Correct Answer: (c) अब्दुर्रहीम खानखाना
Solution:अकबर के सफल प्रशासन, सहिष्णु नीति एवं संतुलित मनोवृत्ति तथा तत्कालीन अनुकूल वातावरण ने हिंदी को पनपने का ऐसा सुअवसर प्रदान किया कि अकबर का काल 'हिंदी काव्य का स्वर्णकाल' कहलाने लगा। इस युग में हिंदी केवल हिंदुओं की ही धरोहर नहीं थी, अपितु इस पर मुसलमानों का भी सम्यक् अधिकार था। फारसी, अरबी, तुर्की, संस्कृत, हिंदी तथा राजस्थानी के मर्मज्ञ अब्दुर्रहीम खानखाना इन सब में मुखर स्थान रखते हैं। हिंदी काव्य का कोई भी इतिहास खानखाना के सम्मान के उल्लेख के बिना अधूरा है। उनका प्रसिद्ध ग्रंथ "रहीम सतसई" दोहों का संग्रह है।