मुगलकालीन प्रशासन (UPPCS)

Total Questions: 32

21. निम्न में दिए गए कथन (A) एवं (B) के व्याख्यान को पढ़ें और निम्न के कूट में से सही उत्तर का चयन करें - [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2013]

(A) सभी मनसबदार सेना के पदाधिकारी नहीं होते थे।

(B) मुगल शासन के अधीन उच्च पदाधिकारी भी मनसबदार होते थे और उनका वर्गीकरण होता था।

Correct Answer: (b) (A) एवं (B) दोनों ही सही हैं।
Solution:मनसबदारी व्यवस्था को अकबर ने अपने शासनकाल में प्रारंभ किया था। सैन्य अधिकारियों के साथ-साथ असैनिक अधिकारियों को भी मनसब प्रदान किया जाता था। अबुल फजल के 'आइन-ए-अकबरी' से ज्ञात होता है कि मनसबदारों की 66 श्रेणियां थीं। यह श्रेणियां 10 से लेकर 10 हजार तक होती थीं; परंतु इस व्यवस्था के अंतर्गत केवल 33 श्रेणियां व्यवहारतः प्रचलित थीं।

22. सूची -I को सूची II से सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए - [U.P.P.C.S. (Pre) 2020]

सूची-I (अधिकारी)सूची-II (विहित कर्तव्य)
A. दीवान - ए - तन1. कार्यालय को संभालने के लिए
B. मुस्तार्फी2. प्रमुख घटनाओं व फरमानों को सूचीबद्ध करना
C. मुशरिफ3. जागीर व वेतन को देखना
D. वकियानवीस4. राज्य की आय-व्यय का निरीक्षण करना

कूट :

(A)(B)(C)(D)
(a)2413
(b)3412
(c)1324
(d)4123
Correct Answer: (b)
Solution:सूची I का सूची II से सही सुमेलन निम्नवत है-
सूची-I (अधिकारी)सूची-II (विहित कर्तव्य)
दीवान-ए-तनराज्य की आय-व्यय का निरीक्षण करना
मुस्तार्फीजागीर व वेतन को देखना
मुशरिफकार्यालय को संभालने के लिए
वकियानवीसप्रमुख घटनाओं व फरमानों को सूचीबद्ध करना

23. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए। [U.P.R.O./A.R.O. (Mains) 2021]

सूची-I (बादशाह)सूची-II (दीवान)
A. अकबर1. गियास बेग एतमाद-उद्दौला
B. जहांगीर2. असद खां
C. शाहजहां3. मुजफ्फर खां
D. औरंगजेब4. सादुल्ला खां

कूट :

(A)

(B)

(C)

(D)

(a)

1

4

3

2

(b)

2

3

1

4

(c)

3

2

1

4

(d)

3

1

4

2

Correct Answer: (d)
Solution:सही सुमेलन इस प्रकार है-
सूची-I (बादशाह)सूची-II (दीवान)
अकबरमुजफ्फर खां
जहांगीरगियास बेग एतमाद-उद्दौला
शाहजहांअसद खां
औरंगजेबसादुल्ला खां

24. नीचे दो कथन दिए गए हैं, जिनमें एक को कथन (A) और दूसरे को कारण (R) कहा गया है। [U.P.P.C.S. (Pre) 2019]

कथन (A): अकबर ने शेरशाह की तरह राज्य के सिक्कों के प्रचलन को नियमित करने का प्रयास किया।

कारण (R) : शेरशाह की मुद्रा पद्धति के समान, अकबर के समय का ताम्र का प्रमुख सिक्का दाम था।

नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर का चयन कीजिए -

कूट :

Correct Answer: (b) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं; परंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
Solution:अकबर ने शेरशाह की तरह राज्य के सिक्कों के प्रचलन को नियमित करने का प्रयास किया और इसके परिणामस्वरूप अकबर और उसके उत्तराधिकारियों के शासनकाल के दौरान मुगल साम्राज्य में व्यापारिक कारोबार हेतु मुख्यतः स्वर्ण मुहरों, चांदी के रुपया और तांबे के दाम के रूप में मानक सिक्कों का प्रचलन और प्रसार किया गया। शेरशाह की मुद्रा पद्धति के समान, अकबर के समय भी तांबे का प्रमुख सिक्का दाम था तथा 1 रुपया में 40 दाम होते थे। राज्य के आय-व्यय की गणना दाम में ही की जाती थी। इस प्रकार प्रश्नगत कथन और कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या नहीं है।

25. निम्नलिखित राजाओं में से किसने रामसीता की आकृतियों और 'रामसीय' देवनागरी लेख से युक्त कुछ सिक्के चलाए ? [U.P.P.C.S. (Mains) 2011]

Correct Answer: (d) अकबर
Solution:अकबर द्वारा रामसीता की आकृतियों और रामसिया/रामसीय देवनागरी लेख से युक्त सिक्के चलाए गए थे।

26. मुगल शासन में तांबे का सिक्का कहलाता था- [U.P. P.C.S. (Spl.) (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) दाम
Solution:टकसालों में सोने, चांदी और तांबे के सिक्के ढाले जाते थे। चांदी का सिक्का 'रुपया' कहलाता था।

27. निम्नलिखित में से किस शासक ने 'शाहरुख' नामक चांदी का सिक्का चलाया? [U.P.R.O./A.R.O. (Pre) 2017]

Correct Answer: (b) बाबर
Solution:बाबर ने चांदी और तांबे का सिक्का चलाया था। चांदी के सिक्के को 'शाहरुख' कहा जाता था।

28. निम्नलिखित में से किस बंदरगाह को मुगल काल के दौरान बाबुल मक्का (मक्का का द्वार) कहा जाता है? [69th B.P.S.C (Pre) 2023]

Correct Answer: (b) सूरत
Solution:मुगल काल में सूरत बंदरगाह को 'बाबुल मक्का' (मक्का का द्वार) कहा जाता था। यह मुगल काल में एक प्रमुख बंदरगाह था। मुगलों के अधिकांश व्यापार इसी बंदरगाह से होते थे। मुगल काल के दौरान इसी बंदरगाह से मक्का की यात्रा मुख्यतः की जाती थी। अतः इसे बाबुल मक्का कहा जाता था।

29. मुगल काल के दौरान, पिछले शासनकाल के दौरान ढाले गए सिक्कों को कहा जाता था- [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (a) खजाना
Solution:मुगल काल के दौरान किसी सम्राट के शासनकाल में जारी और प्रचलन में रहने वाले सिक्कों को 'चाल्नी' या चालनी (Chalani) कहा जाता था, जबकि पहले के शासनकाल में ढाले गए सिक्कों को 'खजाना' (Khajana) कहा जाता था।

30. मध्य काल में बंटाई शब्द का अर्थ था- [48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]

Correct Answer: (b) लगान निर्धारण का तरीका
Solution:मध्य काल में बंटाई लगान निर्धारण की एक पद्धति थी, जिसमें वार- तविक उपज का बंटवारा राज्य और कृषक के बीच होता था। शेरशाह सूरी ने लगान निर्धारण के लिए तीन प्रणालियां अपनाई थीं- (1) नश्क या मुक्ताई अथवा कनकूत, (2) नकदी अथवा जब्ती तथा (3) गल्ला बख्शी या बंटाई।