राजनीतिक दल (भारतीय राजव्यवस्था एवं शासन)

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31. निम्न कथनों पर विचार कीजिए- [U.P. Lower Sub. (Pre) 1998]

कथन (A) : भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली साझा सरकार के अभिशासन के लिए राष्ट्रीय एजेंडा में कुछ नीति निर्देशन, कुछ वायदे और कुछ मार्गदर्शक सिद्धांत समाहित हैं।

कारण (R) : वह बहुत सी चीजों की वृहद विस्तार में चर्चा करता है।

उपर्युक्त के संदर्भ में निम्न में से कौन-सा एक सही उत्तर है?

Correct Answer: (b) दोनों (A) और (R) सही हैं, परंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
Solution:वर्तमान समय में भारत में साझा सरकारों का दौर चल रहा है, चूंकि इस प्रकार की सरकार में कई दल शामिल होते हैं, इसलिए सभी दलों की भावनाओं को ध्यान में रखकर एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम बनाया जाता है और उसी के अनुरूप सरकार को चलाने का प्रयास किया जाता है। इस प्रकार (A) और (R) दोनों सही हैं किंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।

32. किस राज्य में क्षेत्रीय दल सत्ता में नहीं है? [M.P.P.C.S. (Pre) 1997]

Correct Answer: (d) केरल
Solution:केरल में लगातार कांग्रेस अथवा कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया-मार्क्स- वादी के नेतृत्व में सरकार का गठन होता रहा है। ये दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियां हैं। तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में सामान्यतः क्षेत्रीय दल ही सत्ता में रहे हैं। जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 के तहत 31 अक्टूबर, 2019 से तत्कालीन जम्मू और कश्मीर राज्य को दो संघ राज्यक्षेत्रों नामतः जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित कर दिया गया है।

33. नीचे दो वक्तव्य दिए गए हैं, जिनमें से एक को कथन (A) और दूसरे को कारण (R) कहा गया है- [I.A.S. (Pre) 1994]

कथन (A) : भारत के केंद्रीय लोक सभा और राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचन में सदस्यों का बहुमत पाने वाले राजनैतिक दल ही सरकार बनाते रहे हैं न कि मतों का बहुमत पाने वाले।

कारण (R) : बहुमत प्रणाली पर आधारित निर्वाचनों में प्राप्त मतों की आपेक्षिक बहुलता के आधार पर ही परिणाम का निर्णय होता है। ऊपर के दो वक्तव्यों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?

Correct Answer: (a) (A) और (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या है।
Solution:प्रश्नगत कथन और कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या करता है। कम मत प्रतिशत के बावजूद सदस्यों के आपेक्षिक बहुलता के आधार पर जीत जाने के कारण ही सरकार बनाने वाले दल का मत प्रतिशत कम रह जाता है।

34. नीचे दो वक्तव्य दिए गए हैं, जिनमें एक को कथन (A) कहा गया है और दूसरे को कारण (R) कहा गया है- [I.A.S. (Pre) 1997]

कथन (A) : संसद और राज्य विधानमंडलों में महिलाओं के लिए तैंतीस प्रतिशत सीटों के आरक्षण के लिए संविधान संशोधन की आवश्यकता नहीं है।

कारण (R) : चुनाव लड़ने वाले राजनैतिक दल, बिना किसी संविधान संशोधन के जितनी सीटों पर वे चुनाव लड़ रहे हैं, उसके तैंतीस प्रतिशत को, महिलाओं के लिए नियत कर सकते हैं।

ऊपर के दोनों वक्तव्यों के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा सही है?

Correct Answer: (d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।
Solution:संविधान के अनुच्छेद 330 से 334 तक लोक सभा और राज्य विधानसभाओं में कुछ विशेष वर्गों के लिए आरक्षण का प्रावधान करते हैं, जिसमें पहले महिलाएं नहीं थीं, अतः संविधान में संशोधन कर ही महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया जा सकता था। 106वें संविधान संशोधन अधिनियम, 2023 द्वारा लोक सभा, राज्य विधानसभाओं एवं एनसीटी दिल्ली की विधानसभा में महिलाओं के लिए एक-तिहाई आरक्षण हेतु प्रावधान किए गए हैं। स्पष्ट है कि कथन गलत है, कारण सही है।

35. कथन (A) : भारत में स्थायी दलीय व्यवस्था नहीं है। [U.P.P.C.S. (Pre) 2000 U.P. Lower Sub. (Spl.) (Pre) 2004 U.P.P.C.S. (Mains) 2004]

कारण (R) : अत्यधिक संख्या में राजनीतिक दल हैं।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर अपना उत्तर चुनिए :

Correct Answer: (b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
Solution:भारतीय लोकतंत्र अभी संक्रमण काल से गुजर रहा है। यहां पर अभी जातिवाद एवं क्षेत्रीयतावाद पूरी तरह हावी है। अतः विभिन्न स्वार्थों की पूर्ति के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों का गठन क्षेत्रीय नेताओं के द्वारा कर लिया जाता है। किंतु मात्र यही कारण नहीं है जिसकी वजह से भारत में स्थायी दलीय व्यवस्था का विकास नहीं हो पाया। इसके अन्य सामाजिक-आर्थिक कारण भी हैं।

36. निम्नलिखित में से दलीय व्यवस्था किस एक व्यापक व्यवस्था का अंग है? [M.P. P.C.S. (Pre) 2012]

Correct Answer: (c) राजनीतिक व्यवस्था
Solution:दलीय व्यवस्था, राजनीतिक व्यवस्था का अंग है। दलीय व्यवस्था के द्वारा ही लोकतांत्रिक राजनीतिक व्यवस्थाओं में सत्ता का गठन एवं सरकार का संचालन किया जाता है।

37. निम्नलिखित वक्तव्यों पर विचार कीजिए और नीचे दिए कूट से सही उत्तर चुनिए- [U.P.P.C.S. (Pre) (Re-Exam) 2015]

कथन (A): भारत में लिखित संविधान है।

कारण (R): शक्तिशाली क्षेत्रीय दलों का विकास क्षेत्रीय आकांक्षाओं का संकेतक है।

Correct Answer: (b) (A) और (R) दोनों सही हैं परंतु (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
Solution:भारत का संविधान एक लिखित संविधान है। अतः कथन (A) सही है। इसके अलावा क्षेत्रीय आकांक्षाओं की पूर्ति हेतु ही शक्तिशाली क्षेत्रीय दलों का विकास होता है। ये क्षेत्रीय दल उस क्षेत्र विशेष की समस्याओं के समाधान तथा सुविधाओं की वृद्धि की बात करते हैं, जिससे उस क्षेत्र के जनमत का झुकाव उनकी तरफ हो जाता है। अतः कारण (R) भी सही है। किंतु कारण (R), कथन (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।

38. निम्नलिखित में से किसे एक दबाव समूह माना जा सकता है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2017]

Correct Answer: (d) मजदूर संघ के सदस्य
Solution:मजदूर संघ के सदस्य को दबाव समूह माना जा सकता है। जब कोई संगठन अपने सदस्यों के हितों की पूर्ति के लिए राजनीतिक सत्ता को प्रभावित करता है और हितों की पूर्ति के लिए दबाव बनाता है, तो उस संगठन को दबाव समूह कहते हैं। इसे हित समूह, अनौपचारिक संगठन आदि भी कहते हैं। इसमें मजदूर संघ, किसान संगठन, महिला संगठन, व्यापारी संगठन, विद्यार्थी संगठन आदि को शामिल किया जा सकता है।

39. आंतरिक दलीय लोकतंत्र का उपयोग होता है- [U.P. Lower Sub (Spl.) (Pre) 2004]

Correct Answer: (c) दल का आंतरिक चुनाव जो दल के पदाधिकारियों के चयन हेतु समय-समय पर हों।
Solution:आंतरिक दलीय लोकतंत्र राजनीतिक दलों के आंतरिक चुनाव के लिए प्रयुक्त होता है, जो दल के पदाधिकारियों के चयन हेतु समय-समय पर हों।

40. निम्नलिखित में से किस विद्वान ने स्वतंत्रता के प्रारंभिक वर्षों की भारत की दलीय व्यवस्था का एकदलीय प्रभुत्ववाली व्यवस्था के रूप में वर्णन किया? [Uttarakhand P.C.S. (Pre) 2016]

Correct Answer: (b) रजनी कोठारी
Solution:रजनी कोठारी ने स्वतंत्रता के प्रारंभिक वर्षों की भारत की दलीय व्यवस्था को एकदलीय प्रभुत्ववाली व्यवस्था के रूप में वर्णन किया है। रजनी कोठारी प्रसिद्ध शिक्षाविद, लेखक और राजनीतिक सिद्धांतकार थे। इन्होंने सी.एस.डी. एस. (विकासशील समाज अध्ययन पीठ) और 'लोकायन' संस्था की स्थापना की थी।