मानव शारीरिकी एवं क्रिया विज्ञान

Total Questions: 54

41. ....... वे रक्त वाहिनियां हैं, जो कार्बन डाइऑक्साइड समृद्ध रक्त को वापस हृदय में ले जाती हैं। [MTS (T-I) 15 जून, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (c) शिराएं
Solution:शिराएं (Veins) वे रक्त वाहिनियां हैं, जो कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) समृद्ध रक्त (अशुद्ध रक्त) को वापस हृदय में ले जाती हैं। अपवाद रूप में फुफ्फुसीय शिराएं (Pulmonary veins) फेफड़ों से ऑक्सीजन युक्त रक्त (शुद्ध रक्त) को हृदय तक पहुंचाती हैं।

42. ....... वे वाहिकाएं हैं, जो रक्त को हृदय से दूर शरीर के विभिन्न भागों तक ले जाती हैं। [MTS (T-I) 15 जून, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (d) धमनियां
Solution:धमनियां (Arteries) वे वाहिकाएं हैं, जो ऑक्सीजन युक्त रक्त (शुद्ध रक्त) को हृदय से दूर शरीर के विभिन्न भागों तक ले जाती हैं। अपवाद के रूप में फुफ्फुसीय धमनी (Pulmonary arteries) हृदय से फेफड़ों तक ऑक्सीजन रहित रक्त (अशुद्ध रक्त) पहुंचाती है।

43. यकृत ग्रंथि ....... स्रावित करती है, जो पित्ताशय नामक एक थैली में संगृहित होता है। [MTS (T-I) 13 जून, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (d) पित्त रस
Solution:यकृत ग्रंथि पित्त रस (Bile juice) स्रावित करती है, जो पित्ताशय (Gallbladder) नामक एक थैली में संगृहीत होता है। पित्त रस पीले-हरे या हरे-नीले से रंग का क्षारीय (PH-7.6 से 8.6) तरल होता है। इसकी प्रकृति क्षारीय होती है, इसमें लगभग 92% जल होता है। पित्त में कोई एंजाइम नहीं होता, लेकिन लिपिड के पाचन एवं अवशोषण में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

44. निम्नलिखित में से क्या वाहित मल की एक कार्बनिक अशुद्धि है? [CHSL (T-I) 17 मार्च, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) मानव मल
Solution:वाहित मल अनेक अशुद्धियों से युक्त एक जटिल मिश्रण होता है, जिसमें कार्बनिक अशुद्धियां; जैसे-मानव मल, जैविक अपशिष्ट पदार्थ, फल-सब्जी का कचरा आदि अकार्बनिक अशुद्धियां; जैसे-नाइट्रेट, फॉस्फेट, धातुएं तथा जीवाणु अन्य सूक्ष्मजीव शामिल होते हैं।

45. निम्नलिखित में से कौन-सा श्वसन के संबंध में सही है ? [CHSL (T-I) 16 अगस्त, 2023 (III-पाली)]

I. नियमित रूप से पारंपरिक, प्राणायाम करने से फेफड़ों की अधिक हवा लेने की क्षमता बढ़ सकती है।

II. सांस लेने के दौरान पसलियां ऊपर की ओर बाहर की ओर गति करती है और डायाफ्राम नीचे की ओर।

Correct Answer: (b) दोनों I और II
Solution:नियमित रूप से पारंपरिक प्राणायाम करने से फेफड़ों की अधिक हवा लेने की क्षमता बढ़ जाती है, कथन (1) सत्य है; क्योंकि इसमें फेफड़ों के रिक्त स्थान का उपयोग शामिल है। सांस लेने के दौरान पसलियां ऊपर की ओर और बाहर की ओर गति करती हैं और डायाफ्राम नीचे की ओर। अतः कथन (II) सत्य है। इससे फेफड़ों को पूरी तरह से फैलने और सिकुड़ने में मदद मिलती है, जिससे अच्छी मात्रा में ऑक्सीजन अंदर जाता है और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकलता है।

46. जनन की वह प्रक्रिया जिसमें केवल एक ही जीव भाग लेता है, ....... कहलाता है। [MTS (T-I) 11 मई, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (a) अलैंगिक जनन
Solution:जनन की वह प्रक्रिया जिसमें केवल एक ही जीव भाग लेता है, अलैंगिक जनन कहलाता है। अलैंगिक जनन में जीवधारी प्रायः अपने समान अर्थात जनक (parent) के एकदम समान संतान उत्पन्न करता है।

47. रक्त पट्टिकाणु (प्लेटलेट्स) को ....... के नाम से भी जाना जाता है। [MTS (T-I) 16 जून, 2023 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) थ्रोम्बोसाइट
Solution:रक्त पट्टिकाणु (प्लेटलेट्स) को थ्रोम्बोसाइट (Thrombocytes) के नाम से भी जाना जाता है। ये केवल स्तनियों (Mammals) के रुधिर में होता है। मनुष्यों में इनकी संख्या लगभग 2 से 5 लाख प्रतिक्यूबिक मिमी. रुधिर में होती है। ये केंद्रकविहीन, संकुचनशील, गोल या अंडाकार-सी उभयोत्तल, तश्तरीनुमा होती हैं।

48. निम्नलिखित में से कौन-सा खनिज थायरॉइड हॉर्मोन (थायरॉक्सिन) के संश्लेषण के लिए अनिवार्य है? [MTS (T-I) 13 जून, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) आयोडीन
Solution:आयोडीन नामक खनिज थायरॉइड हॉर्मोन (थायरॉक्सिन) के संश्लेषण के लिए अनिवार्य है। वयस्क मानव के शरीर में लगभग 15-20 मिलीग्राम आयोडीन होता है और इसकी अधिकांश मात्रा थायरॉइड ग्रंथि में रहती है। एक स्वस्थ्य मनुष्य के लिए सामान्यतया प्रतिदिन 150 माइक्रोग्राम आयोडीन की आवश्यकता पड़ती है।

49. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन गलत है? [MTS (T-I) 11 जुलाई, 2022 (I-पाली)]

Correct Answer: (c) सजीव श्वसन के दौरान धातुओं को अंदर खींचते हैं।
Solution:सजीव श्वसन के दौरान धातुओं को अंदर नहीं खींचते हैं, बल्कि जीवन के लिए आवश्यक ऑक्सीजन को श्वसन के दौरान अंदर खींचते हैं। अतः कथन (c) गलत है। अन्य तीनों कथन सही हैं. क्योंकि धातुओं का उपयोग मशीनें, मोटर गाड़ियां, वायुयान, रेलगाड़ियां, उपग्रह, औद्योगिक साजो-सामान, खाना बनाने के पात्र और आभूषण बनाने में किया जाता है।

50. शर्करा को एथिल अल्कोहल और कार्बन डाइऑक्साइड में परिवर्तित करने के लिए यीस्ट, कुछ प्रकार के जीवाणुओं या किसी अन्य सूक्ष्मजीव द्वारा पूरी की जाने वाली जैव प्रौद्योगिकी प्रक्रिया क्या है? [CHSL (T-I) 07 जून, 2022 (II-पाली)]

Correct Answer: (c) अल्कोहलिक किण्वन
Solution:शर्करा को एथिल अल्कोहल और कार्बन डाइऑक्साइड में परिवर्तित करने हेतु यीस्ट, कुछ प्रकार के जीवाणुओं या किसी अन्य सूक्ष्मजीव द्वारा पूरी की जाने वाली जैव प्रौद्योगिकी प्रक्रिया  अल्कोहलिक किण्वन कहलाती है। यह एक अवायवीय प्रक्रिया है, अर्थात यह ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होती है।