कथन-I : कोविड विश्वमारी के बाद के हाल के विगत काल में, पूरे विश्व में अनेक केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरें बढ़ा दी थीं।
कथन-II : आमतौर पर केंद्रीय बैंक मानते हैं कि उनके पास बढ़ती हुई उपभोक्ता कीमतों का, मौद्रिक नीति के उपायों से, प्रतिकार करने की सामर्थ्य है।
उपर्युक्त कथनों के बारे में, निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प सही है?
Correct Answer: (a) कथन-I और कथन-II दोनों सही हैं तथा कथन-II, कथन-I की सही व्याख्या है।
Solution:कथन-I तथा कथन-II दोनों सत्य हैं और कथन-II, कथन-I की सही व्याख्या भी है, क्योंकि कोविड-19 महामारी के बाद केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक नीति को आसान बनाने, बाजारों को तरलता प्रदान करने तथा ऋण प्रवाह को बनाए रखने हेतु कार्रवाई की गई। मुद्रा और बॉण्ड बाजारों में तनाव को कम करने हेतु कई उभरते बाजारों के केंद्रीय बैंकों ने विदेशी मुद्रा हस्तक्षेप तथा पहली बार परिसम्पत्ति खरीद कार्यक्रमों का प्रयोग किया। हाल ही में तेजी से बढ़ती मुद्रास्फीति के जवाब में, दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में वृद्धि करके मौद्रिक नीति को सख्त कर दिया है। मुद्रास्फीति से निपटने हेतु केंद्रीय बैंकों के पास आमतौर पर मौद्रिक नीति ही सर्वाधिक उपयुक्त उपकरण होता है।