भारत का विभाजन एवं स्वतंत्रता (UPPCS)

Total Questions: 50

11. भारत के विभाजन से संबंधित 'माउंटबेटन योजना' की सरकारी तौर पर घोषणा कब हुई थी ? [M.P.P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (d) 3 जून, 1947
Solution:माउंटबेटन योजना (3 जून, 1947) के अनुरूप ब्रिटिश संसद द्वारा जुलाई, 1947 में 'भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम' (इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट, 1947) पारित किया गया, जिसमें भारत और पाकिस्तान नामक दो डोमिनियनों की स्थापना के लिए 15 अगस्त, 1947 की तिथि निश्चित की गई। यह अधिनियम 18 जुलाई, 1947 से प्रभावी हुआ।

12. कथन (A): अंग्रेजों ने भारत को 1947 में स्वतंत्रता प्रदान कर दी। [U.P. P.C.S. (Pre) 2001 U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2003 U.P. P.S.C. (GIC) 2010]

कारण (R) : अंग्रेज द्वितीय विश्व युद्ध में निर्बल हो चुके थे।

नीचे दिए कूट से सही उत्तर चुनिए-

कूट :

Correct Answer: (a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है।
Solution:कथन (A) एवं कारण (R) दोनों सत्य हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है। अंग्रेज द्वितीय विश्व युद्ध में निर्बल हो चुके थे। क्रिप्स ने हाउस ऑफ कॉमन्स में कहा था कि "एक विकल्प यह था कि भारत में भारी दमन-चक्र चलाना और भारत में अनेक वर्षों तक ब्रिटिश फौजों को तैनात रखने के लिए तैयार रहना, जिसका कि निश्चय ही इस देश (ब्रिटेन) के लोग अनुमति नहीं देंगे; क्योंकि हमारे पास पहले ही जनशक्ति की कमी है, जैसा कि हम सब जानते हैं।"

13. नीचे दो वक्तव्य दिए गए हैं जिनमें से पहले को कथन (A) और दूसरे को कारण (R) कहा गया है- [I.A.S. (Pre) 1996]

कथन (A): स्वतंत्र भारत में ब्रिटेन की प्रभुता बनी रही।

कारण (R) : स्वतंत्र भारत के गवर्नर जनरल की नियुक्ति ब्रिटेन के प्रभुतासंपन्न शासक ने की।

ऊपर के दोनों वक्तव्यों के संदर्भ में निम्नलिखित में कौन सही है?

Correct Answer: (d) (A) गलत है; परंतु (R) सही है।
Solution:ब्रिटिश संसद में 4 जुलाई, 1947 को भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम प्रस्तावित किया गया, जो 18 जुलाई, 1947 को स्वीकृत हो गया। इसके अनुसार 15 अगस्त, 1947 से ब्रिटिश सरकार की ब्रिटिश भारत की सरकार के प्रति कोई जिम्मेदारी नहीं रहेगी। उल्लेखनीय है कि स्वतंत्र भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन की नियुक्ति मूलतः ब्रिटिश शासक द्वारा ही की गई थी। इस प्रकार कथन (A) गलत है, जबकि कारण (R) सही है।

14. भारतीय स्वाधीनता विधेयक को राजकीय स्वीकृति प्राप्त हुई थी- [U.P.P.C.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (a) 18 जुलाई, 1947 को
Solution:भारतीय स्वतंत्रता विधेयक 4 जुलाई, 1947 को ब्रिटिश प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली द्वारा 'हाउस ऑफ कॉमन्स' में पेश किया गया था। 15 जुलाई, 1947 को 'हाउस ऑफ कॉमन्स' द्वारा तथा इसके अगले दिन (16 जुलाई, 1947 को) 'हाउस ऑफ लॉर्ड्स' द्वारा इस विधेयक को पारित कर दिया गया। तत्पश्चात इस विधेयक को राजकीय स्वीकृति 18 जुलाई, 1947 को प्राप्त हुई थी।

15. भारत के विभाजन का बाल्कन प्लान (Balkan Plan) उपज था- [I.A.S. (Pre) 2000]

Correct Answer: (c) लॉर्ड माउंटबेटन के मस्तिष्क का
Solution:24 मार्च से 6 मई, 1947 के बीच भारतीय नेताओं के साथ 133 साक्षात्कारों की तीव्र श्रृंखला के बाद माउंटबेटन ने तय किया कि कैबिनेट मिशन की रूपरेखा अव्यावहारिक हो चुकी है। तब उन्होंने एक वैकल्पिक योजना बनाई, जिसे 'बाल्कन प्लान' का गुप्त नाम दिया गया।

16. वर्ष 1947 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस देश के विभाजन के लिए मुख्य रूप से इसलिए सहमत हुई, क्योंकि - [I.A.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: (c) वे बड़े पैमाने पर संभावित सांप्रदायिक दंगों को बचाना चाहते थे।
Solution:लॉर्ड माउंटबेटन जो वर्ष 1947 में लॉर्ड वेवेल के स्थान पर वायसराय नियुक्त हुए, उन्होंने 3 जून, 1947 की घोषणा में भारत के बंटवारे की बात की। कांग्रेस देश के विभाजन पर इसलिए सहमत हुई कि वह बड़े पैमाने पर संभावित सांप्रदायिक दंगों को बचाना चाहती थी। जैसा कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने कहा था-"मैंने यह अनुभव किया कि हम भारत का विभाजन नहीं स्वीकार करते, तो भारत छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट जाएगा और पूर्णतया नष्ट हो जाएगा। हमें एक नहीं कई पाकिस्तान मिलते। हमारे तो प्रत्येक कार्यालय में ही पाकिस्तान कोष्ठ बना होता।"

17. कथन (A): भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने माउंटबेटन योजना को स्वीकार किया। [U.P. P.C.S. (Pre)1998]

कारण (R): वह द्वि-राष्ट्र सिद्धांत को मानती थी।

नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-

Correct Answer: (c) (A) सही है; परंतु (R) गलत है।
Solution:कथन (A) सत्य है, किंतु कारण (R) गलत है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने माउंटबेटन योजना को स्वीकार किया किंतु इसलिए नहीं कि वह द्वि-राष्ट्र सिद्धांत को मानती थी, अपितु इसलिए कि सांप्रदायिक दंगों के बढ़ते खतरों से निपटने का यही एक विकल्प था।

18. भारत के विभाजन के विकल्प के रूप में गांधीजी ने माउंटबेटन को सुझाया था कि वे- [I.A.S. (Pre) 2000]

Correct Answer: (b) जिन्ना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करें।
Solution:गांधी जी की प्रथम मुलाकात माउंटबेटन से 31 मार्च, 1947 को हुई। गांधी जी का यह सुझाव था कि अंतरिम सरकार पूर्ण रूप से लीग के नेता जिन्ना के हाथों सौंप दी जाए, जिससे भारत में सांप्रदायिक दंगों को रोका जा सके; परंतु गांधी जी का यह सुझाव कांग्रेस के नेताओं तथा वर्किंग कमेटी को मान्य नहीं था। बंटवारे के विरोध में गांधीजी ने कहा था कि "अगर कांग्रेस बंटवारा करेगी, तो उसे मेरी लाश के ऊपर करना पड़ेगा। जब तक मैं जिंदा हूं भारत के बंटवारे के लिए कभी राजी नहीं होउंगा और अगर मेरा वश चला तो कांग्रेस को भी इसे मंजूर करने की इजाजत नहीं दूंगा।"

19. रेडक्लिफ समिति किसलिए नियुक्त की गई थी? [I.A.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (c) भारत और पाकिस्तान के बीच सीमाओं को निर्धारित करने के लिए
Solution:ब्रिटिश भारत के वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच पंजाब और बंगाल में सीमाओं के निर्धारण के लिए 30 जून, 1947 को पंजाब सीमा आयोग और बंगाल सीमा आयोग नाम से दो आयोग गठित किए गए। सिरिल रेडक्लिफ को इन दोनों ही आयोगों का अध्यक्ष बनाया गया। इन आयोगों का कार्य पंजाब और बंगाल को मुस्लिम और गैर-मुस्लिम आबादी के आधार पर दो भागों में बांटने हेतु सीमा निर्धारण करना था। इस कार्य में इन्हें और भी कारकों का ध्यान रखना था। प्रत्येक आयोग में 4 सदस्य थे, जिनमें से दो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से और दो मुस्लिम लीग से थे।

20. भारत विभाजन के संदर्भ में 1947 में नियुक्त सीमा आयोग की अध्यक्षता किसने की थी ? [U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (b) रेडक्लिफ
Solution:रेडक्लिफ रेखा 17 अगस्त, 1947 को भारत विभाजन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा बन गई। सर सिरिल रेडक्लिफ की अध्यक्षता में सीमा आयोग द्वारा सीमा रेखा का निर्धारण किया गया, जो 88 मिलियन लोगों के बीच 4,50,000 किमी. क्षेत्र को न्यायोचित रूप से विभाजित करने के लिए अधिकृत थे।