Correct Answer: (c) द्वैतवाद - मध्वाचार्य
Solution:उक्त विकल्पों में विकल्प (c) सही सुमेलित है। जैसा कि स्पष्ट है कि द्वैतवाद के प्रवर्तक मध्वाचार्य हैं। वहीं अद्वैतवाद के आदि शंकराचार्य, विशिष्टाद्वैतवाद के रामानुजाचार्य, शुद्ध अद्वैतवाद के वल्लभाचार्य और द्वैताद्वैतवाद के प्रवर्तक निम्बार्काचार्य हैं, जो कि सनक (सनकादि) संप्रदाय से संबंधित हैं। इसी प्रकार अन्य संप्रदायों में तुकाराम वरकरी संप्रदाय से एवं रामदास धरकरी संप्रदाय से संबंधित हैं।