1. शेख अहमद सरहिंदी इब्राहिम लोदी का समकालीन था।
2. शेख नसीरुद्दीन चिराग-ए-दिल्ली शेख निजामुद्दीन औलिया का शिष्य था।
3. औरंगजेब शेख सलीम चिश्ती का समकालीन था।
4. भारत में सूफियों की कादिरी पद्धति सबसे पहले शेख नियामतुल्ला और मखदूम मुहम्मद जिलानी द्वारा लागू की गई।
इनमें से कौन-कौन से कथन सही हैं?
Correct Answer: (d) 2 और 4
Solution:शेख अहमद सरहिंदी जो मुजद्दिद अलिफसानी के नाम से प्रसिद्ध थे, नक्शबंदी सिलसिला के प्रसिद्ध संत थे। वे अकबर और जहांगीर के समकालीन थे। उन्होंने ईश्वर के साथ एकत्व (वहदत-उल-वजूद) के रहस्यवादी दर्शन के स्थान पर प्रत्यक्षवादी दर्शन (वहदत-उल-शुहूद) का प्रतिपादन किया। शेख नसिरुद्दीन चिराग-ए-दिल्ली, ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया के मुख्य शिष्यों में से एक थे। इन्होंने अपने पीर (गुरु) के उपदेशों का प्रचार किया; किंतु ये उतने उदार प्रवृत्ति के नहीं हो सके। अकबर शेख सलीम चिश्ती का समकालीन था। कादिरी शाखा के सर्वप्रथम संस्थापक बगदाद के शेख मुहीउद्दीन अब्दुल कादिर जिलानी थे, जिनकी गणना इस्लाम के महान संतों में की जाती है। भारत में सर्वप्रथम इस शाखा का प्रचार शाह नियामतुल्ला और मखदूम जिलानी ने किया। मखदूम जिलानी ने उच्छ को अपना शिक्षा केंद्र बनाया था। अतः कथन 2 और 4 सही हैं।