Solution:निजी क्षेत्र में बैंकों को लाइसेंस प्रदान करने हेतु जनवरी, 2001 में RBI द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार-• किसी भी निजी क्षेत्र के बैंक की स्थापना के लिए आरंभिक न्यूनतम चुकता पूंजी (Paid-up Capital) 200 करोड़ रुपये होगी तथा कारोबार की शुरुआत के प्रथम तीन वर्षों के भीतर इसे 300 करोड़ रुपये करना आवश्यक होगा।
• संप्रवर्तकों का अंशदान किसी भी समय पर बैंक की चुकता पूंजी का न्यूनतम 40% होगा।
• निजी क्षेत्र के बैंकों में सभी श्रेणियों के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की उच्चतम सीमा 20% से बढ़ाकर 49% करने की घोषणा RBI द्वारा फरवरी, 2002 में की गई। इस प्रकार प्रश्नकाल के संदर्भ में कथन 1 गलत है, जबकि कथन 2 सही है। वर्तमान में निजी क्षेत्र के बैंकों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 74% (जिसमें स्वचालित निवेश 49% तक, जबकि सरकारी स्वीकृति से 49% से 74% तक) है।