मौर्योत्तर काल (UPPCS)

Total Questions: 50

41. निम्नलिखित युग्मों में से कौन-सा एक सही सुमेलित है? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2008]

Column 1 (Civilization) Column 2 (Art Form)
हड़प्पा सभ्यता (Indus Valley Civilization) चित्रित धूसर मृद्भांड (Painted Grey Ware)
कुषाण (Kushan) गांधार कला शैली (Gandhara Art Style)
मुगल (Mughal) अजंता चित्रकारी (Ajanta Paintings)
मराठा (Maratha) पहाड़ी चित्र शैली (Pahari Painting Style)
Correct Answer: (b)
Note:

कुषाण शासक कनिष्क के काल में कला क्षेत्र में दो स्वतंत्र शैलियों का विकास हुआ - (1) गांधार शैली, (2) मथुरा शैली। अन्य युग्म सुमेलित नहीं हैं।

 

42. कला की गांधार शैली निम्न समय में फली-फूली- [38th B.P.S.C. (Pre) 1992]

Correct Answer: (a) कुषाणों के समय
Note:

कुषाण शासक कनिष्क के काल में कला क्षेत्र में दो स्वतंत्र शैलियों का विकास हुआ - (1) गांधार शैली, (2) मथुरा शैली। अन्य युग्म सुमेलित नहीं हैं।

 

43. शक-क्षत्रप काल में सोने-चांदी के सिक्कों का अनुपात क्या था? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (c) 1:35
Note:

शक-क्षत्रप काल में सोने-चांदी के सिक्कों का अनुपात 1:35 था।

 

44. निम्नलिखित में से कौन सही सुमेलित नहीं है? [U.P.R.O/A.R.O. (Pre) 2016]

Column 1 (Dynasty) Column 2 (Coin Metals)
कुषाण (Kushan) स्वर्ण एवं ताम्र (Gold and Copper)
गुप्त (Gupta) स्वर्ण एवं रजत (Gold and Silver)
सातवाहन (Satavahana) स्वर्ण (Gold)
कलचुरि (Kalachuri) स्वर्ण, रजत एवं ताम्र (Gold, Silver, and Copper)
Correct Answer: (c)
Note:

कुषाणों ने सर्वप्रथम भारत में बड़े पैमाने पर शुद्ध स्वर्ण के सिक्के चलवाए थे। यद्यपि भारत में सर्वप्रथम हिंद-यवन शासकों ने स्वर्ण सिक्के चलवाए थे। स्वर्ण के अतिरिक्त कुषाणों ने ताम्र सिक्के चलवाए। गुप्तों ने स्वर्ण एवं रजत के तथा कलचुरि शासकों ने स्वर्ण, रजत एवं ताम्र के सिक्के चलवाए थे। सातवाहन शासकों ने स्वर्ण सिक्के नहीं चलवाए थे। उन्होंने चांदी, तांबा, सीसे एवं पोटीन (तांबा, चांदी व सीसा मिश्रित सिक्के) के सिक्के जारी किए थे।

 

45. सूची-1 तथा सूची-II को सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए - [U.P.P.C.S. (Pre) 2017]

Column 1 (Item) Column 2 (Person)
गांधार कला (Gandhara Art) मिनांडर (Menander)
जूनागढ़ शिलालेख (Junagadh Inscription) पतिक (Patika)
मिलिंदपन्हो (Milindapanha) कुषाण (Kushan)
तक्षशिला लेख (Taxila Inscription) रुद्रदामन I (Rudradaman I)
A B C D
(a) 1 3 4 2
(b) 2 4 3 1
(c) 3 4 1 2
(d) 2 1 3 4

 

Correct Answer: (c)
Note:

सूची-1 एवं सूची-II का सुमेलन निम्नवत है-

Column 1 (Item) Column 2 (Person)
गांधार कला (Gandhara Art) कुषाण (Kushan)
जूनागढ़ शिलालेख (Junagadh Inscription) रुद्रदामन I (Rudradaman I)
मिलिंदपन्हो (Milindapanha) मिनांडर (Menander)
तक्षशिला लेख (Taxila Inscription) पतिक (Patika)

46. अफगानिस्तान का बामियान प्रसिद्ध था- [U.P.P.C.S. (Spl) (Mains) 2008]

Correct Answer: (d) बुद्ध प्रतिमा के लिए
Note:

अफगानिस्तान का बामियान पहाड़ियों को काटकर बनवाई गई बुद्ध प्रतिमाओं के लिए प्रसिद्ध था, लेकिन अफगानिस्तान में तालिबान शासन ने इन बुद्ध प्रतिमाओं को नष्ट करवा दिया।

 

47. जो कला शैली भारतीय और यूनानी (ग्रीक) आकृति का सम्मिश्रण है, उसे कहते हैं- [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2008 R.A.S./R.T.S. (Pre) 1993]

Correct Answer: (c) गांधार
Note:

भारतीय और यूनानी आकृति की सम्मिश्रण शैली गांधार शैली है। इस कला शैली के प्रमुख संरक्षक शक एवं कुषाण थे। इस कला का विषय मात्र बौद्ध होने के कारण इसे 'यूनानी-बौद्ध' (Greeco-Buddhist), इंडो-ग्रीक (Indo-Greek) या ग्रीको-रोमन (Greeco-Roman) भी कहा जाता है।

 

48. गांधार कला शैली एक संश्लेषण है- [U.P. P.C.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (d) भारतीय तथा यूनानी कला का
Note:

भारतीय और यूनानी आकृति की सम्मिश्रण शैली गांधार शैली है। इस कला शैली के प्रमुख संरक्षक शक एवं कुषाण थे। इस कला का विषय मात्र बौद्ध होने के कारण इसे 'यूनानी-बौद्ध' (Greeco-Bud- dhist), इंडो-ग्रीक (Indo-Greek) या ग्रीको-रोमन (Greeco-Roman) भी कहा जाता है।

 

49. निम्नलिखित में से किस मूर्ति कला में सदैव हरित स्तरित चट्टान (शिस्ट) का प्रयोग माध्यम के रूप में होता था? [I.A.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (d) गांधार मूर्ति कला
Note:

गांधार कला में सदैव हरित स्तरित या शिस्ट चट्टान का प्रयोग ही मूर्तियां बनाने के लिए किया जाता था, यद्यपि मथुरा कला में भी इसी के अनुसरण पर शिस्ट का प्रयोग किया गया था।

 

50. प्राचीन काल के भारत पर आक्रमणों के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही कालानुक्रम है? [I.A.S. (Pre) 2006]

Correct Answer: (a) यूनानी-शक-कुषाण
Note:

भारत में वाह्य आक्रामकों के कालों का सही कालानुक्रम निम्न प्रकार है- यूनानी (326 ई.पू. सिकंदर महान), शक (प्रथम शताब्दी ई.पू.), कुषाण (पहली शताब्दी ई.)। ১। (চাল) ভাनरी कई