भक्ति और सूफी आंदोलन (UPPCS) (भाग – 2)

Total Questions: 43

21. निम्नलिखित में से किस चिश्ती संत को 'चिराग-ए-दिल्ली' कहा जाता है? [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2017]

Correct Answer: (d) नासिरुद्दीन
Solution:शेख नासिरुद्दीन महमूद, शेख निजामुद्दीन औलिया के प्रमुख शिष्य थे। यह अपनी पदवी 'चिराग-ए-दिल्ली' अर्थात दिल्ली के चिराग के नाम से अधिक प्रसिद्ध हुए।

22. निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2020]

Correct Answer: (d) शेख निजामुद्दीन औलिया - मुल्तान
Solution:शेख निजामुद्दीन औलिया चिश्ती संप्रदाय के सूफी संत थे। इन्हें महबूब- ए-इलाही भी कहा जाता है। इनका जन्म बदायूं (उ.प्र.) में हुआ था। प्रारंभ में वे बाबा फरीद के साथ अजोधन (पाकिस्तान) में रहे और बाद में दिल्ली चले आए। दिल्ली में स्थित निजामुद्दीन औलिया का मकबरा सूफी काल की एक पवित्र दरगाह है।

23. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कर नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए - [U.P.P.C.S. (Mains) 2013]

सूची-Iसूची-II
A. ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती1. सुहरावर्दिया
B. शेख अहमद सरहिंदी2. कादिरिया
C. दारा शिकोह3. चिश्तिया
D. शेख शहाबुद्दीन4. नक्शबंदिया

कूट :

          (A)         (B)       (C)          (D)
(a)2314
(b)1423
(c)3421
(d)4231
Correct Answer: (c)
Solution:सही सुमेलन इस प्रकार है-

ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती               -    चिश्तियां

शेख अहमद सरहिंदी                  -   नक्शबंदिया

दारा शिकोह                              -   कादिरिया

शेख शहाबुद्दीन                         -   सुहरावर्दिया

24. भारतीय इतिहास में सूफीवाद के संदर्भ में; निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2002]

1. शेख अहमद सरहिंदी इब्राहिम लोदी का समकालीन था।

2. शेख नसीरुद्दीन चिराग-ए-दिल्ली शेख निजामुद्दीन औलिया का शिष्य था।

3. औरंगजेब शेख सलीम चिश्ती का समकालीन था।

4. भारत में सूफियों की कादिरी पद्धति सबसे पहले शेख नियामतुल्ला और मखदूम मुहम्मद जिलानी द्वारा लागू की गई।

इनमें से कौन-कौन से कथन सही हैं?

Correct Answer: (d) 2 और 4
Solution:शेख अहमद सरहिंदी जो मुजद्दिद अलिफसानी के नाम से प्रसिद्ध थे, नक्शबंदी सिलसिला के प्रसिद्ध संत थे। वे अकबर और जहांगीर के समकालीन थे। उन्होंने ईश्वर के साथ एकत्व (वहदत-उल-वजूद) के रहस्यवादी दर्शन के स्थान पर प्रत्यक्षवादी दर्शन (वहदत-उल-शुहूद) का प्रतिपादन किया। शेख नसिरुद्दीन चिराग-ए-दिल्ली, ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया के मुख्य शिष्यों में से एक थे। इन्होंने अपने पीर (गुरु) के उपदेशों का प्रचार किया; किंतु ये उतने उदार प्रवृत्ति के नहीं हो सके। अकबर शेख सलीम चिश्ती का समकालीन था। कादिरी शाखा के सर्वप्रथम संस्थापक बगदाद के शेख मुहीउद्दीन अब्दुल कादिर जिलानी थे, जिनकी गणना इस्लाम के महान संतों में की जाती है। भारत में सर्वप्रथम इस शाखा का प्रचार शाह नियामतुल्ला और मखदूम जिलानी ने किया। मखदूम जिलानी ने उच्छ को अपना शिक्षा केंद्र बनाया था। अतः कथन 2 और 4 सही हैं।

25. हठ योग के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है/हैं? [U.P.P.C.S. (Pre) 2019]

1. हठयोग नाथपंथियों द्वारा अपनाया जाता था।

2. हठयोग क्रिया को सूफी संतों ने भी अपनाया था।

नीचे दिए हुए कूट में से सही उत्तर चुनिए -

कूट :

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Solution:भारत में हठयोग को नाथ संप्रदाय के योगियों द्वारा अपनाया जाता था। नाथ संप्रदाय के संस्थापक माने जाने वाले गुरु मत्स्येंद्रनाथ और उनके शिष्य गुरु गोरखनाथ ने हठयोग परंपरा की नींव डाली थी। हठयोग की क्रियाओं को सूफी संतों द्वारा भी अपनाया गया था। शत्तारी सिलसिले के सूफी संत मुहम्मद गौस ग्वालियरी की फारसी पुस्तक 'बहर अल-हयात' में हठयोग संबंधी क्रियाओं का चित्रण मिलता है।

26. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2019]

1. संत निम्बार्क, अकबर के समकालीन थे।

2. संत कबीर, शेख अहमद सरहिंदी से अत्यधिक प्रभावित थे।

उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

Correct Answer: (d) न तो 1, न ही 2
Solution:निम्बार्काचार्य को रामानुजाचार्य के समकालीन माना जाता है, जो 11वीं-12वीं शताब्दी के आचार्य थे। उन्हें श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र का अवतार माना जाता है। वहीं अकबर का शासनकाल 1556-1605 ई. था। दूसरी ओर, कबीर सामान्यतः 15वीं शताब्दी के संत कवि थे, उनका समय यद्यपि विवादित है, फिर भी 1398 से 1518 ई. माना जाता है। वहीं शेख अहमद सरहिंदी (1564 से 1624 ई.) 16वीं-17वीं शताब्दी में थे। अतः दिए गए दोनों कथन असत्य हैं।

27. निम्नलिखित संतों में से कौन सूफी थे- [U.P. Lower Sub. (Pre) 1998]

1. रहीम

2. निजामुद्दीन औलिया

3. मुइनुद्दीन चिश्ती

4. रसखान

नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए-

Correct Answer: (c) 2 और 3
Solution:ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया एवं मुइनुद्दीन चिश्ती, चिश्ती सिलसिले के सूफी संत थे। भारत में सर्वप्रथम चिश्ती सिलसिले का प्रचार ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती के द्वारा हुआ। इन्होंने अपनी गतिविधियों का प्रमुख केंद्र अजमेर को बनाया। निजामुद्दीन औलिया अपने उदार और सहिष्णु दृष्टिकोण के कारण 'महबूब-ए-इलाही' के नाम से प्रसिद्ध थे। उन्होंने योग की प्राणायाम की पद्धति इस हद तक अपनाई कि वे योगसिद्ध कहे जाने लगे। रहीम और रसखान मध्यकालीन भक्तिधारा के हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध कवि थे। रसखान ने 'प्रेमवाटिका' नामक प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की थी।

28. निम्नलिखित सूफीवाद के सिलसिलों में कौन संगीत के विरुद्ध था? [U.P. P.C.S. (Pre) 2003 & U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002 & U.P. P.C.S. (Mains) 2013]

Correct Answer: (d) नक्शबंदिया
Solution:नक्शबंदी सिलसिले की स्थापना 14वीं सदी में ख्वाजा बहाउद्दीन नक्शबंद ने की थी। शेख अहमद सरहिंदी, ख्वाजा बाकी बिल्लाह के प्रमुख शिष्य थे, जो 'मुजद्दिद' अर्थात इस्लाम धर्म के सुधारक के नाम से भी प्रख्यात हैं। उन्होंने 'वहदत-उल-शुहूद' (प्रत्यक्षवादी दर्शन) का प्रतिपादन किया। यह सिलसिला समा (संगीत) के विरुद्ध था। सूफियों में यह सबसे अधिक कट्टरवादी सिलसिला था। इन्होंने अकबर की उदार नीतियों का विरोध किया। औरंगजेब इसी सूफी सिलसिले का अनुयायी था।

29. अति कट्टरपंथी सूफी संप्रदाय था- [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) नक्शबंदी
Solution:नक्शबंदी शाखा की स्थापना 14वीं शताब्दी में ख्वाजा बहाउद्दीन नक्शबंद ने की थी। भारत में बाबर ने इस शाखा को लोकप्रिय बनाया। वह अपने पिता की भांति नक्शबंदी संत ख्वाजा उबैदुल्ला अहरार का परम भक्त था। नक्शबंदी शाखा में 'समा' अर्थात संगीत-गोष्ठी का आयोजन वर्जित है। इसके अतिरिक्त इस शाखा के सूफियों को 'जिक्र जली' अथवा उच्च स्वर में स्मरण की अनुमति नहीं है; परंतु वे 'जिक्र-खफी' अथवा निम्न स्वर में स्मरण करते हैं। नक्शबंदी सूफियों ने कुरान के अक्षरशः पालन पर बल दिया। झारखंड लोक सेवा आयोग ने इस प्रश्न का उत्तर विकल्प (b) माना है।

30. निम्नलिखित युग्मों में से गलत युग्म को पहचानिए- [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (c) औलिया-मध्य प्रदेश
Solution:चिश्ती सिलसिले का प्रभाव क्षेत्र दिल्ली एवं आस-पास के क्षेत्रों में था, जबकि सुहरावर्दी सिलसिले का प्रभाव क्षेत्र सिंध के क्षेत्र में था। फिरदौसी सिलसिला चिश्ती सिलसिले का ही भाग था, जिसका प्रभाव क्षेत्र बिहार में था। औलिया कोई सिलसिला नहीं था, बल्कि यह दिल्ली के प्रमुख संत 'निजामुद्दीन' को मिली उपाधि थी। निजामुद्दीन औलिया का प्रभाव क्षेत्र दिल्ली में था। अतः विकल्प (c) गलत है।