भारत से बाहर क्रांतिकारी गतिविधियां (UPPCS)

Total Questions: 40

11. निम्नलिखित में से कौन गदर पार्टी का पहला सभापति है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2015]

Correct Answer: (b) सोहन सिंह भाकना
Solution:गदर पार्टी पराधीन भारत को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से बना एक संगठन था। इसे अमेरिका और कनाडा के भारतीयों ने वर्ष 1913 में बनाया था। यह पार्टी 'हिंदुस्तान गदर' नाम का समाचार पत्र भी निकालती थी, हिंदी जो उर्दू, गुजराती, पंजाबी आदि भाषाओं में प्रकाशित होता था। गदर पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष सरदार सोहन सिंह भाकना थे।

12. निम्नलिखित स्वतंत्रता सेनानियों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2022]

1. बारींद्र कुमार घोष      2. जोगेश चंद्र चटर्जी

3. रास बिहारी बोस

उपर्युक्त में से कौन गदर पार्टी के साथ सक्रिय रूप से जुड़ा था। जुड़े थे ?

 

Correct Answer: (d) केवल 3
Solution:विकल्पगत क्रांतिकारियों में रास बिहारी बोस, गदर पार्टी के साथ सक्रिय रूप से जुड़े थे। बारींद्र कुमार घोष अलीपुर बम कांड में अभियुक्त थे, जबकि जोगेश चंद्र चटर्जी काकोरी कांड (काकोरी ट्रेन एक्शन) केस से जुड़े थे।

13. गदर पार्टी से निम्नलिखित में से कौन संबंधित नहीं थे? [U.P. B.E.O. (Pre) 2019]

Correct Answer: (d) खुदीराम बोस
Solution:गदर पार्टी की स्थापना 21 अप्रैल, 1913 को पराधीन भारत को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से की गई थी। इसे अमेरिका एवं कनाडा में बसे भारतीयों द्वारा गठित किया गया था। पार्टी का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में स्थित था। लाल हरदयाल इस संस्था के मनीषी पथ-प्रदर्शक थे। गदर पार्टी में रामचंद्र, बरकतुल्ला, रास बिहारी बोस, राजा महेंद्र प्रताप, अब्दुल रहमान, मैडम भीका जी कामा, भाई परमानंद, करतार सिंह सराभा तथा पंडित कांशीराम प्रमुख थे, जबकि 30 अप्रैल, 1908 को बिहार के मुजफ्फरपुर में खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने किंग्सफोर्ड पर बम फेंका था; परंतु दुर्भाग्य से राष्ट्रीय आंदोलन से हमदर्दी रखने वाले मिस्टर कैनेडी की पत्नी एवं पुत्री मारी गईं। इस घटना के बाद प्रफुल्ल चाकी ने आत्महत्या कर ली, जबकि खुदीराम बोस को 11 अगस्त, 1908 को फांसी दे दी गई। फांसी के समय खुदीराम बोस की आयु 18 वर्ष 8 माह 8 दिन थी।

इस प्रकार स्पष्ट है कि खुदीराम बोस का गदर पार्टी से कोई संबंध नहीं था। अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।

14. गदर पार्टी की स्थापना हुई थी- [U.P.P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) संयुक्त राज्य अमेरिका में
Solution:गदर पार्टी की स्थापना 21 अप्रैल, 1913 को पराधीन भारत को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से की गई थी। इसे अमेरिका एवं कनाडा में बसे भारतीयों द्वारा गठित किया गया था। पार्टी का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में स्थित था। लाल हरदयाल इस संस्था के मनीषी पथ-प्रदर्शक थे। गदर पार्टी में रामचंद्र, बरकतुल्ला, रास बिहारी बोस, राजा महेंद्र प्रताप, अब्दुल रहमान, मैडम भीका जी कामा, भाई परमानंद, करतार सिंह सराभा तथा पंडित कांशीराम प्रमुख थे, जबकि 30 अप्रैल, 1908 को बिहार के मुजफ्फरपुर में खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने किंग्सफोर्ड पर बम फेंका था; परंतु दुर्भाग्य से राष्ट्रीय आंदोलन से हमदर्दी रखने वाले मिस्टर कैनेडी की पत्नी एवं पुत्री मारी गईं। इस घटना के बाद प्रफुल्ल चाकी ने आत्महत्या कर ली, जबकि खुदीराम बोस को 11 अगस्त, 1908 को फांसी दे दी गई। फांसी के समय खुदीराम बोस की आयु 18 वर्ष 8 माह 8 दिन थी।

इस प्रकार स्पष्ट है कि खुदीराम बोस का गदर पार्टी से कोई संबंध नहीं था।

15. गदर पार्टी की स्थापना कहां पर हुई थी? [67th B.P.S.C. (Pre) 2021]

Correct Answer: (b) संयुक्त राज्य अमेरिका
Solution:गदर पार्टी की स्थापना 21 अप्रैल, 1913 को पराधीन भारत को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से की गई थी। इसे अमेरिका एवं कनाडा में बसे भारतीयों द्वारा गठित किया गया था। पार्टी का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में स्थित था। लाल हरदयाल इस संस्था के मनीषी पथ-प्रदर्शक थे। गदर पार्टी में रामचंद्र, बरकतुल्ला, रास बिहारी बोस, राजा महेंद्र प्रताप, अब्दुल रहमान, मैडम भीका जी कामा, भाई परमानंद, करतार सिंह सराभा तथा पंडित कांशीराम प्रमुख थे, जबकि 30 अप्रैल, 1908 को बिहार के मुजफ्फरपुर में खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने किंग्सफोर्ड पर बम फेंका था; परंतु दुर्भाग्य से राष्ट्रीय आंदोलन से हमदर्दी रखने वाले मिस्टर कैनेडी की पत्नी एवं पुत्री मारी गईं। इस घटना के बाद प्रफुल्ल चाकी ने आत्महत्या कर ली, जबकि खुदीराम बोस को 11 अगस्त, 1908 को फांसी दे दी गई। फांसी के समय खुदीराम बोस की आयु 18 वर्ष 8 माह 8 दिन थी।

इस प्रकार स्पष्ट है कि खुदीराम बोस का गदर पार्टी से कोई संबंध नहीं था।

16. निम्नलिखित में से किस देश में गदर पार्टी की स्थापना हुई थी? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013]

Correct Answer: (a) यू.एस.ए.
Solution:गदर पार्टी की स्थापना 21 अप्रैल, 1913 को पराधीन भारत को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से की गई थी। इसे अमेरिका एवं कनाडा में बसे भारतीयों द्वारा गठित किया गया था। पार्टी का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में स्थित था। लाल हरदयाल इस संस्था के मनीषी पथ-प्रदर्शक थे। गदर पार्टी में रामचंद्र, बरकतुल्ला, रास बिहारी बोस, राजा महेंद्र प्रताप, अब्दुल रहमान, मैडम भीका जी कामा, भाई परमानंद, करतार सिंह सराभा तथा पंडित कांशीराम प्रमुख थे, जबकि 30 अप्रैल, 1908 को बिहार के मुजफ्फरपुर में खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने किंग्सफोर्ड पर बम फेंका था; परंतु दुर्भाग्य से राष्ट्रीय आंदोलन से हमदर्दी रखने वाले मिस्टर कैनेडी की पत्नी एवं पुत्री मारी गईं। इस घटना के बाद प्रफुल्ल चाकी ने आत्महत्या कर ली, जबकि खुदीराम बोस को 11 अगस्त, 1908 को फांसी दे दी गई। फांसी के समय खुदीराम बोस की आयु 18 वर्ष 8 माह 8 दिन थी।

इस प्रकार स्पष्ट है कि खुदीराम बोस का गदर पार्टी से कोई संबंध नहीं था।

17. गदर क्या था? [I.A.S. (Pre) 2014]

Correct Answer: (a) भारतीयों का एक क्रांतिकारी संघ, जिसका प्रधान कार्यालय सैन फ्रांसिस्को में था।
Solution:गदर पार्टी की स्थापना 21 अप्रैल, 1913 को पराधीन भारत को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से की गई थी। इसे अमेरिका एवं कनाडा में बसे भारतीयों द्वारा गठित किया गया था। पार्टी का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में स्थित था। लाल हरदयाल इस संस्था के मनीषी पथ-प्रदर्शक थे। गदर पार्टी में रामचंद्र, बरकतुल्ला, रास बिहारी बोस, राजा महेंद्र प्रताप, अब्दुल रहमान, मैडम भीका जी कामा, भाई परमानंद, करतार सिंह सराभा तथा पंडित कांशीराम प्रमुख थे, जबकि 30 अप्रैल, 1908 को बिहार के मुजफ्फरपुर में खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने किंग्सफोर्ड पर बम फेंका था; परंतु दुर्भाग्य से राष्ट्रीय आंदोलन से हमदर्दी रखने वाले मिस्टर कैनेडी की पत्नी एवं पुत्री मारी गईं। इस घटना के बाद प्रफुल्ल चाकी ने आत्महत्या कर ली, जबकि खुदीराम बोस को 11 अगस्त, 1908 को फांसी दे दी गई। फांसी के समय खुदीराम बोस की आयु 18 वर्ष 8 माह 8 दिन थी।

इस प्रकार स्पष्ट है कि खुदीराम बोस का गदर पार्टी से कोई संबंध नहीं था।

18. गदर पार्टी का मुख्यालय था- [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2014]

Correct Answer: (a) सैन फ्रांसिस्को में
Solution:गदर पार्टी की स्थापना 21 अप्रैल, 1913 को पराधीन भारत को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने के उद्देश्य से की गई थी। इसे अमेरिका एवं कनाडा में बसे भारतीयों द्वारा गठित किया गया था। पार्टी का मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को, अमेरिका में स्थित था। लाल हरदयाल इस संस्था के मनीषी पथ-प्रदर्शक थे। गदर पार्टी में रामचंद्र, बरकतुल्ला, रास बिहारी बोस, राजा महेंद्र प्रताप, अब्दुल रहमान, मैडम भीका जी कामा, भाई परमानंद, करतार सिंह सराभा तथा पंडित कांशीराम प्रमुख थे, जबकि 30 अप्रैल, 1908 को बिहार के मुजफ्फरपुर में खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने किंग्सफोर्ड पर बम फेंका था; परंतु दुर्भाग्य से राष्ट्रीय आंदोलन से हमदर्दी रखने वाले मिस्टर कैनेडी की पत्नी एवं पुत्री मारी गईं। इस घटना के बाद प्रफुल्ल चाकी ने आत्महत्या कर ली, जबकि खुदीराम बोस को 11 अगस्त, 1908 को फांसी दे दी गई। फांसी के समय खुदीराम बोस की आयु 18 वर्ष 8 माह 8 दिन थी।

इस प्रकार स्पष्ट है कि खुदीराम बोस का गदर पार्टी से कोई संबंध नहीं था।

19. प्रथम विश्व युद्ध के दौरान सक्रिय होने वाले गदर क्रांतिकारियों का आधार-स्थल था- [I.A.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (c) पश्चिमी अमेरिका
Solution:प्रथम विश्व युद्ध के दौरान सक्रिय होने वाले गदर क्रांतिकारियों का आधार-स्थल उत्तरी अमेरिका का मुख्य देश संयुक्त राज्य अमेरिका का 'सैन फ्रांसिस्को' नगर था। सैन फ्रांसिस्को संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी भाग में स्थित है। यदि अमेरिका का अर्थ संयुक्त राज्य अमेरिका से लगाया जाए तो सही उत्तर विकल्प (c) होगा; किंतु यदि अमेरिका का अर्थ अमेरिका महाद्वीप से लगाया जाए, तो सही उत्तर विकल्प (b) होगा। सामान्य तौर पर अमेरिका महाद्वीप को 3 भागों उत्तरी अमेरिका; मध्य अमेरिका (मध्य अमेरिका में स्थित देशों को उत्तरी अमेरिका का ही भाग माना जाता है।), दक्षिणी अमेरिका में विभाजित किया जाता है।

20. गदर क्रांति छिड़ने का सबसे महत्वपूर्ण कारण क्या था? [39th B.P.S.C. (Pre) 1994]

Correct Answer: (c) प्रथम महायुद्ध का शुरू होना
Solution:स्वदेशी आंदोलन के निष्क्रिय होने से भारतीय राष्ट्रवाद के प्रहरी भी निष्क्रिय हो गए थे। वर्ष 1914 में अचानक छिड़े प्रथम विश्व युद्ध ने भारतीय राष्ट्रीयता के प्रहरियों को झकझोरा, उन्हें उद्वेलित किया। उस समय यह धारणा प्रचलित थी कि "ब्रिटेन पर किसी भी तरह का संकट भारत के हित में है, उनके लिए एक मौका है।" इस 'मौके' का कई जगहों पर कई तरह से फायदा उठाया गया। उत्तरी अमेरिका में गदर क्रांतिकारियों और भारत में लोकमान्य तिलक, एनी बेसेंट एवं उनके स्वदेशी संगठनों ने इस मौके का लाभ उठाया। गदर क्रांतिकारियों ने सशस्त्र संघर्ष के माध्यम से अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने का प्रयास किया।