Correct Answer: (d) शेरशाह सूरी
Solution:शेरशाह की मुद्रा व्यवस्था उसकी उत्कृष्ट उपलब्धियों में से एक है। उसने सोना, चांदी और तांबे के मानक सिक्के जारी किए। तांबे के सिक्के को उस समय दाम और सोने के सिक्के को मोहर कहा जाता था। उसके द्वारा जारी किए गए चांदी के सिक्के को रुपया कहा जाता था, जिसका वजन 178 ग्रेन था। शेरशाह द्वारा जारी किया गया रुपया ब्रिटिश मुद्रा व्यवस्था का आधार बना।