Correct Answer: (a) अशोक
Note: अशोक ने अपनी प्रजा के विशाल समूह को ध्यान में रखकर ही एक ऐसे व्यावहारिक 'धम्म' का प्रतिपादन किया, जिसका पालन आसानी से सब कर सकें। अशोक का 'धम्म' सदाचार का धर्म था, ये ऐसे नैतिक नियम थे, जिनका संप्रदाय विशेष से कोई संबंध नहीं था और जो मानवता के कल्याण के लिए घोषित किए गए थे। सहिष्णुता, उदारता एवं करुणा इसके त्रिविध आयाम थे।