रस (Part-3)

Total Questions: 16

1. आचार्य भरत ने किस रस को नाट्य प्रयोग में स्वीकार नहीं किया है? [P.G.T. परीक्षा, 2009]

Correct Answer: (a) शान्त
Solution:आचार्य भरत ने शान्त रस को नाट्य प्रयोग में स्वीकार नहीं किया। भरत ने श्रृंगार, वीर, हास्य, रौद्र, भयानक, वीभत्स, अद्भुत एवं करूण रस को नाट्य प्रयोग में स्वीकार किया। परवर्ती आचार्यों ने 'शान्त' रस को नौवें रस के रूप में स्थापित किया है।

2. 'शान्त रस' का स्थायीभाव है- [P.G.T. परीक्षा, 2010, UPSSSC कनिष्ठ सहायक परीक्षा, 2015 उ.प्र. पुलिस कांस्टेबल निरस्त परीक्षा, 2024 (II पाली) Revenue Insp. Exam -2014 (Ind Paper, Part-I), T.G.T. परीक्षा, 2005, G.I.C. (प्रवक्ता) परीक्षा, 2015]

Correct Answer: (c) निर्वेद
Solution:शान्त रस का स्थायीभाव शम/निर्वेद होता है।

3. "समरस थे जड़ या चेतन सुन्दर साकार बना था। चेतनता एक विलसती आनन्द अखण्ड घना था।।" इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? [T.G.T. परीक्षा, 2013]

Correct Answer: (c) शान्त रस
Solution:मन में संयम, शान्ति या वैराग्य को जाग्रत करने वाले प्रसंगों के चित्रण में शान्त रस होता है। शान्त रस का स्थायी भाव निर्वेद या वैराग्य होता है।

4. मन रे तन कागद का पुतला। लागै बूँद बिनसि जाए छिन में, गरब करे क्या इतना ।। इन पंक्तियों में कौन-सा रस है? [UPSSSC ग्राम पंचायत अधिकारी परीक्षा, 2016]

Correct Answer: (d) शान्त रस
Solution:उपर्युक्त पंक्तियों में शान्त रस है। शान्त रस का स्थायी भाव शम, निर्वेद या वीतराग/वैराग्य है। प्रस्तुत पंक्ति कबीरदास की है।

5. वरदन्त की पंगति कुन्दकली अधराधर पल्लव लोचन की। चपला चमकै घन बीच जगै छवि मोतिन माल अमोलन की ।। घुँघरारि लटैं लटकें मुख ऊपर कुण्डल लाल कपोलन की। निवछावर प्राण करें 'तुलसी' बलि जाऊँ लला इन बोलन की।। इस पद्यांश में कौन-सा रस है? [UP TET Exam (I-5) 2019]

Correct Answer: (a) वात्सल्य रस
Solution:प्रश्नोक्त पंक्ति में राम के बाल स्वरूप का वर्णन किया गया है, जिसमें 'वात्सल्य रस' का परिपाक हुआ है।

इस रस का स्थायी भाव सुत-स्नेह अथवा पुत्र-प्रीति है और आलम्बन शिशु अथवा बालक होता है। उसके उद्दीपन विभाव में तोतली बोली, ठुमुक-ठुमुककर चलना, मचलना इत्यादि तथा बाल-चपलता, बाल-कौतुक आदि हैं। बाल-बुद्धि-विनोद और इसके अनुभावों में हँसना, मुसकाना, पुलकावली, चुमकारना, अंक में लेना इत्यादि तथा पिता-मातादि आश्रय होते हैं। इन पंक्तियों में 'लोचन' के स्थान पर 'खोलन' शब्द होना चाहिए।

6. निम्नलिखित पंक्तियों में कौन-सा रस है? [V.D.O. परीक्षा, 2023]

किलकत कान्ह घुटुरुवनि आवत ।

मनिमय कनक नन्द के आँगन, बिम्ब पकरिबैं धावत ।।

कबहुँ निरखि हरि आपु छाहँ कौं, कर सौं पकरन चाहत ।

किलकि हँसत राजत द्वै दतियाँ, पुनि-पुनि तिहिं अवगाहत ।।

Correct Answer: (c) वात्सल्य रस
Solution:'किलकत कान्ह ..... पुनि-पुनि तिहिं अवगाहत' काव्य-पंक्तियों में वात्सल्य रस है। इसका स्थायी भाव पुत्र या सन्तान या शिशु के प्रति स्नेह होता है।

7. रस का नाम बताएँ- [MPSI (SI) Exam, 28th oct 2017 (02:00 PM)]

"मनिमय कनक नन्द के आँगन बिम्ब पकरिबे धावत"

 

Correct Answer: (a) वात्सल्य रस
Solution:प्रश्नगत पंक्ति में वात्सल्य रस की अभिव्यक्ति है। 'वत्सलता' (अनुराग) 'वात्सल्य रस' का स्थायी भाव है।

8. 'सोहत कर नवनीत लिये [T.G.T. परीक्षा, 2004]

घुटुरुन चलत रेनु तन मण्डित, मुख दधि लेप किये।

उपर्युक्त पंक्तियों में रस है-

Correct Answer: (d) वात्सल्य
Solution:प्रस्तुत पंक्तियों में श्री कृष्ण के बाल रूप का वर्णन करते हुए उनके आकर्षक रूप का वर्णन है। अतः इसमें 'वात्सल्य रस' है।

9. मेरी भव बाधा हरो, राधा नागरि सोई। जा तन की झाँई परे, स्याम हरित दुति होई ।। उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा रस है? [T.G.T. परीक्षा, 2011]

Correct Answer: (a) भक्ति रस
Solution:प्रस्तुत दोहा रीतिकालीन कवि बिहारी द्वारा रचित ग्रन्थ सतसई से लिया गया है, जिसमें भक्ति रस का परिपाक हुआ है। बिहारी की भक्ति भावना राधा-कृष्ण के प्रति है और वह जहाँ-तहाँ ही प्रकट हुई है। उ. प्र. माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने अपनी प्रारम्भिक उत्तर कुंजी में इस प्रश्न का उत्तर विकल्प (a) माना था, किन्तु संशोधित उत्तर कुंजी में इस प्रश्न को मूल्यांकन से बाहर कर दिया है, जबकि कई पुस्तकों एवं कृतियों में उपर्युक्त पंक्ति को भक्ति विषयक माना गया है।

10. 'भक्ति रस' का स्थायी भाव इनमें से कौन-सा है? [M.P. Professional Exam.15.12.2017]

Correct Answer: (c) भक्ति
Solution:'भक्ति रस' का स्थायी भाव भक्ति होता है। 'रौद्र रस' का स्थायी भाव क्रोध, श्रृंगार रस का स्थायी भाव रति, हास्य रस का स्थायी भाव हास होता है।