1. 'जात' एवं 'सवार' पद प्रदान किए जाते थे।
2. मनसबदार आनुवंशिक अधिकारी होते थे।
3. मनसबदारों के तीन वर्ग थे।
4. दीवान कार्यालय द्वारा इनको वेतन दिया जाता था।
कूट :
Correct Answer: (d) केवल 1 एवं 3 सही हैं।
Solution:मनसब शब्द का अर्थ 'श्रेणी' अथवा 'पद' है तथा 'मनसबदार' का अर्थ उस अधिकारी से था, जिसे शाही सेना में पद अथवा श्रेणी प्राप्त थी। अकबर की मनसबदारी व्यवस्था दशमलव प्रणाली पर आधारित थी। अकबर ने मनसबदारी व्यवस्था में 'जात' और 'सवार' के पदों को आरंभ किया। डॉ. ए.एल. श्रीवास्तव के अनुसार, 'जात' का पद हाथी, घोड़े आदि सभी की संख्या का द्योतक था, जबकि 'सवार' का पद केवल घुड़सवारों की संख्या को निश्चित करता था। मनसबदारों के तीन वर्ग थे, जिनमें प्रथम श्रेणी के अंतर्गत वे आते थे, जो निर्धारित मनसब की संख्या के बराबर सवार रखते थे। दूसरी श्रेणी में वे मनसबदार थे, जिनकी सवार संख्या उनके निर्धारित मनसब का आधा या आधे से अधिक होती थी। तृतीय श्रेणी में वे मनसबदार थे, जिनकी सवार संख्या निर्धारित मनसब के आधे से कम होती थी। मनसबदार आनुवंशिक अधिकारी नहीं होते थे। इन्हें वेतन नकद अथवा जागीर के रूप में प्रदान किया जाता था। इस प्रकार कूट (d) सही उत्तर है।