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भौतिक विज्ञान (भाग-VIII) (रेलवे)
📆 April 26, 2025
Total Questions: 50
41.
यदि एक गोलीय दर्पण की फोकस दूरी दोगुनी हो जाती है, तो दर्पण की वक्रता त्रिज्या पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
[RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (प्रथम पाली)]
(1) बढ़कर दोगुनी हो जाएगी
(2) पूर्ववत ही रहेगी
(3) बढ़कर चार गुनी हो जाएगी
(4) घटकर आधी रह जाएगी
Correct Answer:
(1) बढ़कर दोगुनी हो जाएगी
Solution:
गोलीय दर्पण की फोकस दूरी गोलीय दर्पण की वक्रता त्रिज्या के आधे के बराबर होती है।
इसे f=R/2 के रूप में व्यक्त किया जाता है, जहां R फोकल लंबाई है और f वक्रता की त्रिज्या है।
इसलिए यदि किसी दर्पण की वक्रता त्रिज्या दोगुनी कर दी जाए, तो उसकी फोकस दूरी दोगुनी हो जाती है।
42.
किसी परिपथ में लंबाई और A अनुप्रस्थ -काट क्षेत्रफल वाले चांदी (Silver) के तार को 5L लंबाई और 9A अनुप्रस्थ -काट के क्षेत्रफल वाले एल्यूमिनियम के तार से बदल दिया जाता है। परिपथ के प्रतिरोध पर क्या प्रभाव पड़ेगा_________(दिया गया है Pₛᵢₗᵥₑᵣ = 1.6 × 10⁻⁸ Ω m और Pₐₗᵤₘᵢₙᵢᵤₘ = 2.6 x 10⁻⁸ Ωm)
[RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (प्रथम पाली)]
(1) बढ़कर पूर्व का 1.1 गुना हो जाएगा
(2) बढ़कर पूर्व का 1.2 गुना हो जाएगा
(3) घटकर पूर्व का 0.9 गुना हो जाएगा
(4) घटकर पूर्व का 0.8 गुना हो जाएगा
Correct Answer:
(3) घटकर पूर्व का 0.9 गुना हो जाएगा
Solution:
43.
जब रात के समय धूल भरी सड़क पर कोई कार गुजर रही हो, तो हेडलाइट से प्रकाश पुंज का पथ__________प्रभाव के कारण स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
[RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (प्रथम पाली)]
(1) प्रकीर्णन
(2) निमज्जन
(3) अपवर्तन
(4) वर्ण-विक्षेपण
Correct Answer:
(1) प्रकीर्णन
Solution:
रात के समय जब कोई कार धूल भरी सड़क से गुजर रही होती है तो हेडलाइट से किरण निकलने के कारण रास्ता स्पष्ट दिखाई देता है।
वायुमंडल में उपस्थित सूक्ष्म धूल के कण प्रकाश की किरण को चारों ओर बिखेर देते हैं। इसे टिंडल प्रभाव कहते हैं।
44.
मान लीजिए एक तार का प्रतिरोध 10 Ω. है। यदि उसी पदार्थ और समान लंबाई का एक अन्य तार है, जिसकी अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल, पहले वाले तार के दोगुना है, तो दूसरे तार का प्रतिरोध क्या होगा।
[RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (प्रथम पाली)]
(1) 7.5Ω
(2) 5Ω
(3) 20Ω
(4) 10Ω
Correct Answer:
(2) 5Ω
Solution:
एक तार का प्रतिरोध सीधे कंडक्टर की लंबाई के समानुपाती होता है और अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
इसलिए, जब अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल दोगुना हो जाता है, तो नए तार का प्रतिरोध आधा हो जाएगा।
45.
एक घर को एक 15 A फ्यूज द्वारा विद्युत आपूर्ति प्रदान की जाती है। 2KW AC के साथ - साथ उपयोग किए जा सकने वाले 100 W लैंपो की संख्या ज्ञात कीजिए। (AC और लैंप दोनों को 220 V आपूर्ति के लिए रेट किया गया है)
[RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (प्रथम पाली)]
(1) 13
(2) 23
(3) 18
(4) 15
Correct Answer:
(1) 13
Solution:
1 लैंप का शक्ति = 100W
कुल शक्ति = 3300W
कुल शक्ति - AC का शक्ति = 3300W - 2000W = 1300W
लैंपों की संख्या = 1300W / 100W/लैंप = 13 लैंप
इसलिए, एक साथ 13 लैंप और 1 AC उपयोग किया जा सकता है।
46.
40 सेमी. वक्रता त्रिज्या वाले गोलीय दर्पण द्वारा वस्तु का उल्टा और आवर्धित प्रतिबिंब प्राप्त करने के लिए वस्तु को __________रखा जाना चाहिए।
[RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (प्रथम पाली)]
(1) उत्तल दर्पण से 20 सेमी. दूर
(2) उत्तल दर्पण से अंनत पर
(3) उत्तल दर्पण से 20 सेमी. का 40 सेमी. का
(4) अवतल दर्पण से 20 सेमी. से 40 सेमी के बीच
Correct Answer:
(1) उत्तल दर्पण से 20 सेमी. दूर
Solution:
अवतल दर्पण से 20 सेंटीमीटर से 40 सेंटीमीटर के बीच।
गोलीय दर्पणों के लिए वक्रता की त्रिज्या दोगुनी फोकस दूरी के बराबर देखी जाती है। इसलिए R = 2f
तो, प्रश्न के अनुसार, f = R / 2 = 40/2 = 20 सेमी
जब किसी वस्तु को वक्रता केंद्र और अवतल दर्पण के मुख्य फोकस के बीच रखा जाता है, तो उसकी छवि वक्रता केंद्र से परे बनती है।
बनने वाला प्रतिबिम्ब वास्तविक, उल्टा और आवर्धित होता है।
47.
30°C पर 1मी. लंबाई के किसी धातु के तार का प्रतिरोध 50Ω है। मान लीजिए तार का व्यास 0.3mm है। उसी धातु के समान लंबाई के एक अन्य तार, जिसका व्यास बढ़ाकर 0.6 mm कर दिया गया हो, का प्रतिरोध (30°C पर) कितना होगा ? :
[RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (प्रथम पाली)]
(1) 12.5Ω
(2) 20.5 Ω
(3) 2.5 Ω
(4) 120.5 Ω
Correct Answer:
(1) 12.5Ω
Solution:
प्रतिरोध अनुभागीय क्षेत्र को पार करने के व्युत्क्रमानुपाती होता है। यदि एक निश्चित समय में प्रतिरोध R है, तो दूसरे तार का प्रतिरोध पहले के समान व्यास के दो बार होने के अलावा D.25R है। ⇒ 50 x 0.25 = 12.5 Ω
48.
एक लंबी धारावाही सीधी परिनालिका के अंदर चुबंकीय क्षेत्र की प्रबलता (Strength)_________होती है।
[RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (प्रथम पाली)]
(1) परिनालिका के अंदर सभी बिदुओ पर एकसमान
(2) केंद्र में न्यूनतम.
(3) केंद्र की तुलना में सिरे पर अधिक
(4) मध्य में अधिकतम
Correct Answer:
(1) परिनालिका के अंदर सभी बिदुओ पर एकसमान
Solution:
धारावाही लंबी सीधी परिनालिका के भीतर चुंबकीय क्षेत्र सभी बिंदुओं पर समान होता है।
परिनालिका का एक सिरा मूल रूप से चुंबकीय उत्तरी ध्रुव के रूप में कार्य करता है जबकि दूसरा चुंबकीय दक्षिणी ध्रुव के रूप में कार्य करता है।
परिनालिका के अंदर की क्षेत्र रेखाएँ समानांतर और सीधी होती हैं।
49.
एक प्रकार किरण, माध्यम A से माध्यम B में प्रवेश करती है, और परिणामस्वरूप, यह माध्यम B में अभिलंब से दूर की ओर झुक जाती है। माध्यम A के सापेक्ष माध्यम B का अपवर्तनांक___________होगा:
[RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (प्रथम पाली)]
(1) एक से अधिक
(2) एक से बराबर
(3) एक से कम
(4) दो के बराबर
Correct Answer:
(3) एक से कम
Solution:
प्रश्न के अनुसार प्रकाश की किरण अभिलम्ब से हट जाती है, जब वह माध्यम A से माध्यम B में प्रवेश करती है।
इसका अर्थ है कि माध्यम A सघन है और माध्यम B विरल है।
इसका अर्थ यह है कि माध्यम बी का अपवर्तक सूचकांक माध्यम B के अपवर्तक सूचकांक के संबंध में A से कम होगा।
50.
एक प्रतिबिंब का आवर्धन +1.5 है तथा गोलीय दर्पण से वस्तु की दूरी 30 सेमी. है। प्रतिबिंब___________पर बनेगा।
[RRB Group 'D' CBT परीक्षा, 20.09.2022 (द्वितीय पाली)]
(1) दर्पण के पीछे, 45 सेमी. की दूरी
(2) दर्पण के सामने, 45 सेमी. की दूरी
(3) दर्पण के सामने, 20 सेमी. की दूरी
(4) दर्पण के पीछे, 20 सेमी. की दूरी
Correct Answer:
(1) दर्पण के पीछे, 45 सेमी. की दूरी
Solution:
हम जानते हैं, आवर्धन, M = v/u जहाँ v छवि की दूरी है तथा । वस्तु की दूरी है।
प्रश्न के अनुसार, 1.5 = v / u = v / 30
v = 30×1.5 = 45 सेमी.
प्रतिबिंब दर्पण के पीछें 45 सेमी. बनेगा।
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