भौतिक विज्ञान (भाग-IX) (रेलवे)

Total Questions: 50

1. एक शेविंग दर्पण को इस प्रकार निर्मित किया गया है कि दर्पण से 30 सेमी. की दूरी पर स्थित एक व्यक्ति, अपना 1.33 गुना आवर्धित प्रतिबिंब देखता है। दर्पण की वक्रता त्रिज्या ज्ञात कीजिए। [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (3) 34.25 सेमी.
Solution:u = 30cm, m = 1.33

2. श्रेणी क्रम में संयोजित 6Ω और 4Ω के दो प्रतिरोध 12 V की एक बैटरी के साथ संयोजित हैं। परिपथ में प्रभावी धारा का मान ज्ञात कीजिए। [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (4) 1.2 Amp
Solution:श्रृंखला कनेक्शन के लिए. परिणामी प्रतिरोध = R₁ + R₂ = 6OΩ+ 10Ω = 10Ω
  • ओम के नियम के अनुसार, एक सर्किट के माध्यम से बहने वाली धारा, I, वोल्टेज, V के सीधे आनुपातिक होती है तथा प्रतिरोध, R के व्युत्क्रमानुपाती होती है।
  • इसे I = V / R के रूप में व्यक्त किया जाता है
  • I = 12/10 =1.2 एम्पीयर

3. एक बल्ब की शक्ति 40 W है। उसके द्वारा 100 s में व्यय की गई ऊर्जा SI इकाई में ज्ञात कीजिए। [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (4) 4000 j
Solution:यदि शक्ति एक स्थिर दर पर वितरित की जाती है, तो ऊर्जा E = P×T द्वारा पाई जा सकती है।
  • अतः प्रश्न के अनुसार ऊर्जा = 40×100 = 4000जूल

4. तारों के टिमटिमाने का क्या कारण है? [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (4) हवा की विभिन्न परतों के घनत्व में परिवर्तन की वजह से अपवर्तनांक में निरंतर परिवर्तन होने के कारण।
Solution:वायु की विभिन्न परतों के घनत्व में परिवर्तन के कारण अपवर्तनांक में निरंतर परिवर्तन होता है।
  • तारों का टिमटिमाना तारा-प्रकाश के वायुमंडलीय अपवर्तन के कारण होता है।
  • वातावरण विभिन्न घनत्वों की कई परतों से बना है तथा अपवर्तक सूचकांक लगातार बदलते रहता हैं।
  • फलस्वरूप तारे से निकलने वाली प्रकाश किरणों का मार्ग निरन्तर बदलता रहता है।
  • अतः प्रवेश करने वाली किरणों की संख्या के कारण समय के साथ आँख की पुतली बदलती जाती है तथा तारे टिमटिमाते हुए दिखाई देते हैं।

5. छड़ चुंबक के भीतर, चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की दिशा________होती हैं। [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (3) दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर
Solution:चुंबक के क्षेत्र के चारों ओर चुंबकीय बल को चुंबकीय क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।
  • अभिसमय (convention) के अनुसार, ये क्षेत्र रेखाएँ उत्तरी ध्रुव से निकलती हुई प्रतीत होती हैं और दंड चुम्बक के दक्षिणी ध्रुव पर समाप्त होती हैं।
  • चुंबक के अंदर की दिशा उलटी होती है अर्थात वे दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर जाते प्रतीत होते हैं।

6. किसी कुंडली में विद्युत चुंबकीय रूप से प्रेरित EMF और प्रेरित धारा की कुंडली के प्रतिरोध R पर निर्भरता किस प्रकार होती है? [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (1) प्रेरित EMF, R पर निर्भर नहीं करता है, किंतु प्रेरित धारा निर्भर करती है।
Solution:प्रेरित विद्युत वाहक बल (EMF, electromotive force) प्रतिरोध R पर निर्भर नहीं करता है लेकिन प्रेरित धारा निर्भर करती है।

7. एक फिल्म प्रोजेक्टर स्क्रीन पर 100 सेमी.² क्षेत्र की एक फिल्म को आवर्धित करता है। यदि रेखीय आवर्धन 4 है तो स्क्रीन पर आवर्धित छवि का क्षेत्र होगाः [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (द्वितीय पाली)]

Correct Answer: (4) 1600 सेमी.²
Solution:m = 4

वास्तविक आवर्धन = m² = (4)²= 16 स्क्रीन पर फिल्म छवि का सतह क्षेत्र = 16 × 100 = 1600 सेमी.²

8. यदि 5 ओम के एक प्रतिरोध से 6 amp की धारा प्रवाहित होती है, तो इसके साथ श्रेणीक्रम में संयोजित 10 ओम के एक अन्य प्रतिरोध से प्रवाहित धारा_________होगी। [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 27.09.2022 (प्रथम पाली)]

Correct Answer: (4) 3 amp
Solution:V = IR

V₁ = I₁R₁= 5×6 = 30 ....

V₂ = I₂R₂ = I × 10 = 10I ....(ii)

समीकरण (i) तथा (ii) की तुलना करने पर,

10I = 30

1 = 30/10 = 3

I₂ = 3A

9. यदि दर्पण के परावर्तन के बाद बनने वाला प्रतिबिंब आभासी और अत्यधिक छोटा है, तो वस्तु की स्थिति और दर्पण का प्रकार बताइए। [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 27.09.2022 (प्रथम पाली)]

Correct Answer: (3) अनंत और उत्तल दर्पण
Solution:जब किसी वस्तु को उत्तल दर्पण के सामने अनंत पर रखा जाता है, तो प्रतिबिम्ब उत्तल दर्पण के पीछे फोकस पर बनता है।
  • इसमे बनने वाला प्रतिबिम्ब आभासी और सीधा होता है और वस्तु से बहुत छोटा (या अत्यधिक छोटा) होता है।

10. _____________एक उपकरण है जिसका उपयोग विद्युत परिणी के प्रतिरोध को बदलने के लिए किया जाता है। [RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 27.09.2022 (प्रथम पाली)]

Correct Answer: (3) रिओस्तात (Rheostat)
Solution:धारा नियंत्रक एक परिवर्ती प्रतिरोधक होता है जिसका उपयोग परिपथ में परिपथ के प्रतिरोध को बदलने के लिए किया जाता है ताकि धारा में परिवर्तन हो।
  • चूँकि धारा और प्रतिरोध व्युत्क्रमानुपाती होते हैं, धारा के प्रतिरोध में वृद्धि के साथ रियोस्टेट (Rheostat) घटती है और रियोस्टेट इसके विपरीत होती है।