ब्रिटिश शासन का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव (UPPCS)

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41. ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स में चुने जाने वाले दादाभाई नौरोजी प्रथम भारतीय थे, जिन्होंने इस दल के टिकट पर चुनाव लड़ा- [B.P.C.S. (Pre.) 2016]

Correct Answer: (a) उदारवादी दल
Solution:दादाभाई नौरोजी (1825-1917 ई.) ने 1865 ई. में डब्ल्यू. सी. बनर्जी के साथ मिलकर लंदन इंडिया सोसायटी का गठन किया, जिसका कार्य भारत के दुःख दर्दों का प्रचार करना था। 1892 ई. में लिबरल पार्टी के टिकट पर ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमंस के लिए चुने जाने वाले वे पहले भारतीय थे। दादाभाई नौरोजी ने अपनी पुस्तक 'पावर्टी एंड अन-ब्रिटिश रूल इन इंडिया' में स्पष्ट रूप से ब्रिटिश शासन के दौरान भारत की आर्थिक दुरावस्था पर प्रकाश डाला तथा धन के बहिर्गमन अथवा धन के निकास सिद्धांत का सर्वप्रथम प्रतिपादन किया।

42. ब्रिटिश शासन के समय अर्थव्यवस्था को खोखला करने (इकोनॉमिक ड्रेन) के सिद्धांत के बारे में पुस्तक किसने लिखी थी? [U.P. P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (d) दादाभाई नौरोजी
Solution:ब्रिटिश शासन के समय अर्थव्यवस्था को खोखला करने के सिद्धांत (Economic drain theory) पर दादाभाई नौरोजी ने पुस्तक लिखी।

43. 'अनुद्योगीकरण' के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं? [U.P. P.C.S. (Mains) 2017]

1. यह प्रक्रिया 1813 में प्रारंभ हुई।

2. ईस्ट इंडिया कंपनी के व्यापारिक एकाधिकारों की समाप्ति ने इस प्रक्रिया को तेज किया।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-

कूट :

Correct Answer: (c) 1 तथा 2 दोनों
Solution:भारत में अनुद्योगीकरण की प्रक्रिया 1813 ई. के चार्टर एक्ट द्वारा कंपनी का भारतीय व्यापार का एकाधिकार समाप्त करने से शुरू हुई। इससे ब्रिटेन की समस्त प्रजा को पूर्वी विश्व के साथ व्यापार की अनुमति प्राप्त हो गई। यह औद्योगिक क्रांति को विस्तार देने के लिए किया गया था। इससे भारत ब्रिटिश उत्पादों का बाजार बन गया।

44. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2012]

दादाभाई नौरोजी की भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन को सर्वाधिक प्रभावी देन थी कि:-

1. उन्होंने इस बात को अभिव्यक्त किया कि ब्रिटेन, भारत का आर्थिक शोषण कर रहा है।

2. उन्होंने प्राचीन भारतीय ग्रंथों की व्याख्या की और भारतीयों में आत्म-विश्वास जगाया।

3. उन्होंने सभी सामाजिक बुराइयों के निराकरण की आवश्यकता पर सर्वोपरि जोर दिया।

उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है / हैं?

 

Correct Answer: (a) केवल 1
Solution:दादाभाई नौरोजी आधुनिक भारत के प्रथम ऐसे राष्ट्रवादी नेता थे, जिन्होंने गहरे शोध और विश्लेषण के बल पर यह सिद्ध किया कि ब्रिटेन भारत का आर्थिक शोषण कर रहा है और प्रतिवर्ष एक निश्चित रकम इंग्लैंड ले जाई जा रही है। इसके परिप्रेक्ष्य में ही उन्होंने अपनी इकोनॉमिक 'ड्रेन' थ्योरी दी।

45. किसने यह विचार किया था कि भारत में 'ब्रिटिश आर्थिक नीति' घिनौनी है? [Uttarakhand U.D.A./L.D.A. (Mains) 2007]

Correct Answer: (c) कार्ल मार्क्स
Solution:कार्ल मार्क्स ने यह विचार व्यक्त किया था कि 'ब्रिटिश आर्थिक नीति' घिनौनी है। अंग्रेजी हस्तक्षेप से सूत कातने वाला तो लंकाशायर में रहता है। तंतुवाय बंगाल और उसका आर्थिक आधार 'समाप्त होने के कारण लगभग लुप्त हो गया है। लाखों चरखों और हथकरघों ने असंख्य कातने वालों बुनकरों को जन्म दिया तथा वे समाज के केंद्र बिंदु बने रहे थे। किंतु अब इस देश में (विदेशी) सूती कपड़े की मानो बाढ़ आ गई है।

46. दक्षिण भारत में सिंचाई व्यवस्था का अग्रदूत किसे माना जाता है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre.) 2016]

Correct Answer: (a) सर आर्थर कॉटन
Solution:सर आर्थर कॉटन ब्रिटिश सिंचाई अभियंता थे। उन्होंने दक्षिण भारतीय राज्यों की सिंचाई व्यवस्था हेतु उल्लेखनीय कार्य किया। इसलिए सर आर्थर काटॅन को 'दक्षिण भारत में सिंचाई व्यवस्था का अग्रदूत' माना जाता है।

47. भारत के इतिहास के संदर्भ में, निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2020]

1. औरंग                        -                 राजकोष का प्रभारी

2. बेनियान                    -               ईस्ट इंडिया कंपनी का भारतीय एजेंट

3. मिरासिदार               -               राज्य का नामित राजस्व दाता

उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?

Correct Answer: (b) केवल 2 और 3
Solution:औरंग फारसी का शब्द है, जिसका अर्थ 'गोदाम' होता है। यहां पर बिक्री से पहले माल का भंडारण किया जाता था। ध्यातव्य है कि 'औरंग' शब्द का प्रयोग कई बार कार्यशालाओं (Work Shops) के लिए भी किया जाता है। बेनियान (बनियां) पारंपरिक वणिक समुदाय के व्यापारी थे, जो ईस्ट इंडिया कंपनी के एजेंट के रूप में कंपनी एवं भारतीय कारीगरों के बीच मध्यस्थ का काम करते थे। मिरासी अरबी शब्द है, जिसका अर्थ उत्तराधिकार होता है। रैयतवाड़ी प्रणाली में सरकार द्वारा मिरासिदारों को राज्य का इकलौता नामित राजस्व दाता माना गया। अतः विकल्प (b) सही उत्तर है।

48. आर्थिक तौर पर, 19वीं शताब्दी में भारत पर अंग्रेजी शासन का एक परिणाम था- [I.A.S. (Pre) 2018]

Correct Answer: (c) भारतीय कृषि का वाणिज्यीकरण
Solution:1813 ई. के चार्टर एक्ट द्वारा ईस्ट इंडिया कंपनी का व्यापारिक एकाधिकार समाप्त करके मुक्त व्यापार नीति अपनाई गई। इंग्लैंड में औद्योगिक क्रांति उफान पर थी, अतः इंग्लैंड को अपने उद्योगों के लिए सस्ते माल की आवश्यकता थी। इस प्रकार भारत कच्चे माल का उत्पादन करने वाला देश बनकर रह गया। इसके अतिरिक्त भारत में पूंजीवादी व्यवस्था के बढ़ने के साथ-साथ नई लगान नीति के कारण किसान को अब नकद राशि की आवश्यकता थी; इसलिए किसान भी उन फसलों को उगाने के लिए विवश हुए जिनका बाजार में क्रय-विक्रय हो सके। जबकि इससे पूर्व किसान केवल उन्हीं फसलों को उगाता था, जिनकी खपत स्थानीय स्तर पर होती थी। चाय, रबर, कॉफी, नील, रेशम, जूट और तंबाकू जैसी वाणिज्यिक फसलों के उत्पादन की शुरुआत हो गई, जो ब्रिटिश पूंजीवाद की पहली पसंद थी। इन फसलों के लिए उन्हें यूरोपीय बाजारों में अत्यधिक कीमत प्राप्त होती थी। इस प्रकार उत्पादन के स्वरूप और प्रकृति में मूलभूत परिवर्तन हुए और भारतीय कृषि का वाणिज्यीकरण हो गया।

49. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन औद्योगिक क्रांति के द्वारा उन्नीसवीं शताब्दी के पूर्वार्ध में भारत पर पड़े प्रभाव की सही व्याख्या करता है? [I.A.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (a) भारतीय दस्तकारी-उद्योग नष्ट हो गए थे।
Solution:19वीं शताब्दी में औद्योगिक क्रांति के फलस्वरूप भारतीय कुटीर उद्योगों पर बुरा प्रभाव पड़ा। इस युग को भारत में अनौद्योगीकरण का काल कहते हैं। इसके लिए अग्रलिखित नीतियां उत्तरदायी थीं- 1. भारत पर मुक्त व्यापार नीति को लागू करना, 2. भारतीय माल पर अत्यधिक चुंगी (कर) लगाना, 3. ब्रिटिश कंपनी द्वारा भारत से कच्चे माल का निर्यात, 4. रेल मार्गों का विकास 5. विदेशी निर्माताओं को उद्योग लगाने के लिए विशेष सुविधाएं देना इत्यादि। इन सभी कारणों ने मिलकर भारतीय परंपरागत दस्तकारी-उद्योग का विनाश कर दिया। इस संबंध में कार्ल मार्क्स ने लिखा है कि "यह अंग्रेज घुसपैठिया था, जिसने भारतीय खड्डी को तोड़ दिया, चरखे का नाश कर दिया तथा जो देश सूती वस्त्रों के लिए जाना जाता था, उसे सूती वस्त्रों से भर दिया।"