भारतीय दर्शन का विकासTotal Questions: 4021. योग दर्शन के अनुसार सृष्टि का रचयिता किसे माना गया है?(a) प्रकृति(b) ऊर्जास्वित आत्मा(c) ईश्वर(d) पुरुषCorrect Answer: (b) ऊर्जास्वित आत्माSolution:योग दर्शन के अनुसार, ईश्वर सृष्टि का रचयिता नहीं हैं; बल्कि एक उत्कृष्ट या ऊर्जास्वित आत्मा है जो कभी पदार्थ में विलीन हुए बिना, अस्तित्व में रही है।22. निम्नलिखित में से योग दर्शन में मोक्ष की प्राप्ति कितनी क्रियाओं द्वारा होती है?(a) पांच(b) सात(c) आठ(d) बारहCorrect Answer: (c) आठSolution:योग दर्शन के अनुसार, आठ क्रियाओं द्वारा मोक्ष की प्राप्ति होती है। यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि।23. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।(सूची (I)(सूची (II)A. यम1. आत्म-नियंत्रणB. प्रत्याहार2. मुद्राएंC. समाधि3. इंद्रिय-निग्रहD. आसन4. ध्यान की गंभीर अवस्था(A)(B)(C)(D)(a)1234(b)1342(c)3124(d)2134(a)(b)(c)(d)Correct Answer: (b)Solution:विकल्प में दी गई योग-क्रियाओं तथा उनके अर्थ संबंधी सुमेलन निम्नानुसार हैं- (योग-क्रियाएं) (संबंध)यमआत्म-नियंत्रणप्रत्याहारइंद्रिय-निग्रहसमाधिध्यान की गंभीर अवस्थाआसनमुद्राएं24. योग दर्शन के अनुसार आत्मा किस माध्यम से जीवन से मुक्त होती है-(a) समाधि के माध्यम से(b) धारणा के माध्यम से(c) ध्यान के माध्यम से(d) नियम के माध्यम सेCorrect Answer: (a) समाधि के माध्यम सेSolution:योग दर्शन के अनुसार, आत्मा समाधि के माध्यम से जीवन-चक्र से मुक्त हो जाती है और परमात्मा में लीन हो जाती है।25. कौन-सा दर्शन वैशेषिक दर्शन द्वारा सभी स्वीकृत श्रेणियों को मानता है?(a) न्याय(b) पूर्व मीमांसा(c) सांख्य(d) उत्तर मीमांसाCorrect Answer: (a) न्यायSolution:न्याय दर्शन उन सभी पदार्थों (श्रेणियों) को मानता है जो विशेषित दर्शन द्वारा स्वीकार किए जाते हैं।26. निम्नलिखित में न्याय दर्शन के अनुसार किसे सृष्टिकर्ता माना गया है?(a) प्रकृति(b) पुरुष(c) ईश्वर(d) ब्राह्मांडCorrect Answer: (c) ईश्वरSolution:न्याय दर्शन में ईश्वर को संसार का सृष्टिकर्ता मानता है। इसके अनुसार ईश्वर एक ऐसी आत्मा है, जो कर्म और पुनर्जन्म के बंधन से मुक्त है।27. न्याय दर्शन के अनुसार कौन-सा प्रमाण का प्रकार नहीं है?(a) प्रत्यक्ष(b) अनुमान(c) उपमान(d) उपमेयCorrect Answer: (d) उपमेयSolution:न्याय दर्शन में ज्ञान के स्रोत यानी प्रमाण के विषय में विस्तृत रूप से चर्चा की गई है। न्याय दर्शन के अनुसार प्रमाण चार प्रकार के होते हैं- (1) प्रत्यक्ष (2) अनुमान (3) उपमान (4) शब्द।28. निम्नलिखित में से किस दर्शन ने सर्वाधिक भारतीयों को तार्किक रीति से सोचने और बहस करने की ओर उन्मुख किया?(a) योग(b) न्याय(c) सांख्य(d) वैशेषिकCorrect Answer: (b) न्यायSolution:न्याय दर्शन में तर्क के प्रयोग का जो महत्व प्रतिपादित हुआ, उससे भारतीय विद्वान प्रभावित होकर तार्किक रीति से सोचने और बहस करने की ओर उन्मुख हुए।29. निम्नलिखित में से वैशेषिक प्रणाली किस प्रकार का दर्शन है?(a) यथार्थवादी(b) विश्लेषणात्मक(c) वस्तुवादी(d) उपर्युक्त सभीCorrect Answer: (d) उपर्युक्त सभीSolution:'वैशेषिक' प्रणाली जगत का यथार्थवादी, विश्लेषणात्मक एवं वस्तुवादी दर्शन है। यह भौतिक तत्वों के विवेचना को महत्व देता है।30. निम्नलिखित में कौन-सा दर्शन 'परमाणुवाद' की स्थापना करता है?(a) सांख्य(b) योग(c) वैशेषिक(d) वेदांतCorrect Answer: (c) वैशेषिकSolution:वैशेषिक दर्शन ने विभिन्न प्रकार की परम वस्तुओं में अंतर करने का प्रयत्न किया है। वैशेषिक दर्शन ने 'परमाणुवाद' की स्थापना भी की है।Submit Quiz« Previous1234Next »