मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ (Part-8)

Total Questions: 43

21. 'यह मुँह और मसूर की दाल' लोकोक्ति का अर्थ बताएँ। [UPSSSC सम्मि. अवर अधीनस्थ सेवा (सा.च.) परीक्षा 2019 (II)]

Correct Answer: (d) अपनी औकात से बढ़कर होना या करना।
Solution:'यह मुँह और मसूर की दाल' लोकोक्ति का अर्थ है 'अपनी औकात से बढ़कर होना या करना।'

22. 'यह दीदे नदीदे हैं दीदार के' लोकोक्ति से तात्पर्य है- [APS (उ.प्र. लोक सेवा आयोग) परीक्षा, 2024]

Correct Answer: (a) देखने की इच्छा करना
Solution:यह दीदे नदीदे हैं दीदार के, लोकोक्ति से तात्पर्य है देखने की इच्छा करना।

23. 'रोगी से वैद्य' लोकोक्ति का सही अर्थ है- [UPPCL एक्जीक्यूटिव असि. परीक्षा, 2022]

Correct Answer: (b) मुक्तभोगी अनुभवी होता है
Solution:'रोगी से वैद्य' लोकोक्ति का सही अर्थ है- भुक्तभोगी अनुभवी होता है।

24. 'लंका में सब बावन गज के' लोकोक्ति का सही अर्थ है - [UPPCL एक्जीक्यूटिव असि. परीक्षा, 2022]

Correct Answer: (d) एक से बढ़कर एक
Solution:'लंका में सब बावन गज के' लोकोक्ति का सही अर्थ है- एक से बढ़कर एक।

25. 'लाभ ही लाभ' अर्थ के लिए सही लोकोक्ति है- [UPSSSC ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा, 2018 (IV)]

Correct Answer: (a) पाँचों उँगलियाँ घी में
Solution:'लाभ ही लाभ' अर्थ के लिए सही लोकोक्ति है- 'पाँचों उँगलियाँ घी में'।

26. 'विहंगम दृष्टि' कहावत का सही अर्थ है- [UPSSSC कनिष्ठ सहायक परीक्षा, 2016]

Correct Answer: (d) सरसरी नज़र
Solution:'विहंगम दृष्टि' कहावत का अर्थ है- सरसरी नज़र।

27. साँच को आँच नहीं' लोकोक्ति का अर्थ बताइए [V.D.O. परीक्षा, 2023]

Correct Answer: (b) सच्चे को डरने की आवश्यकता नहीं।
Solution:प्रश्नगत लोकोक्ति 'साँच को आँच नहीं' का अर्थ है- 'सच्चे को डरने की आवश्यकता नहीं। विकल्पमत् अन्य अर्थ अप्रासंगिक हैं।

28. 'सावन हरे न भादों सुखे' लोकोक्ति का सही अर्थ क्या है? [UPSSSC सम्मिलित अवर अधीनस्थ सेवा (सा.च.) परीक्षा 2019 द्वितीय पाली (01/10/2019); UPSSSC UDA/LDA 2022]

Correct Answer: (d) सदा एक-सी दशा
Solution:'सावन हरे न भादों सूखे' लोकोक्ति का सही अर्थ है 'सदा एक-सी दशा।

29. 'सेर को सवा सेर' लोकोक्ति का क्या अर्थ है? [UP-TET निरस्त परीक्षा-2021]

Correct Answer: (c) एक से बढ़कर दूसरा
Solution:'सेर को सवा सेर' लोकोक्ति का अर्थ एक से बढ़कर एक या एक से बढ़कर दूसरा होता है।

कुछ महत्त्वपूर्ण लोकोक्तियाँ

नाचने निकली तो घूँघट क्या कोई काम करने में शर्म कैसा। अपनी गरज बावली स्वार्थी आदमी दूसरे की चिन्ता नहीं करता है।

आँख सुघ कलेजे ठण्डक परम शान्ति ।

30. 'साझे की हाँड़ी चौराहे फूटी' कहावत का अर्थ है - [AE (UPPSC) 2021]

Correct Answer: (c) जिम्मेदारी एक व्यक्ति की हो, अन्यथा कार्य बिगड़ जाता है।
Solution:'साड़ो की हाँड़ी चौराहे फूटी' कहावत का अर्थ है "जिम्मेदारी एक व्यक्ति की हो, अन्यथा कार्य बिगड़ जाता है"। पाँव फूंक-फूंक कर रखना का अर्थ है सावधानी से कार्य करना।