मुद्रा एवं बैंकिंग (भाग – 4)(आर्थिक विकास)

Total Questions: 50

1. भारत में किसी वाणिज्यिक बैंक की परिसंपत्ति में निम्नलिखित में से क्या शामिल नहीं है? [I.A.S. (Pre) 2019]

Correct Answer: (b) जमा
Solution:प्रश्नगत विकल्पों में भारत में किसी वाणिज्यिक बैंक की परिसंपत्ति में जमा (Deposits) शामिल नहीं होता है। वाणिज्यिक बैंक की परिसंपत्तियों के अंतर्गत मनी ऐट कॉल ऐंड शॉर्ट नोटिस, कैश एंड बैलेंसेस विद आरबीआई, निवेश (सरकारी प्रतिभूतियां, अन्य अनुमोदित प्रतिभूतियां, गैर-अनुमोदित प्रतिभूतियां), ऋण एवं अग्रिम आदि शामिल हैं। जबकि जमाएं (सावधि और मांग जमाएं दोनों) बैंकों की देयताओं (liabilities) का भाग होती हैं।

2. निम्नलिखित में से कौन भारत में व्यापारी बैंकों की देनदारियों में सबसे महत्वपूर्ण अंश है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2008, 2009]

Correct Answer: (b) सावधि जमाएं
Solution:भारत में व्यापारी बैंकों की देनदारियों में सबसे महत्वपूर्ण अंश जमाओं (Deposits) का होता है। जमा में भी सर्वाधिक महत्वपूर्ण सावधि जमाएं (Time Deposits) हैं।

3. वाणिज्यिक बैंकों में गैर-निष्पादीय परिसंपत्तियों का अर्थ है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2009]

Correct Answer: (c) ऋण जिन पर ब्याज तथा मुख्य रकम की वसूली नहीं होती।
Solution:भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, वाणिज्यिक बैंकों द्वारा दिया गया वह ऋण, जिसकी निर्धारित भुगतान तिथि से 90 दिन तक न तो मुख्य रकम की किस्त और न ही उस पर देय ब्याज की अदायगी की जाती है, तो उसे गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA: Non-Performing Assets) कहा जाता है।

4. भारत में बैंकों द्वारा प्राथमिक क्षेत्र ऋणदान से तात्पर्य किसको ऋण देने से है? [I.A.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Solution:बैंकों हेतु ऋणदान के प्राथमिकता क्षेत्र में निम्नलिखित श्रेणियां शामिल हैं- (i) कृषि, (ii) लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम, (iii) शिक्षा, (iv) गृह, (v) एक्सपोर्ट क्रेडिट (vi) सामाजिक अवसंरचना, (vii) नवीकरणीय ऊर्जा आदि।

5. लघु अवधि ऋण की अवधि है- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 1999, 2000]

Correct Answer: (a) अधिकतम 15 माह
Solution:अवधि के आधार पर ऋण को निम्न तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है-

लघु अवधि ऋण          -     15 माह से कम

मध्यम अवधि ऋण     -     15 माह से 5 वर्ष तक

दीर्घ अवधि ऋण       -     5 वर्ष से अधिक

नोट: हालांकि कभी-कभी लघु अवधि ऋण की अवधि 2 वर्ष तक भी होती है। लेकिन यह अलग-अलग संस्थाओं पर निर्भर करता है।

6. वाणिज्यिक बैंकों द्वारा दिए जाने वाले लोक-लुभावन ऋण (टीजर लोन) क्यों कर आर्थिक चिंता का विषय हैं? [I.A.S. (Pre) 2011]

1. लोक-लुभावन ऋण (टीजर लोन) अधोमुख ऋणों (सब-प्राइम लेंडिंग) का ही एक रूप समझे जाते हैं तथा बैंकों को यह जोखिम रहता है कि भविष्य में उनके ऋण चुकता न हों।

2. देश में लोक-लुभावन ऋण (टीजर लोन) मुख्यतः अनुभवहीन उद्यमियों को उत्पादन संबंधी अथवा निर्यात इकाइयां स्थापित करने के लिए दिए जाते हैं।

उपर्युक्त में से कौन-सा/कौन-से कथन सही है/हैं?

 

Correct Answer: (a) केवल 1
Solution:वाणिज्यिक बैंकों द्वारा दिए जाने वाले ऐसे ऋण लोक-लुभावन ऋण (Teaser Loan) कहलाते हैं जो ऋण लेने वाले व्यक्ति की ऋण को चुकाने की क्षमता तथा अन्य मानकों का बिना ध्यान रखे हुए प्रदान किए जाते हैं। ऐसे ऋणों पर प्रारंभिक वर्षों में ब्याज की दर आकर्षक रूप से कम रहती है और बाद के वर्षों में बढ़ जाती है। लोक लुभावन ऋण अधोमुख ऋणों (Subprime Loans) का ही एक स्वरूप हैं तथा इनमें बैंकों के समक्ष यह जोखिम रहता है कि भविष्य में उनके ऋण चुकता न हों। इस प्रकार के ऋण मुख्यतः अल्प या मध्यम आय वर्ग के व्यक्तियों को गृह ऋणों के रूप में प्रदान किए जाते हैं।

7. निम्नलिखित पर विचार कीजिए: [I.A.S. (Pre) 2001]

1. बाजार ऋणादान (Market Borrowing)

2. ट्रेजरी बिल्स (Treasury Bill)

3. भारतीय रिजर्व बैंक को निर्गमित विशेष प्रतिभूतियां (Special Securities Issued to RBI)

इनमें से कौन आंतरिक ऋण (Internal Debt) का/के घटक है। हैं?

 

Correct Answer: (d) 1,2 और 3
Solution:केंद्र सरकार के आंतरिक ऋण के अंतर्गत बाजार उधारी, राज्य सरकारों, व्यापारिक बैंकों तथा अन्य संस्थाओं को सरकार द्वारा निर्गमित ट्रेजरी बिल्स, RBI को निर्गमित विशिष्ट प्रतिभूतियां, क्षतिपूरक बॉण्ड आदि सम्मिलित होते हैं।

8. भारतीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में, निम्नलिखित में से कौन-सा/से गैर-वित्तीय ऋण में सम्मिलित है/हैं? [I.A.S. (Pre) 2020]

1. परिवारों का बकाया गृह ऋण

2. क्रेडिट कार्डों पर बकाया राशि

3. राजकोष बिल (Treasury bills)

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए :

 

Correct Answer: (d) केवल 1,2 और 3
Solution:भारतीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में गैर-वित्तीय ऋण में सम्मिलित हैं- क्रेडिट कार्डों पर बकाया राशि, परिवारों का बकाया गृह ऋण, गैर-वित्तीय औद्योगिक ऋण और राजकोष बिल या सरकार द्वारा लिया गया ऋण।

9. 'कोर बैंकिंग समाधान' (Core Banking Solutions) पद कभी- कभी समाचारों में देखा जाता है। निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/ से इस पद का सही वर्णन करता है/ करते हैं? [I.A.S. (Pre) 2016]

1. यह बैंक की शाखाओं का वह तंत्र है जो उपभोक्ताओं को अपने खातों का संचालन बैंक की किसी भी शाखा से कर सकने की सुविधा देता है चाहे उन्होंने अपना खाता कहीं भी खोल रखा हो।

2. यह व्यावसायिक बैंकों पर कंप्यूटरीकरण के माध्यम से RBI का नियंत्रण बढ़ाने का एक प्रयास है।

3. यह एक विस्तृत प्रक्रिया है जिसके द्वारा विशाल अनर्जक (नॉन-परफॉर्मिंग) परिसंपत्ति वाले बैंक का अधिग्रहण दूसरे बैंक द्वारा कर लिया जाता है।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

 

Correct Answer: (a) केवल 1
Solution:कोर बैंकिंग का आशय नेटवर्क से जुड़ी बैंक शाखाओं द्वारा मुहैया कराई जाने वाली बैंकिंग सेवाओं से है। कोर बैंकिंग के अंतर्गत ग्राहक बैंक की किसी भी शाखा के खाते का संचालन अन्य शाखाओं से भी कर सकता है। कोर बैंकिंग के अंतर्गत अनेक सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, जैसे 'एनीव्हेयर बैंकिंग' या 'कहीं भी बैंकिंग', साधनों का तीव्रता से हस्तांतरण आदि। कंप्यूटरीकरण के माध्यम से RBI का नियंत्रण बढ़ाने तथा बैंकों के अधिग्रहण से इसका संबंध नहीं है।

10. हाल ही में भारत सरकार ने किस संस्था में लगी 'रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया' की पूंजी (stake) को क्रय किया? [U.P.P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (b) स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
Solution:29 जून, 2007 को भारत सरकार ने देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक की सभी 59.7% हिस्सेदारी को 35531.33 करोड़ रुपये में रिजर्व बैंक से खरीदा था।