मुगल वंश (भाग-I)

Total Questions: 50

1. बाबर ने महमूद लोदी और सुल्तान नुसरत शाह को 1529 में ....... के युद्ध में हराकर भारत में मुगल शासन की स्थापना की। [MTS (T-I) 02 मई, 2023 (III-पाली), कांस्टेबिल GD 3 मार्च, 2019 (I-पाली)]

Correct Answer: (b) घाघरा
Solution:1529 ई. में घाघरा के युद्ध में मुगल बादशाह बाबर ने महमूद लोदी के नेतृत्व में अफगानों और बंगाल के शासक सुल्तान नुसरत शाह को पराजित किया।

2. वर्ष 1526 में पानीपत के प्रथम युद्ध में बाबर ने किस सुल्तान को पराजित किया था? [MTS (T-I) 13 जून, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) इब्राहिम लोदी
Solution:पानीपत की प्रथम लड़ाई बाबर एवं इब्राहिम लोदी के बीच 21 अप्रैल, 1526 को लड़ी गई थी। बाबर की तोपों का संचालन उस्ताद अली कुली एवं बंदूकचियों का नेतृत्व उस्ताद मुस्तफा ने किया था। इस युद्ध में बाबर की सफलता का सर्वप्रधान कारण उसका विशाल तोपखाना था। इब्राहिम लोदी की सेना संख्या में अधिक होते हुए भी पराजित हुई और इब्राहिम लोदी रणक्षेत्र में मारा गया। फलस्वरूप दिल्ली और आगरा पर बाबर का अधिकार हो गया। बाबर ने अपने आप को 'पादशाह' घोषित कर भारत में मुगल सम्राज्य की नींव डाली।

3. पानीपत का प्रथम युद्ध बाबर और ....... के बीच हुआ था। [CHSL (T-I) 9 अगस्त, 2023 (III-पाली), दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 30 नवंबर, 2023 (I-पाली), दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 14 नवंबर, 2023 (II- पाली), C.P.O.S.L (T-I) 1 जुलाई, 2017 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) इब्राहिम लोदी
Solution:पानीपत की प्रथम लड़ाई बाबर एवं इब्राहिम लोदी के बीच 21 अप्रैल, 1526 को लड़ी गई थी। बाबर की तोपों का संचालन उस्ताद अली कुली एवं बंदूकचियों का नेतृत्व उस्ताद मुस्तफा ने किया था। इस युद्ध में बाबर की सफलता का सर्वप्रधान कारण उसका विशाल तोपखाना था। इब्राहिम लोदी की सेना संख्या में अधिक होते हुए भी पराजित हुई और इब्राहिम लोदी रणक्षेत्र में मारा गया। फलस्वरूप दिल्ली और आगरा पर बाबर का अधिकार हो गया। बाबर ने अपने आप को 'पादशाह' घोषित कर भारत में मुगल सम्राज्य की नींव डाली।

4. निम्नलिखित में से किसने 1527 में खानवा में मुगल सम्राट बाबर से युद्ध किया था? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 22 नवंबर, 2023 (III-पाली), CGL (T-I) 23 अगस्त, 2021 (III-पाली)]

Correct Answer: (a) राणा सांगा
Solution:खानवा की लड़ाई (1527 ई.) में बाबर ने राणा सांगा को हराया था। इस युद्ध की जीत के बाद बाबर ने 'गाजी' की उपाधि धारण की। 'गाजी' की उपाधि धारण करने वाला वह पहला मुगल शासक था।

5. 'बाबर के संस्मरण' या 'बाबरनामा', जिसे 'तुज्क-ए-बाबरी' के नाम से भी जाना जाता है, को किसने लिखा था? [CHSL (T-I) 06 अगस्त, 2021 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) बाबर
Solution:'बाबर के संस्मरण' या 'बाबरनामा' (तुज्क-ए-बाबरी का फारसी अनुवाद), जिसे 'तुज्क-ए-बाबरी' के नाम से भी जाना जाता है, को स्वयं मुगल बादशाह बाबर ने लिखा था। यह किताब तुर्की भाषा में लिखी गई है।

6. पहला मुगल शासक बाबर ने ....... में फरघना (Ferghana) राज्य का उत्तराधिकार प्राप्त किया, जब वह 12 साल का था। [CHSL (T-I) 15 अगस्त, 2023 (IV-पाली)]

Correct Answer: (c) 1494
Solution:मुगल शासक बाबर ने 1494 ई. में फरघना (Ferghana) राज्य का उत्तराधिकार प्राप्त किया था। इस समय बाबर की उम्र 11 वर्ष 4 माह (लगभग 12 साल) थी। 1501 ई. में सर-ए-पुल के युद्ध में शैबानी खां उजबेग से पराजय के बाद फरघना (फरगना) और समरकंद दोनों बाबर के हाथों से निकल गए तथा उसे मध्य एशिया भी छोड़ना पड़ा।

7. 1528 में चंदेरी के युद्ध में निम्नलिखित में से किसकी हार हुई थी? [CGL (T-I) 14 जुलाई, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (c) मेदिनी राय
Solution:जनवरी, 1528 को चंदेरी का युद्ध बाबर और मेदनी राय के मध्य हुआ। बाबर ने चंदेरी के किले पर अधिकार कर लिया। इस युद्ध में मेदनी राय मारा गया।

8. मुगल अपने पिता की ओर से ....... के वंशज थे। [MTS (T-I) 11 मई, 2023 (I-पाली), CGL (T-I) 11 अगस्त, 2017 (III-पाली), MTS (T-1) 21 सितंबर, 2017 (I-पाली)]

Correct Answer: (d) तैमूर
Solution:मुगल शासकों में बाबर अपने पिता की ओर से तैमूर तथा माता की ओर से चंगेज खां का वंशज था। बाबर भारत में मुगल साम्राज्य का संस्थापक था।

9. मातृपक्ष की ओर से, मुगल ....... के वंशज थे। [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 23 नवंबर, 2023 (I-पाली), दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 3 दिसंबर, 2023 (II-पाली), MTS (T-I) 27 अक्टूबर, 2021 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) चंगेज खां
Solution:मातृपक्ष की ओर से, मुगल चंगेज खां (मंगोल) के वंशज तथा पिता की ओर से तैमूर के वंशज थे।

10. अनेक वर्षों तक भटकने के बाद बाबर ने सन् ....... में काबुल पर कब्जा कर लिया। [MTS (T-I) 19 मई, 2023 (III-पाली)]

Correct Answer: (c) 1504
Solution:1504 ई. में बाबर ने काबुल पर आक्रमण किया और बिना किसी विरोध के काबुल तथा गजनी पर अधिकार कर लिया। 1507/1508 ई. में बाबर ने 'पादशाह' की उपाधि धारण की। खानवा के युद्ध (1527) में बाबर ने जेहाद की घोषण की थी। खानया के युद्ध (1527 ई.) के बाद बाबर ने 'गाजी' की उपाधि धारण की।