मिश्रधातुएं

Total Questions: 42

31. जंग रहित लोहा बनाने में प्रयुक्त होने वाली महत्वपूर्ण धातु है- [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2011]

Correct Answer: (c) क्रोमियम
Solution:जंग रहित लोहा, जिसे स्टेनलेस स्टील भी कहते हैं, बनाने के लिए लोहे में क्रोमियम मिलाया जाता है। क्रोमियम लोहे की सतह पर एक निष्क्रिय और बहुत पतली परत बनाता है, जिसे क्रोमियम ऑक्साइड की परत कहते हैं। यह परत हवा और नमी के संपर्क को लोहे से रोकती है, जिससे लोहे को जंग लगने से बचाया जा सकता है। क्रोमियम की मात्रा बढ़ने से जंग प्रतिरोधकता भी बढ़ती है।

32. स्टील से स्टेनलेस स्टील प्राप्त करने के लिए उसमें कुछ तत्वों को मिलाकर उसे और अधिक संशोधित किया जाता है। निम्न में से कौन उस कार्य के लिए प्रयुक्त नहीं किया जाता ? [U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]

Correct Answer: (b) सिलिकॉन
Solution:स्टेनलेस स्टील (धब्बा रहित लोहा) एक मिश्रधातु है, जिसके संघटक तत्व इस प्रकार है-

आयरन      -    89.4%
क्रोमियम    -    10.0%
मैगनीज      -    0.35%
कार्बन        -    0.25%

इसमें सिलिकॉन नहीं मिलाया जाता है, जबकि अल्प मात्रा में निकेल (0.8%) मिलाया जाता है।

33. धब्बा रहित लोहा बनाने में लोहे के साथ प्रयुक्त होने वाली महत्वपूर्ण धातु है ? [U.P.P.C.S. (Pre) 2002]

Correct Answer: (b) क्रोमियम
Solution:धब्बा रहित लोहा, जिसे स्टेनलेस स्टील के नाम से जाना जाता है, मुख्य रूप से लोहे, क्रोमियम और कार्बन के संयोजन से बनता है। क्रोमियम की उपस्थिति लोहे की सतह पर एक निष्क्रिय ऑक्साइड परत बनाती है जो इसे हवा और नमी से बचाती है। यह परत स्टील पर दाग या धब्बे लगने से भी रोकती है, जिससे इसका नाम 'धब्बा रहित' पड़ा है।

34. स्टेनलेस स्टील एक मिश्रधातु है, जिसमें लोहे के साथ निम्नलिखित को मिलाते है। [U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2017]

Correct Answer: (b) क्रोमियम
Solution:स्टेनलेस स्टील एक मिश्रधातु है जिसमें लोहे के साथ क्रोमियम मिलाया जाता है। क्रोमियम की मात्रा आमतौर पर 10.5% से अधिक होती है, जो स्टील को जंग से बचाने के लिए एक सुरक्षात्मक परत बनाने के लिए आवश्यक है। यह परत स्टील को चमकदार भी बनाती है।

35. स्टेनलेस स्टील मिश्रधातु है- [U.P.P.S.C. (GIC) 2010 Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2008]

Correct Answer: (c) लोहा, क्रोमियम, मैंगनीज एवं कार्बन
Solution:स्टेनलेस स्टील (धब्बा रहित लोहा) एक मिश्रधातु है, जिसके संघटक तत्व इस प्रकार है-

आयरन      -    89.4%
क्रोमियम    -    10.0%
मैगनीज      -    0.35%
कार्बन        -    0.25%

इसमें सिलिकॉन नहीं मिलाया जाता है, जबकि अल्प मात्रा में निकेल (0.8%) मिलाया जाता है।

36. स्टेनलेस स्टील बनाने के लिए लोहे में क्या मिलाया जाता है? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2005 R.A.S./R.T.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (d) क्रोमियम और निकेल
Solution:स्टेनलेस स्टील बनाने के लिए लोहे में मुख्य रूप से क्रोमियम और निकेल मिलाया जाता है। क्रोमियम जंग प्रतिरोध प्रदान करता है, जबकि निकेल इसे और अधिक मजबूत, जंग प्रतिरोधी और अचुंबकीय बनाता है। ये दोनों तत्व मिलकर स्टील को उसके उत्कृष्ट गुण प्रदान करते हैं।

37. स्टेनलेस स्टील एक मिश्रधातु है - [63 B.P.S.C. (Pre) 2017]

Correct Answer: (e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
Solution:स्टेनलेस स्टील (धब्बा रहित लोहा) एक मिश्रधातु है, जिसके संघटक तत्व इस प्रकार है-

आयरन      -    89.4%
क्रोमियम    -    10.0%
मैगनीज      -    0.35%
कार्बन        -    0.25%

इसमें सिलिकॉन नहीं मिलाया जाता है, जबकि अल्प मात्रा में निकेल (0.8%) मिलाया जाता है।

38. स्टील में कितना कार्बन होता है- [M.P. P.C.S. (Pre) 2000]

Correct Answer: (a) 0.1-2%
Solution:स्टील, लोहे और कार्बन का एक मिश्रधातु है। इसमें कार्बन की मात्रा 0.1% से 2% तक होती है। कार्बन की मात्रा बढ़ने से स्टील की कठोरता और ताकत बढ़ती है, लेकिन साथ ही इसकी भंगुरता भी बढ़ सकती है।

39. जंग लगने पर लोहे का भार- [M.P. P.C.S. (Pre) 1991 U.P.P.C.S. (Mains) 2008]

Correct Answer: (a) बढ़ता है।
Solution:जंग लगने पर लोहे का भार बढ़ता है क्योंकि लोहे में जंग उस समय लगता है. जब आर्द्रता की उपस्थिति में लोहा, ऑक्सीजन से रासायनिक अभिक्रिया करके लौह ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है। इस अभिक्रिया के दौरान लोहे के साथ ऑक्सीजन की मात्रा भी जुड़ जाती है, अतः लोहे का भार बढ़ जाता है। इस दौरान लोहे का भार उतना ही बढ़ता है, जितनी कि ऑक्सीजन वह ग्रहण करता है।

40. जंग लगे लोहे के वजन में, निम्न में से कौन-सा परिवर्तन होता है? [67 B.P.S.C. (Pre) (Re-Exam) 2022]

Correct Answer: (a) वह लंबे समय तक बढ़ता है
Solution:जंग लगने पर लोहे का भार बढ़ता है क्योंकि लोहे में जंग उस समय लगता है. जब आर्द्रता की उपस्थिति में लोहा, ऑक्सीजन से रासायनिक अभिक्रिया करके लौह ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है। इस अभिक्रिया के दौरान लोहे के साथ ऑक्सीजन की मात्रा भी जुड़ जाती है, अतः लोहे का भार बढ़ जाता है। इस दौरान लोहे का भार उतना ही बढ़ता है, जितनी कि ऑक्सीजन वह ग्रहण करता है।