मौर्य साम्राज्य (Part-I) (प्राचीन इतिहास)

Total Questions: 50

41. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-

1. मौर्यकाल में व्यापारियों को व्यापार करने हेतु लाइसेंस लेना पड़ता था।

2. भारत अनेक पश्चिमी देशों को नील, जड़ी-बूटियां, रेशम, दवाइयां आदि भेजता था।

उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?

Correct Answer: (d) 1 और 2 दोनों
Solution:भारत अनेक पश्चिमी देशों को नील, जड़ी-बूटियां, दवाइयां रेशम रूई आदि भेजता था तथा व्यापार के मार्गों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए थे। व्यापार करने के लिए व्यापारियों को लाइसेंस लेना पड़ता था।

42. 'एक भरा हुआ राजकोष ही राज्य की सुख-समृद्धि का मूलाधार है।' कथन किसका है?

Correct Answer: (b) कौटिल्य का
Solution:कौटिल्य का कहना है कि "एक भरा हुआ राजकोष ही राज्य की सुख-समृद्धि का मूलाधार है और राजा का यह परम कर्तव्य है कि वह सभी कार्यों के लिए अपने कोष को सदा भरा हुआ रखे।

43. निम्नलिखित में से श्रेणियों के संदर्भ में कौन-सा कथन असत्य है।

Correct Answer: (d) श्रेणी का मुखिया राजा कहलाता था।
Solution:मौर्यकाल में श्रेणी का मुखिया 'श्रेष्ठक' कहलाता था। (श्रेणी के मुखिया को 'जेष्ठक' कहा जाता था)। श्रेणियां अपने शिल्पकारों को आर्थिक, राजनैतिक तथा न्यायिक शक्तियां एवं संरक्षण प्रदान करती थीं। अतः (d) के अतिरिक्त अन्य सभी कथन सत्य हैं।

44. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-

1. मौर्यकाल में राजस्व का मुख्य स्रोत भूमि कर और व्यापार कर था।

2. उपज का छठां से बारहवां भाग तक भूमि कर के रूप में वसूल किया जाता था।

उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है / हैं?

Correct Answer: (a) केवल 1
Solution:मौर्यकाल में राजस्व का मुख्य स्रोत भूमि कर और व्यापार कर आदि था। उपज का चौथाई से छठां भाग तक भूमि कर के रूप में वसूल किया जाता था। अतः इस प्रकार (a) सही उत्तर है।

45. मौर्यकाल में सीता से तात्पर्य है-

Correct Answer: (c) राजकीय भूमि से प्राप्त आय
Solution:मौर्यकाल में राजकीय भूमि की व्यवस्था 'सीताध्यक्ष' द्वारा होती थी, इससे प्राप्त होने वाली आय को सीता कहा जाता था।

46. निम्नलिखित में से किस स्थान से मौर्यकालीन यक्षिणी की मूर्ति प्राप्त की गई है?

Correct Answer: (a) पटना
Solution:यक्ष और यक्षिणी की मूर्तियां मथुरा, बयाना और पटना से प्राप्त हुई हैं। पटना के पास, दीदारगंज से मिली यक्षिणी की मूर्ति एक स्वस्थ स्त्री की है। इस प्रतिमा पर मौर्यकालीन पॉलिश दिखाई देती है।

47. निम्नलिखित में से कौन-सा/से कारक मौर्य साम्राज्य के पतन हेतु जिम्मेदार है/हैं-

1. दुर्बल उत्तराधिकारी

2. प्रदेशों के मध्य जुड़ाव की कमी

3. राजस्व की कमी नीचे दिए गए कूट की

4. अशोक की धम्म नीति

सहायता से सही उत्तर चुनें-

Correct Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Solution:मौर्य सम्राज्य अशोक की मृत्यु के बाद छिन्न-भिन्न होने लगा - जिसके प्रमुख कारण इस प्रकार हैं- (1) अशोक के उत्तराधिकारी दुर्बल थे, जो साम्राज्य संभालने में असमर्थ रहे तथा साम्राज्य के विभिन्न प्रदेश अत्यधिक दूरी के कारण एक-दूसरे से अलग-थलग पड़े हुए थे; साथ ही राजस्व की कमी के चलते इनकी देख-रेख व प्रशासन अच्छी तरह से नही हो पाया। (2) अशोक की शांतिवादी नीतियों ने साम्राज्य को कमजोर बना दिया, वह सैनिक दृष्टि से दुर्बल हो गया और उसमें युद्ध लड़ने की शक्ति नहीं रही। इस प्रकार ये कारण मौर्य साम्राज्य के पतन का कारण बने। अतः सही उत्तर (d) होगा।

48. निम्नलिखित में से किस शासक ने सत्तारूढ़ होने के पश्चात भी स्वयं को राजा घोषित नहीं किया, बल्कि सेनापति की पदवी से ही खुद को संतुष्ट रखा?

Correct Answer: (d) पुष्यमित्र
Solution:अंतिम मौर्य शासक की हत्या कर पुष्यमित्र सिंहासनारूढ़ हुआ। उसने स्वयं सेनापति की पट्टी ही धारण की और अपने आप को राजा घोषित नहीं किया।

49. अशोक ने दुष्ट अधिकारियों के कुशासन के कारण किन प्रांतों के अधिकारियों का स्थानांतरण किया था?

(1) तोसलि

(2) उज्जैन

(3) तक्षशिला

(4) अवंति

कूट के आधार पर सही विकल्प का चयन करें?

Correct Answer: (b) 1, 2 और 3
Solution:बिंदुसार के शासनकाल में ही तक्षशिला के नागरिकों ने दुष्ट अमात्यों के कुशासन की कड़ी शिकायतें की थी। अशोक की नियुक्ति के बाद ये शिकायते दूर हुईं परंतु राजा बनने के पश्चात पुनः प्रारंभ हो गईं। इसी को ध्यान में रखते हुए उसने तोसलि (कलिंग), उज्जैन तथा तक्षशिला के अधिकारियों के स्थानांतरण की परिपाटी चलाई।

50. निम्नलिखित में से किसके हमलों से बचने के लिए चीनी राजा शीह हुआंग टी ने लगभग 200 ई.पू. में चीनी महादीवार बनवाई थी?

Correct Answer: (c) सीथियन के
Solution:मध्य एशिया में शीथियन कबीले निरंतर गतिशील थे। वे खानाबदोश थे और मुख्यतः घोड़े के इस्तेमाल पर निर्भर थे। वे चीन और भारत के व्यवस्थित साम्राज्यों के लिए गंभीर खतरा बन गए जिसके चलते चीनी राजा शीह हुआंग टी (247-210 ई.पू.) ने लगभग 200 ई.पू. में चीनी महादीवार बनवाई थी।