औद्योगिक उत्पादन एवं कारखाने (मध्य प्रदेश)

Total Questions: 22

1. मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम की स्थापना हुई थी [M.P. P.C.S (Pre), 2016]

Correct Answer: (b) 1961 में
Solution:प्रदेश शासन द्वारा कंपनी अधिनियम, 1956 के अंतर्गत वर्ष 1961 में 'मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम' की स्थापना की गई थी। मध्य प्रदा लघु उद्योग निगम का प्रमुख उद्देश्य जहां एक और प्रदेश की इकाइयों को विपणन सहायता उपलब्ध कराना है, वहीं दूसरी ओर विभिन्न विभागों को जचित गुणवत्ता की सामग्री उचित दरों पर उपलब्ध कराना है।

2. निम्न में से कौन सा मध्यकालीन शहर 'छींट' नामक छपे हुए सूती कपड़े के लिए प्रसिद्ध था? [M.P.P.C.S. (Pre), 2021]

Correct Answer: (b) सिरोंज
Solution:मध्यकालीन शहर सिरोंज (मध्य प्रदेश) छींट नामक छपे हुए सूती कपड़े के लिए प्रसिद्ध था। यह मुगलों के समय में प्रसिद्ध व्यापारिक केंद्र के लिए जाना जाता था और गुजरात के बंदरगाह से सीधा जुड़ा एक बड़ा व्यापारिक केंद्र था। सिरोंज वर्तमान में मध्य प्रदेश के विदिशा जिला का एक शहर है।

3. मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध वस्त्र प्रकार है- [M.P.P.C.S. (Pre), 2013]

Correct Answer: (d) चंदेरी
Solution:मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध वस्त्र प्रकार चंदेरी है। मध्य प्रदेश के छोटे से शहर चंदेरी में हाथों से धीमी गति से चंदेरी वस्त्रों को बुना जाता है, जिस पर फल, फूल, पत्ते, पक्षियों की आकृतियां उभारी जाती है।

4. भिलाई इस्पात कारखाने में उत्पादन कब शुरू हुआ? [M.P.P.C.S. (Pre), 2005]

Correct Answer: (b) 1959
Solution:सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भिलाई इस्पात कारखाना स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड की एक इकाई है। इसका निर्माण द्वितीय पंचवर्षीय योजना के दौरान पूर्व सोवियत संघ (वर्तमान रूस) के तकनीकी सहयोग से हुआ था, जिसमें वर्ष 1959 में उत्पादन शुरू हुआ था।

5. भिलाई स्टील प्लांट किस देश के सहयोग से स्थापित किया गया था? [M.P.P.C.S. (Pre), 2004]

Correct Answer: (a) रूस
Solution:सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भिलाई इस्पात कारखाना स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड की एक इकाई है। इसका निर्माण द्वितीय पंचवर्षीय योजना के दौरान पूर्व सोवियत संघ (वर्तमान रूस) के तकनीकी सहयोग से हुआ था, जिसमें वर्ष 1959 में उत्पादन शुरू हुआ था।

6. मध्य प्रदेश के किस शहर में ट्रांसफॉर्मर और संबद्ध उत्पादों के उत्पादन के लिए समर्पित क्लस्टर है? [M.P.P.C.S. (Pre), 2023]

Correct Answer: (b) ग्वालियर
Solution:ग्वालियर शहर ट्रांसफॉर्मर और संबद्ध उत्पादों के उत्पादन के लिए समर्पित क्लस्टर है। ग्वालियर शहर कन्फेक्शनरी, बलुआ पत्थर क्लस्टर के लिए भी समर्पित है। इंदौर में रिचार्जेबल टॉर्च क्लस्टर, फाउंड्री क्लस्टर, फार्मा क्लस्टर, प्लास्टिक पैकेजिंग प्रासेसिंग क्लस्टर, नमकीन क्लस्टर हैं। भोपाल में इंजीनियरिंग क्लस्टर, जबलपुर एवं बुरहानपुर में पॉवरलूम क्लस्टर है।

7. मध्य प्रदेश में तेलशोधक कारखाना किस जिले में प्रस्तावित है? [M.P.P.C.S. (Pre), 1994]

Correct Answer: (c) सागर
Solution:सागर जिले में बीना से लगभग 10 किमी. दूर आसागौड़ (आगासोद) में मध्य प्रदेश के प्रथम तेलशोधक कारखाने का शिलान्यास तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव ने किया था।

8. मध्य प्रदेश में तेलशोधन संयंत्र की स्थापना कहां पर होगी? [M.P.P.C.S. (Pre), 1997]

Correct Answer: (d) आसागौड़
Solution:सागर जिले में बीना से लगभग 10 किमी. दूर आसागौड़ (आगासोद) में मध्य प्रदेश के प्रथम तेलशोधक कारखाने का शिलान्यास तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव ने किया था।

9. मध्य प्रदेश में न्यूजप्रिंट का कारखाना कहां है? [M.P.P.C.S. (Pre), 2006, 1994]

Correct Answer: (c) नेपानगर
Solution:मध्य प्रदेश में नेशनल न्यून विट कारखाना नेपानगर में है। अखबारी कागज निर्माण के लिए प्रसिद्ध यह सार्वजनिक क्षेत्र का कारखाना चर्ष 1948 में स्थापित किया गया था। वर्ष 1948 में बंबई की नैय्यर प्रेरा सिंडिकेट ने खंडया जिले के नेपानगर में भारत की प्रथम न्यूजप्रिंट मिल की स्थापना की। यहां से कागज का उत्पादन 26 अप्रैल, 1956 से प्रारंभ हुआ। वर्तमान में यह केंद्र सरकार की कंपनी है। कागज बनाने के कुछ छोटे कारखाने ग्वालियर, मौपाल एवं रतलाम में भी हैं।

10. मध्य प्रदेश में स्थित नेपानगर निम्नलिखित में से किस उद्योग के लिए महत्त्वपूर्ण है? [M.P.P.C.S. (Pre), 1998]

Correct Answer: (b) अखबारी कागज
Solution:मध्य प्रदेश में नेशनल न्यून विट कारखाना नेपानगर में है। अखबारी कागज निर्माण के लिए प्रसिद्ध यह सार्वजनिक क्षेत्र का कारखाना चर्ष 1948 में स्थापित किया गया था। वर्ष 1948 में बंबई की नैय्यर प्रेरा सिंडिकेट ने खंडया जिले के नेपानगर में भारत की प्रथम न्यूजप्रिंट मिल की स्थापना की। यहां से कागज का उत्पादन 26 अप्रैल, 1956 से प्रारंभ हुआ। वर्तमान में यह केंद्र सरकार की कंपनी है। कागज बनाने के कुछ छोटे कारखाने ग्वालियर, मौपाल एवं रतलाम में भी हैं।