मौर्य साम्राज्य (UPPCS) PART 3

Total Questions: 36

21. प्राचीन भारत के निम्नलिखित ग्रंथों में से किसमें पति द्वारा परित्यक्त पत्नी के लिए विवाह विच्छेद की अनुमति दी गई है? [I.A.S. (Pre) 1996]

Correct Answer: (d) अर्थशास्त्र
Note:

अर्थशास्त्र में पति द्वारा परित्यक्त पत्नी के लिए विवाह विच्छेद की अनुमति दी गई है। मौर्यकालीन समाज में तलाक की प्रथा थी। पति के बहुत समय तक विदेश में रहने या उसके शरीर में दोष होने पर पत्नी उसका त्याग कर सकती थी। इसी प्रकार पत्नी के व्यभिचारिणी होने या बन्ध्या होने जैसी दशाओं में पति उसका त्याग कर सकने का अधिकारी था।

 

22. निम्नलिखित में से किसमें पुनर्विवाह वर्जित (Prohibits) है? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2002 U.P.P.C.S. (Pre) 2003]

Correct Answer: (b) मनुस्मृति
Note:

मनुस्मृति के 38वें खंड में स्पष्ट उल्लेख है कि वह व्यक्ति, जिसकी पत्नी मर गई हो (विधुर-Widower) पुनर्विवाह कर सकता है, लेकिन विधवा (जिस स्त्री का पति मर गया हो अर्थात Widow) को पुनर्विवाह की अनुमति नहीं है।

 

23. विदेशियों को भारतीय समाज में मनु द्वारा दिया गया सामाजिक स्तर था- [U.P.P.S.C. (R.I.) 2014]

Correct Answer: (b) व्रात्य क्षत्रियों का
Note:

विदेशियों को भारतीय समाज में मनु द्वारा व्रात्य क्षत्रिय (Fallen Kshatriyas) का सामाजिक स्तर दिया गया था।

 

24. निम्नलिखित व्यक्ति भारत में किसी-न-किसी समय आए- [I.A.S. (Pre) 1999]

1. फाह्यान

2. इत्सिंग

3. मेगस्थनीज

4. ह्वेनसांग

उनके आगमन का सही कालानुक्रम है-

Correct Answer: (b) 3, 1, 4, 2
Note:

यूनानी शासक सेल्यूकस ने मेगस्थनीज नामक अपना एक राजदूत चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में भेजा था। उसने 'इंडिका' नामक पुस्तक की रचना की थी। चीनी यात्री फाह्यान ने चंद्रगुप्त II के समय भारत की यात्रा की थी। चीनी यात्री ह्वेनसांग हर्षवर्धन के समय भारत आया। इत्सिंग सातवीं सदी ई. में भारत आया चीनी यात्री था।

 

25. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2001]

सूची-I सूची-II
A. चंद्रगुप्त सैंड्रोकोट्टस
B. बिंदुसार  अमित्रघात
C. अशोक पियदसि
D. चाणक्य  विष्णुगुप्त
A B C D
(a) 2 3 4 1
(b) 1 3 2 4
(c) 2 3 1 4
(d) 3 4 2 1

 

Correct Answer: (c)
Note:
सूची-I सूची-II
चंद्रगुप्त सैंड्रोकोट्टस
बिंदुसार अमित्रघात
अशोक पियदसि
चाणक्य विष्णुगुप्त

26. अंतिम मौर्य सम्राट था? [48th to 52nd B.P.S.C. (Pre) 2008]

Correct Answer: (d) बृहद्रथ
Note:

अंतिम मौर्य शासक बृहद्रथ था। बृहद्रथ की हत्या इसके सेनापति पुष्यमित्र शुंग के द्वारा 184 ई.पू. में की गई।

 

27. निम्न कथनों पर विचार कीजिए- [(c) केवल 3]

1. अंतिम मौर्य शासक बृहद्रथ की हत्या उसके प्रधान सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने की थी।

2. अंतिम शुंग राजा देवभूति की हत्या उसके ब्राह्मण मंत्री वासुदेव कण्व ने की और उसने राजसिंहासन हथिया लिया।

3. आंध्र ने कण्व राजवंश के अंतिम शासक को पद वंचित किया था।

इन कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

Correct Answer: (d) 1, 2 और 3
Note:

जिस महत्वाकांक्षी व्यक्ति ने 184 ई.पू. में अंतिम मौर्य शासक बृहद्रथ की हत्या करके शुंग राजवंश की स्थापना की, वह इतिहास में पुष्यमित्र शुंग के नान से विख्यात है। शुंग वंश का अंतिम राजा देवभूति अत्यंत विलासी था, वह अपने आमात्य वासुदेव के षड्यंत्रों द्वारा मार डाला गया। वायु पुराण के अनुसार, अंतिम कण्व शासक सुशर्मा अपने आंघ जातीय भृत्य सिमुक (सिंधुक) द्वारा मार डाला गया था।

 

28. मौर्य काल में प्रणयम था- [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2021]

Correct Answer: (a) आपातकालीन कर
Note:

मौर्य काल में 'प्रणयम' (प्रणय) एक आपातकालीन कर था।

 

29. ईस्वी सन के पूर्व की कुछ शताब्दियों में निम्नलिखित में से किन शासकों ने गिरनार क्षेत्र में जल संसाधन व्यवस्था की ओर ध्यान दिया ? [U.P. U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006]

1. महापद्मनंद

2. चंद्रगुप्त मौर्य

3. अशोक

4. रुद्रदामन

नीचे के कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए -

Correct Answer: (b) 2, 3
Note:

ईस्वी सन के पूर्व की कुछ शताब्दियों में चंद्रगुप्त मौर्य एवं अशोक ने गिरनार क्षेत्र में जल संसाधन व्यवस्था की ओर ध्यान दिया। उस क्षेत्र में चंद्रगुप्त मौर्य के पश्चिमी प्रांत के गवर्नर पुष्पगुप्त वैश्य ने सुदर्शन झील खुदवाई तथा अशोक के समय पर तुषास्प ने तीसरी शताब्दी ई.पू. में इससे नहरें निकालीं। शक क्षत्रप रुद्रदामन के जूनागढ़ अभिलेख में इन दोनों के कार्यों का वर्णन है। शक शासक रुद्रदामन के सौराष्ट्र प्रांत के गवर्नर सुविशाख ने इस झील के बांध की मरम्मत कराई थी। चूंकि रुद्रदामन का यह कार्य दूसरी शताब्दी ईस्वी का था। अतः उत्तर में ईस्वी सन के पूर्व की शताब्दियों के संदर्भ में चंद्रगुप्त मौर्य एवं अशोक का ही नाम रहेगा। इस प्रकार यद्यपि शक शासक रुद्रदामन का नाम भी गिरनार क्षेत्र में जल संसाधन व्यवस्था से जुड़ा है; किंतु इसका समय ईस्वी सन के बाद (150 ई.) है। इसके अतिरिक्त स्कंदगुप्त के समय इसके सौराष्ट्र प्रांत के गवर्नर पर्णदत्त के पुत्र चक्रपालित ने भी इस झील का पुनः पुनरुद्धार करवाया था।

30. जल की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, जिस प्रथम शासक ने गिरनार क्षेत्र में एक झील का निर्माण करवाया, वह था- [U.P.P.C.S. (Mains) 2002 U.P.P.C.S. (Mains) 2007]

Correct Answer: (a) चंद्रगुप्त मौर्य
Note:

ईस्वी सन के पूर्व की कुछ शताब्दियों में चंद्रगुप्त मौर्य एवं अशोक ने गिरनार क्षेत्र में जल संसाधन व्यवस्था की ओर ध्यान दिया। उस क्षेत्र में चंद्रगुप्त मौर्य के पश्चिमी प्रांत के गवर्नर पुष्पगुप्त वैश्य ने सुदर्शन झील खुदवाई तथा अशोक के समय पर तुषास्प ने तीसरी शताब्दी ई.पू. में इससे नहरें निकालीं। शक क्षत्रप रुद्रदामन के जूनागढ़ अभिलेख में इन दोनों के कार्यों का वर्णन है। शक शासक रुद्रदामन के सौराष्ट्र प्रांत के गवर्नर सुविशाख ने इस झील के बांध की मरम्मत कराई थी। चूंकि रुद्रदामन का यह कार्य दूसरी शताब्दी ईस्वी का था। अतः उत्तर में ईस्वी सन के पूर्व की शताब्दियों के संदर्भ में चंद्रगुप्त मौर्य एवं अशोक का ही नाम रहेगा। इस प्रकार यद्यपि शक शासक रुद्रदामन का नाम भी गिरनार क्षेत्र में जल संसाधन व्यवस्था से जुड़ा है; किंतु इसका समय ईस्वी सन के बाद (150 ई.) है। इसके अतिरिक्त स्कंदगुप्त के समय इसके सौराष्ट्र प्रांत के गवर्नर पर्णदत्त के पुत्र चक्रपालित ने भी इस झील का पुनः पुनरुद्धार करवाया था।