मध्यकालीन भारतीय इतिहास (भारत पर मुस्लिम आक्रमण) (UPPCS)

Total Questions: 38

31. निम्नलिखित नामों को कालानुक्रम में व्यवस्थित करें व नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर प्राप्त करें- [U. P. P. C. S. (Spl.) (Mains) 2008]

1. चंगेज खां

2. महमूद गजनवी

3. मोहम्मद गोरी

4. तैमूर

कूट :

Correct Answer: (b) 2, 3, 1,4
Solution:सन् 999 से 1027 ई. के बीच महमूद गजनवी ने भारत पर सत्रह बार आक्रमण किया। शिहाबुद्दीन मुहम्मद गोरी का प्रथम आक्रमण 1175 ई. में हुआ और 1205 ई. तक वह बराबर साम्राज्य-विस्तार अथवा पूर्व विजित राज्य की रक्षा के लिए भारत पर चढ़ाई करता रहा। चंगेज खां के आक्रमण का भय तब उत्पन्न हुआ, जब 1221 ई. में ख्वारिज्म शाह का पुत्र और उत्तराधिकारी जलालुद्दीन मंगबरनी सिंधु नदी के तट तक आया था। सुल्तान नासिरुद्दीन के शासनकाल में मध्य एशिया के मंगोल सेनानायक तैमूर ने 1398 ई. में भारत पर आक्रमण किया।

32. किस मुस्लिम शासक के सिक्कों पर देवी लक्ष्मी की आकृति बनी है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (a) मुहम्मद गोरी
Solution:मुहम्मद गोरी के सिक्कों पर देवी लक्ष्मी की आकृति बनी है और दूसरे तरफ कलमा (अरबी में) खुदा हुआ है।

33. भारत में मुहम्मद गोरी ने किसको प्रथम अक्ता प्रदान किया था? [39th B.P.S.C. (Pre) 1994]

Correct Answer: (b) कुतुबुद्दीन ऐबक
Solution:मुहम्मद गोरी की विजयों के बाद शीघ्र ही उत्तर भारत में अक्ता (इक्ता) प्रथा स्थापित हो गई। 1192-1206 ई. तक कुतुबुद्दीन ऐबक ने गोरी के प्रतिनिधि के रूप में उत्तरी भारत के विजित भागों का प्रशासन संभाला। भारत में मुहम्मद गोरी ने कुतुबुद्दीन ऐबक को प्रथम अक्ता प्रदान किया था।

34. मुहम्मद गोरी के किस दास ने बंगाल एवं बिहार पर विजय प्राप्त की? [U.P. P.C.S. (Pre) 1991]

Correct Answer: (c) बख्तियार खिलजी
Solution:मुहम्मद गोरी के एक साधारण दास इख्तियारुद्दीन मुहम्मद बिन बख्तियार खिलजी ने बिहार की विजय की तथा नालंदा एवं विक्रमशिला विहार को तहस-नहस कर डाला। उसने 1198 से 1203 ई. के मध्य में बंगाल पर आक्रमण किया। उस समय वहां का शासक लक्ष्मणसेन था। वह बिना युद्ध किए ही भाग निकला। तुर्की सेना ने राजधानी नदिया में प्रवेश कर बुरी तरह लूट-पाट की। राजा की अनुपस्थिति में नगर ने आत्मसमर्पण कर दिया। लक्ष्मणसेन ने भाग कर पूर्वी बंगाल में शरण ली और वहीं कुछ समय तक शासन करता रहा। इख्तियारुद्दीन ने भी संपूर्ण बंगाल को जीतने का प्रयत्न नहीं किया। इख्तियारुद्दीन ने लखनौती को अपनी राजधानी बनाया। अतः इसे बिहार में तुर्क सत्ता का वास्तविक संस्थापक माना जाता है।

35. बिहार का प्रथम मुस्लिम विजेता कौन था? [60th to 62nd B.P.S.C. (Pre) 2016]

Correct Answer: (c) बख्तियार खिलजी
Solution:मुहम्मद गोरी के एक साधारण दास इख्तियारुद्दीन मुहम्मद बिन बख्तियार खिलजी ने बिहार की विजय की तथा नालंदा एवं विक्रमशिला विहार को तहस-नहस कर डाला। उसने 1198 से 1203 ई. के मध्य में बंगाल पर आक्रमण किया। उस समय वहां का शासक लक्ष्मणसेन था। वह बिना युद्ध किए ही भाग निकला। तुर्की सेना ने राजधानी नदिया में प्रवेश कर बुरी तरह लूट-पाट की। राजा की अनुपस्थिति में नगर ने आत्मसमर्पण कर दिया। लक्ष्मणसेन ने भाग कर पूर्वी बंगाल में शरण ली और वहीं कुछ समय तक शासन करता रहा। इख्तियारुद्दीन ने भी संपूर्ण बंगाल को जीतने का प्रयत्न नहीं किया। इख्तियारुद्दीन ने लखनौती को अपनी राजधानी बनाया। अतः इसे बिहार में तुर्क सत्ता का वास्तविक संस्थापक माना जाता है।

36. बिहार में तुर्क सत्ता का वास्तविक संस्थापक कौन था? [67th B.P.S.C. (Pre) (Re. Exam) 2022]

Correct Answer: (b) इब्न बख्तियार खिलजी
Solution:मुहम्मद गोरी के एक साधारण दास इख्तियारुद्दीन मुहम्मद बिन बख्तियार खिलजी ने बिहार की विजय की तथा नालंदा एवं विक्रमशिला विहार को तहस-नहस कर डाला। उसने 1198 से 1203 ई. के मध्य में बंगाल पर आक्रमण किया। उस समय वहां का शासक लक्ष्मणसेन था। वह बिना युद्ध किए ही भाग निकला। तुर्की सेना ने राजधानी नदिया में प्रवेश कर बुरी तरह लूट-पाट की। राजा की अनुपस्थिति में नगर ने आत्मसमर्पण कर दिया। लक्ष्मणसेन ने भाग कर पूर्वी बंगाल में शरण ली और वहीं कुछ समय तक शासन करता रहा। इख्तियारुद्दीन ने भी संपूर्ण बंगाल को जीतने का प्रयत्न नहीं किया। इख्तियारुद्दीन ने लखनौती को अपनी राजधानी बनाया। अतः इसे बिहार में तुर्क सत्ता का वास्तविक संस्थापक माना जाता है।

37. 'नालंदा विहार' का विध्वंस किया था - [60th 62nd B.P.S.C. (Pre) 2016]

Correct Answer: (a) बख्तियार खिलजी
Solution:मुहम्मद गोरी के एक साधारण दास इख्तियारुद्दीन मुहम्मद बिन बख्तियार खिलजी ने बिहार की विजय की तथा नालंदा एवं विक्रमशिला विहार को तहस-नहस कर डाला। उसने 1198 से 1203 ई. के मध्य में बंगाल पर आक्रमण किया। उस समय वहां का शासक लक्ष्मणसेन था। वह बिना युद्ध किए ही भाग निकला। तुर्की सेना ने राजधानी नदिया में प्रवेश कर बुरी तरह लूट-पाट की। राजा की अनुपस्थिति में नगर ने आत्मसमर्पण कर दिया। लक्ष्मणसेन ने भाग कर पूर्वी बंगाल में शरण ली और वहीं कुछ समय तक शासन करता रहा। इख्तियारुद्दीन ने भी संपूर्ण बंगाल को जीतने का प्रयत्न नहीं किया। इख्तियारुद्दीन ने लखनौती को अपनी राजधानी बनाया। अतः इसे बिहार में तुर्क सत्ता का वास्तविक संस्थापक माना जाता है।

38. नीचे दो कथन दिए गए हैं, जिनमें एक को कथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है। [U.P.P.C.S. (Pre) 2018]

कथन (A): भारत पर तुर्की आक्रमण सफल हुए।

कारण (R) : उत्तर भारत में राजनीतिक एकता नहीं थी।

नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए।

कूट :

Correct Answer: (a) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
Solution:भारत पर तुर्कों का आक्रमण सफल हुआ, जिसके फलस्वरूप भारत में इस्लामी राज्य स्थापित हुआ। भारत भूमि में अंदर तक प्रवेश पाने का प्रथम श्रेय सुल्तान महमूद गजनवी को प्राप्त हुआ, जबकि भारत में राज्य स्थापित करने का श्रेय शंसबनी वंश के मुहम्मद गोरी को प्राप्त हुआ। अतः स्पष्ट है कि कथन सत्य है। भारत में राजनीतिक एकता का अभाव और उत्तरी भारत में एक भी शक्तिशाली और विस्तृत साम्राज्य का न होना तुर्कों के विरुद्ध असफलता का प्रमुख कारण था। डॉ. ए.एल. श्रीवास्तव के अनुसार, राजनीतिक एकता का अभाव, सामाजिक विभेद, ब्राह्मणवाद का उत्थान, नैतिक पतन और भारतीयों की तुलना में तुर्की की रणनीति, सैनिक संगठन, साधन आदि की दृष्टि से श्रेष्ठ होना तुर्की सफलता के कारण हैं। इस प्रकार कथन एवं कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या है।