भारतीय दर्शन का विकास

Total Questions: 40

31. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-

1. वैशेषिक दर्शन ने भौतिकशास्त्र का आरंभ किया।

2. पंचमहाभूतों के आपस में मिलने से सृष्टि का आरंभ होता है।

उपर्युक्त में से सही कथन का चयन करें?

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Solution:भौतिक वस्तुएं परमाणु के संयोजन से बनी हैं, इस प्रकार वैशेषिक दर्शन ने ही भारत में भौतिकशास्त्र का आरंभ किया है। जब पंचमहाभूतों के परमाणु आपस में जुड़ने लगते हैं, तब जगत की सृष्टि का प्रारंभ होता है और जब उनका विघटन होता है, तब जगत का अंत हो जाता है। अतः कथन 1 और 2 दोनों सत्य हैं।

32. पूर्व मीमांसा दर्शन में अंतिम प्रमाण किसे माना गया है?

Correct Answer: (b) वेदों को
Solution:पूर्व मीमांसा दर्शन मनुष्य के कर्तव्यों के निर्धारण और जीव तथा जगत के बारे में सच्चे ज्ञान की प्राप्ति हेतु वेदों को अंतिम ग्रामाण मानता है।

33. निम्नलिखित में से मीमांसा का अर्थ क्या है?

Correct Answer: (a) तर्क करने व अर्थ लगाने की कला
Solution:मीमांसा का मूल अर्थ है, तर्क करना और अर्थ लगाने की कला लेकिन इसमें तर्क का प्रयोग विविध वैदिक अनुष्ठानों का औचित्य सिद्ध करने में किया गया है।

34. निम्नलिखित में से किस दर्शन में मोक्ष की प्राप्ति हेतु 'यज्ञ' करने का सुझाव किया गया है?

Correct Answer: (a) पूर्व मीमांसा
Solution:पूर्व मीमांसा का मुख्य लक्ष्य स्वर्ग और मोक्ष की प्राप्ति है। मनुष्य तब तक स्वर्ग-सुख पाता रहता है, जब तक उसका संचित पुण्य शेष रहता है। मीमांसा दृढ़तापूर्वक बताती है कि मोक्ष पाने के लिए यज्ञ करना चाहिए।

35. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-

1. उपनिषद, ब्रह्मसूत्र और भगवद्गीता पर शंकर के भाष्य वेदांत दर्शन को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।

2. आदिशंकराचार्य द्वारा प्रतिपादित वेदांत दर्शन को 'अद्वैत वेदांत' कहते हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा सत्य है?

Correct Answer: (c) 1 और 2 दोनों
Solution:वेदांत दर्शन को समझने के लिए उपनिषदों, ब्रह्मसूत्र और भगवद्गीता पर शंकर (आदिशंकराचार्य) के भाष्य बहुत महत्वपूर्ण हैं। आदिशंकराचार्य द्वारा प्रतिपादित वेदांत दर्शन को 'अद्वैत वेदांत' कहते हैं।

36. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-

1. संपूर्ण जगत मिथ्या है, माया है।

2. वेदांत दर्शन का मूल, आरंभिक उपनिषदों में पाया जाता है।

उपर्युक्त कथनों में से वेदांत दर्शन के अनुसार कौन सत्य है?

Correct Answer: (c) दोनों 1 और 2
Solution:वेदांत के अनुसार संपूर्ण विश्व मिथ्या है, माया है, केवल ब्रह्म ही सत्य है और जीवात्मा तथा परमात्मा एक ही है। वेदांत दर्शन का मूल, आरंभिक उपनिषदों में पाया जाता है। अतः इस प्रकार कथन 1 और 2 दोनों सत्य हैं।

37. निम्नलिखित में से कौन वेदांत दर्शन का मूल ग्रंथ है?

Correct Answer: (d) ब्रह्मसूत्र
Solution:ईसा-पूर्व दूसरी सदी में संकलित बादरायण का ब्रह्मसूत्र इस दर्शन का मूल ग्रंथ है।

38. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-

1. शंकर ब्रह्म को सगुण बताते हैं, किंतु रामानुज ब्रह्म को निर्गुण बताते हैं।

2. शंकर भक्ति को मोक्ष प्राप्ति का कारण मानते हैं किंतु रामानुज ज्ञान को मोक्ष का मार्ग बताते हैं।

उपर्युक्त में से कौन-सा कथन सत्य है?

Correct Answer: (d) न तो 1 न ही 2
Solution:शंकर ब्रह्म को निर्गुण बताते हैं, किंतु रामानुज के अनुसार ब्रह्म सगुण है। शंकर ज्ञान को मोक्ष का कारण मानते हैं, किंतु रामानुज भक्ति को मोक्ष-प्राप्ति का मार्ग बताते हैं। अतः कथन 1 तथा 2 दोनों असत्य है।

39. निम्नलिखित में से कौन नास्तिक दर्शन है जो ईश्वर की सत्ता पर विश्वास नहीं करते?

Correct Answer: (c) योग
Solution:तीन नास्तिक दर्शन जो ईश्वर की सत्ता में विश्वास नहीं करते (1) चार्वाक (2) बौद्ध (3) जैन जबकि अन्य सभी दर्शन आस्तिक हैं, अर्थात् वे वेदों और ईश्वर में विश्वास करते हैं।

40. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-

1. चार्वाक मोक्ष की कामना का विरोध था।

2. चार्वाक किसी अलौकिक शक्ति का अस्तित्व नहीं मानता था।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा सत्य है?

Correct Answer: (c) दोनों 1 और 2
Solution:चार्वाक मोक्ष की कामना का विरोधी था, वह किसी दैवीय या अलौकिक शक्ति का अस्तित्व करता था, जिन्हें मानव की बुद्धि और इंद्रियों द्वारा अनुभव किया जा सके।