा से प्रचलित रही है।"

27. नीचे दो कथन दिए गए हैं, जिनमें एक को कथन (A) और दूसरे को कारण (R) कहा गया है - [U.P. P.C.S. (Pre) 2020]

कथन (A) : ब्रिटिश सरकार ने भारत के अलग-अलग भागों में भू-राजस्व की अलग-अलग व्यवस्था लागू की थी।

कारण (R) : इससे भारतीय किसानों में अलग-अलग वर्ग बन गए। नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर चुनिए।

कूट :

 

Correct Answer: (a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
Solution:ब्रिटिश सरकार ने भारत के अलग-अलग भागों में भू-राजस्व की अलग-अलग व्यवस्था लागू की थी। ये व्यवस्थाएं थीं - स्थायी बंदोबस्त प्रणाली, रैयतवाड़ी व्यवस्था तथा महालवाड़ी पद्धति। स्थायी बंदोबस्त व्यवस्था बंगाल, बिहार, उड़ीसा तथा उत्तर प्रदेश के वाराणसी तक के क्षेत्र में लागू थी। इसके अंतर्गत समूचे ब्रिटिश भारत के क्षेत्र का लगभग 19 प्रतिशत हिस्सा शामिल था। रैयतवाड़ी व्यवस्था (लगभग 51 प्रतिशत हिस्सा) मद्रास, बंबई के कुछ हिस्से, पूर्वी बंगाल, असम तथा कुर्ग (आधुनिक कर्नाटक का एक भाग) में लागू थी। महालवाड़ी पद्धति (लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा) संयुक्त प्रांत, मध्य प्रांत तथा पंजाब (कुछ परिवर्तनों के साथ) में लागू की गई थी। अतः स्पष्ट है कि इससे भारतीय किसानों में अलग-अलग वर्ग बन गए थे। अतः कथन और कारण |

दोनों सत्य हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।

28. पंजाब भूमि हस्तांतरण अधिनियम कब पारित किया गया? [63rd B.P.S.C. (Pre) 2017]

Correct Answer: (c) 1900
Solution:पंजाब भूमि हस्तांतरण अधिनियम, 1900 ई. में पारित किया गया, जिससे कृषकों की भूमि का गैर-कृषकों के पास हस्तांतरित होना समाप्त हो गया।

29. असम में सर्वप्रथम चाय कंपनी की स्थापना कब हुई थी ? [U.P.R.O/A.R.O. (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) 1839 में
Solution:असम में सर्वप्रथम चाय कंपनी की स्थापना 1839 ई. में हुई थी। यह कंपनी 5 लाख रु. की पूंजी के साथ इंग्लैंड में स्थापित की गई थी तथा नजीरा, असम में इस कंपनी का मुख्यालय था। 'द असम कंपनी' भारत की सबसे पुरानी व्यावसायिक चाय कंपनी है, जो वर्तमान में भी कार्यरत है।

30. किसने बंगाल में महालवारी बंदोवस्त प्रणाली की शुरुआत की? [68th B.P.S.C. (Pre) 2022]

Correct Answer: (c) होल्ट मैकेंजी
Solution:

1822 ई. में होल्ट मैकेंजी ने बंगाल प्रेसीडेंसी के उत्तर पश्चिमी प्रांतों (इस क्षेत्र के अधिकांश भाग वर्तमान उत्तर प्रदेश में है।) में भू-राजस्व व्यवस्था की एक नई पद्धति महालवाड़ी तैयार की। इस प्रणाली में मध्य प्रांत पंजाब समेत ब्रिटिश भारत का लगभग 30 प्रतिशत भू-भाग शामिल था। महालवाड़ी पद्धति में जमींदारी और रैयतवाड़ी दोनों के तत्व शामिल थे। पूछे गए प्रश्न में 'बंगाल' शब्द का प्रयोग किया गया है जो कि त्रुटिपूर्ण है, यहां उसकी जगह पर 'बंगाल प्रेसीडेंसी' शब्द का प्रयोग ज्यादा उपयुक्त है। अतः विकल्प (c) सत्य है। बिहार लोक सेवा आयोग ने भी अपने प्रांरभिक और संशोधित दोनों उत्तर पत्रकों में विकल्प (c) को ही सत्य माना है।