मुद्रा एवं बैंकिंग (भाग – 3)(आर्थिक विकास)

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21. निम्न कथनों पर विचार कीजिए- [I.A.S. (Pre) 2003]

1. भारत में निजी क्षेत्र के बैंकों में भारतीय संप्रवर्तकों के अंशधारण की अधिकतम सीमा पूर्वदत्त पूंजी के 49% तक है।

2. भारत में निजी क्षेत्र के बैंकों में स्वतः स्वीकृति के दायरे में सभी स्रोतों से 49% तक सीधे विदेशी निवेश की अनुमति है।

इनमें से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

Correct Answer: (b) केवल 2
Solution:निजी क्षेत्र में बैंकों को लाइसेंस प्रदान करने हेतु जनवरी, 2001 में RBI द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार-

• किसी भी निजी क्षेत्र के बैंक की स्थापना के लिए आरंभिक न्यूनतम चुकता पूंजी (Paid-up Capital) 200 करोड़ रुपये होगी तथा कारोबार की शुरुआत के प्रथम तीन वर्षों के भीतर इसे 300 करोड़ रुपये करना आवश्यक होगा।

• संप्रवर्तकों का अंशदान किसी भी समय पर बैंक की चुकता पूंजी का न्यूनतम 40% होगा।

• निजी क्षेत्र के बैंकों में सभी श्रेणियों के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की उच्चतम सीमा 20% से बढ़ाकर 49% करने की घोषणा RBI द्वारा फरवरी, 2002 में की गई। इस प्रकार प्रश्नकाल के संदर्भ में कथन 1 गलत है, जबकि कथन 2 सही है। वर्तमान में निजी क्षेत्र के बैंकों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 74% (जिसमें स्वचालित निवेश 49% तक, जबकि सरकारी स्वीकृति से 49% से 74% तक) है।

22. भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, 30/06/2012 को क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक सहित सभी प्रकार के निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के वाणिज्यिक बैंकों की ग्रामीण शाखाओं का प्रतिशत लगभग कितना था? [U.P.P.C.S. (Mains) 2012]

Correct Answer: (c) 37%
Solution:भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, 30 जून, 2012 को क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित सभी प्रकार के निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के वाणिज्यिक बैंकों की ग्रामीण शाखाओं का कुल शाखाओं में प्रतिशत लगभग 37 था। सूचीबद्ध वाणिज्यिक बैंकों की ग्रामीण शाखाएं मार्च, 2022 तक की स्थिति में, 122989 थी, जिसमें से ग्रामीण शाखाएं 28762 थी। इसी प्रकार निजी क्षेत्र के बैंकों की 7856 तथा विदेशी बैंकों की 124 ग्रामीण शाखाएं हैं। मार्चात, 2022 तक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की कुल शाखाएं 21892 थी जिसमें से 15580 ग्रामीण शाखाएं थीं। सूचीबद्ध वाणिज्यिक बैंकों तथा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की 36 प्रतिशत शाखाएं ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। मार्च, 2021 तक के आंकड़ों के अनुसार, वाणिज्यिक बैंकों को 63 प्रतिशत शाखाएं ग्रामीण तथा अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में केंद्रित हैं।

23. अग्रणी बैंक योजना का प्रारंभ हुआ था? [U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004]

Correct Answer: (c) दिसंबर, 1969 में
Solution:अग्रणी बैंक योजना का प्रारंभ प्रो. डी. आर. गाडगिल की अध्यक्षता में सामाजिक उद्देश्यों के कार्यान्वयन के लिए संगठनात्मक ढांचे पर गठित अध्ययन दल, (गाडगिल अध्ययन दल) के साथ हुआ है जिसने अक्टूबर, 1969 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। उक्त अध्ययन दल ने इस तथ्य को इंगित किया कि वाणिज्य बैंक, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है और इनके पास अपेक्षित ग्रामीण उन्मुखता का अभाव है। अतः अध्ययन दल ने ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त बैंकिंग एवं ऋण संरचना विकसित करने के लिए प्लान तथा कार्यक्रम बनाने हेतु 'क्षेत्र दृष्टिकोण' अपनाए जाने की सिफारिश की।

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सरकारी क्षेत्र के बैंकों के शाखा विस्तार कार्यक्रम पर श्री एफ.के.एफ. नरीमन की अध्यक्षता में गठित समिति (नरीमन समिति) ने अपनी रिपोर्ट में (नवंबर, 1969) 'क्षेत्र दृष्टिकोण' की अभिकल्पना का यह सिफारिश करते हुए समर्थन किया कि सरकारी क्षेत्र के बैंकों को अपने सामाजिक दायित्वों को पूरा करने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से कतिपय जिलों में ध्यान केंद्रित करना चाहिए जहां वे एक 'अग्रणी बैंक' के रूप में कार्य करेंगे।

उपर्युक्त सिफारिशों के अनुसरण में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा दिसंबर, 1969 में अग्रणी बैंक योजना लागू की गई। योजना का उद्देश्य बैंकों और अन्य विकासात्मक एजेंसियों की गतिविधियों में विभिन्न मंचों के माध्यम से समन्वय लाना है ताकि प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों को बैंक वित्त के प्रवाह में बढ़ोत्तरी की जा सकें तथा ग्रामीण क्षेत्र के समग्र विकास में बैंकों की भूमिका को बढ़ावा मिल सके। जिले की गतिविधियों में समन्वयन लाने के लिए एक विशिष्ट बैंक को जिले का अग्रणी बैंक दायित्व सौंपा जाता है। अग्रणी बैंक से अपेक्षित है कि वह ऋण संस्थाओं एवं सरकार के प्रयासों में समन्वयन लाने के लिए लीडर की भूमिका निभाए। वित्तीय क्षेत्र में हुए कई सारे परिवर्तनों के मद्देनजर भारतीय रिजर्व बैंक की तत्कालीन उप-गवर्नर श्रीमती उषा थोराट, की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति द्वारा वर्ष 2009 में अग्रणी बैंक योजना की समीक्षा की गई।

24. एल.बी.एस. एक वित्तीय समावेशन के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए आर्थिक उपायों में से एक है। इस परिप्रेक्ष्य में एल.बी. एस. क्या है? [U.P.P.C.S. (Pre) 2022]

Correct Answer: (a) अग्रणी बैंकिंग योजना
Solution:अग्रणी बैंकिंग योजना (Lead Banking Scheme) वर्ष 1969 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रारंभ की गई थी। यह योजना वित्तीय समावेशन के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए आर्थिक उपायों में से एक है। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक बैंक को एक जिला आवंटित किया जाता है और उस बैंक को लीड बैंक की संज्ञा दी जाती है। प्रत्येक जिले का लीड बैंक संबंधित जिले में साख व्यवस्था के समन्वय में अग्रणी भूमिका निभाता है।

25. लीड बैंक का कार्य किया जाता है- [U.P.P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (d) इस कार्य हेतु नामित बैंक द्वारा
Solution:अग्रणी बैंकिंग योजना (Lead Banking Scheme) वर्ष 1969 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रारंभ की गई थी। यह योजना वित्तीय समावेशन के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए आर्थिक उपायों में से एक है। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक बैंक को एक जिला आवंटित किया जाता है और उस बैंक को लीड बैंक की संज्ञा दी जाती है। प्रत्येक जिले का लीड बैंक संबंधित जिले में साख व्यवस्था के समन्वय में अग्रणी भूमिका निभाता है।

26. लीड बैंक योजना का प्रमुख उद्देश्य है कि- [I.A.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (c) प्रत्येक बैंक सघन विकास के लिए पृथक-पृथक जिलों को अपनाएं
Solution:अग्रणी बैंकिंग योजना (Lead Banking Scheme) वर्ष 1969 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रारंभ की गई थी। यह योजना वित्तीय समावेशन के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए आर्थिक उपायों में से एक है। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक बैंक को एक जिला आवंटित किया जाता है और उस बैंक को लीड बैंक की संज्ञा दी जाती है। प्रत्येक जिले का लीड बैंक संबंधित जिले में साख व्यवस्था के समन्वय में अग्रणी भूमिका निभाता है।

27. सेवा क्षेत्र उपागम किसके कार्यक्षेत्र के अधीन कार्यान्वित किया गया था? [I.A.S. (Pre), 2019]

Correct Answer: (b) अग्रणी बैंक योजना (लीड बैंक स्कीम)
Solution:लीड बैंक योजना के तहत ग्रामीण और अर्द्धशहरी क्षेत्रों में नियोजनबद्ध एवं सही तरीके से विकास करने के लिए अप्रैल, 1989 में शुरू किया गया 'सेवा क्षेत्र दृष्टिकोण' (Service Area Approach : SAA) क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों पर लागू था। सेवा क्षेत्र दृष्टिकोण (SAA) के अंतर्गत ग्रामीण या अर्द्धशहरी क्षेत्रों में स्थित हर बैंक शाखा 15 से 25 गांवों में सेवा देने के लिए निर्दिष्ट की गई थी और उक्त शाखा अपने सेवा क्षेत्र की बैंक ऋण जरूरतों को पूरा करने के लिए उत्तरदायी थी। 'सेवा क्षेत्र दृष्टिकोण' (SAA) का मुख्य उद्देश्य उत्पादक उधार बढ़ाना तथा बैंक ऋण, उत्पादन, उत्पादकता में प्रभावी सहबद्धता एवं आय स्तरों में बढ़ोत्तरी लाना था। 'सेवा क्षेत्र दृष्टिकोण' (SAA) योजना की समय-समय पर समीक्षा की गई और योजना को अधिक प्रभावी बनाने के लिए उसमें यथोचित परिवर्तन किए गए। सेवा क्षेत्र दृष्टिकोण की दिसंबर, 2004 में समीक्षा की गई और यह निर्णय लिया गया कि 'सेवा क्षेत्र दृष्टिकोण' (SAA) के सकारात्मक पहलुओं को बनाए रखने के साथ योजना के प्रतिबंधात्मक प्रावधान समाप्त किए जाएं।

28. जिला साख योजना बनाई जाती है- [U.P. Lower Sub. (Pre) 2002, 2003]

Correct Answer: (a) लीड बैंक के अंतर्गत
Solution:RBI ने दिसंबर, 1969 से लीड बैंकिंग योजना प्रारंभ की। इसके अंतर्गत प्रत्येक बैंक को एक जिला आवंटित किया जाता है और उस बैंक को लीड बैंक की संज्ञा दी जाती है। प्रत्येक जिले का लीड बैंक संबंधित जिले में साख व्यवस्था के समन्वय में अग्रणी भूमिका निभाता है। भारत के लगभग सभी जिलों में यह योजना लागू है। लीड बैंक जिला स्तर पर साख योजना का निर्माण कर उसे पूर्ण करने में केंद्रीय भूमिका निभाता है।

29. निम्नलिखित में से कौन-सा बैंक मुख्यतः लघु उद्योगों के संबंध में कार्य करता है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2012]

Correct Answer: (a) एस.आई.डी.बी.आई.
Solution:भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक या सिडबी (Small industries Development Bank of India) भारत की एक प्रमुख विकास वित्तीय संस्था है। इसकी स्थापना 2 अप्रैल, 1990 को हुई। इसका मुख्यालय लखनऊ, उ.प्र. में स्थित है। सिडबी का उद्देश्य पुनर्वित्त सुविधाएं और लघु उद्योगों को अल्पकालिक ऋण प्रदान करना है। यह सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र की शीर्ष वित्तीय संस्था के रूप में कार्य करता है।

30. भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) की स्थापना कब हुई थी ? [M.P.P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (a) अप्रैल, 1990
Solution:भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) की स्थापना 2 अप्रैल, 1990 को हुई थी। यह भारत की एक प्रमुख विकास वित्तीय संस्था है। इसका मुख्यालय लखनऊ, उत्तर प्रदेश में है। यह सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र की शीर्ष वित्तीय संस्था के रूप में कार्य करता है।