राजभाषा (भारतीय राजव्यवस्था एवं शासन)

Total Questions: 22

1. भारतीय संविधान ने प्रारंभ में किस अवधि के लिए सभी सरकारी उद्देश्यों हेतु अंग्रेजी भाषा के उपयोग के लिए अनुमति प्रदान की थी? [U.P.P.C.S. (Pre) 2023]

Correct Answer: (d) 15 वर्ष
Solution:भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 (संघ की राजभाषा) के खंड (2) के तहत संविधान के प्रारंभ से 15 वर्षों की अवधि के लिए संघ के उन सभी शासकीय प्रयोजनों हेतु अंग्रेजी भाषा के उपयोग हेतु अनुमति प्रदान की गई थी, जिनके लिए उसका ऐसे प्रारंभ से ठीक पहले प्रयोग किया जा रहा था। हालांकि, संसद द्वारा अधिनियमित राजभाषा अधिनियम, 1963 के तहत इस अनुमति को उक्त अवधि से आगे भी जारी रखा गया है।

2. भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में राज्य की राजभाषा या भाषाएं अपनाने की प्रक्रिया है? [R.A.S./R.T.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (c) 345
Solution:अनुच्छेद 345 के अंतर्गत राज्य की राजभाषा या भाषाएं अपनाने की प्रक्रिया है। इसके अनुसार किसी राज्य का विधानमंडल, विधि द्वारा, उस राज्य में प्रयोग होने वाली भाषाओं में से किसी एक या अधिक भाषाओं को या हिंदी को उस राज्य के सभी या किन्हीं प्रयोजनों के लिए प्रयोग की जाने वाली भाषा के रूप में अंगीकृत कर सकेगा। जबकि अनुच्छेद 343 संघ की राजभाषा के संबंध में है। अनुच्छेद 344 में राजभाषा के संबंध में आयोग तथा संसद की समिति के गठन तथा अनुच्छेद 346 में दो राज्यों के बीच पत्रादि की राजभाषा का उपबंध है।

3. भारतीय संविधान में भारत की आधिकारिक भाषा से जुड़े प्रावधानों में संसद संशोधन कर सकती है- [U.P.P.C.S. (Pre) 2018 U.P. P.C.S. (Mains) 2005]

Correct Answer: (e) (a) & (b)
Solution:उपर्युक्त प्रश्न के हिंदी और अंग्रेजी रूपों (Versions) में तात्विक अंतर है। हिंदी रूप में यह प्रश्न पूछा गया प्रतीत हो रहा है कि भारतीय संविधान में संघ की राजभाषा से संबंधित प्रावधानों (Provisions) में, संसद अपने सदस्यों के किस बहुमत द्वारा संशोधन करने के लिए सशक्त है। उल्लेखनीय है कि संविधान के भाग 17 के अंतर्गत अनुच्छेद 343, 344, 346 एवं 348 (1) (ख) के तहत संघ की राजभाषा के विषय से संबंधित प्रावधान दिए हुए हैं। दूसरी ओर, प्रश्न के अंग्रेजी रूप से यह प्रश्न पूछा गया प्रतीत हो रहा है कि संविधान के अंतर्गत संसद, अपने किस बहुमत द्वारा, संघ की राजभाषा संबंधी प्रावधान (Provision) का संशोधन करने के लिए अधिकृत है।

प्रश्न के हिंदी रूप एवं अंग्रेजी रूप में, क्रमशः "भारत की आधिकारिक भाषा" एवं "Official Language of India" नामक पदावलियों का प्रयोग किया गया है, जो तकनीकी रूप से सही नहीं है। भारतीय संविधान में "भारत की राजभाषा" पदावली का प्रयोग नहीं हुआ है। उसमें "संघ की राजभाषा" एवं "The Official Language of Union" पदावलियों (terms) का प्रयोग हुआ है। अतएव, प्रश्न में "Official Language of India" या "भारत की आधिकारिक भाषा" पदावलियों के प्रयोग से भ्रम पैदा हो रहा है। इस दृष्टि से प्रश्न यदि गलत नहीं, तो अस्पष्ट (Vague) तो है ही।

यदि हम उपर्युक्त 'अस्पष्टता' को प्रश्नोत्तर के लिए नजरअंदाज करें तो यह प्रतीत होता है कि प्रश्न, "संघ की राजभाषा" से संबंधित है। जैसा कि इस व्याख्या के प्रथम पैराग्राफ में उल्लिखित है, प्रश्न के हिंदी एवं अंग्रेजी रूपों में अंतर होने के कारण, उत्तर भी अलग-अलग होगा। हिंदी रूप के अनुसार, विकल्प (b) सही है। संघ की राजभाषा संबंधी प्रावधानों वाले अनुच्छेद 343, 344, 346 और 348(1) (ख) में संशोधन, संसद द्वारा अनुच्छेद 368(2) में अधिकथित प्रक्रिया के अनुसार ही संभव है, अन्यथा नहीं। ये अनुच्छेद, अर्थात अनुच्छेद 343, 344, 346 एवं 348 (1) (ख), अनुच्छेद 368(2) के परंतुक (proviso) से शासित (govern) नहीं है, इसलिए इनमें संशोधन के लिए कम-से-कम आधे राज्य विधानमंडलों का अनुसमर्थन (ratification) नहीं चाहिए। दूसरी ओर यदि प्रश्न के अंग्रेजी रूप को स्वीकार किया जाए तो विकल्प (a) सही उत्तर होगा। संसद को अनुच्छेद 343(3) के अनुसार, अनुच्छेद 343(1) का अपवाद सृजित करते हुए, संघ की राजभाषा 'हिंदी' के स्थान पर या हिंदी के अतिरिक्त 'अंग्रेजी' को, संघ के शासकीय प्रयोजनों के लिए जारी रखने के लिए कानून बनाने की शक्ति है। अनुच्छेद 343(3) के तहत ऐसा कानून संसद द्वारा अपने साधारण बहुमत से बनाया जाएगा। संसद ने अपनी इस शक्ति का प्रयोग करते हुए राजभाषा अधिनियम, 1963 अधिनियमित किया है। इस अधिनियम की धारा 3 के अनुसार, हिंदी के अतिरिक्त, अंग्रेजी भी संघ की राजभाषा के रूप में 26 जनवरी, 1965 से प्रयुक्त होती रहेगी। संघ के कतिपय शासकीय प्रयोजनों के लिए तो अंग्रेजी, इस अधिनियम के अनुसार अनिवार्य है। स्पष्टतः उक्त अधिनियम में कोई भी संशोधन, संसद द्वारा अपने साधारण बहुमत से किया जा सकता है और तदनुसार संघ की राजभाषा में संविधान के अनुरूप संशोधन किया जा सकता है। प्रश्न के अंग्रेजी रूप में प्रयुक्त 'Provision' शब्द और 'Under The Constitution' शब्दों से अनुच्छेद 343(3) के तहत संसद को प्राप्त शक्ति का एवं शक्ति के प्रयोग में अधिनियमित राजभाषा अधिनियम का संदर्भ स्पष्ट हो रहा है। उपर्युक्त व्याख्या से स्पष्ट है कि एक ही प्रश्न के दो सुभिन्न उत्तर हैं।

4. निम्नलिखित में से भारत के संविधान में उल्लिखित भाषाओं के बारे में क्या सही है? [U.P.P.C.S. (Mains) 2016]

Correct Answer: (d) बोडो संविधान की आठवीं अनुसूची में स्वीकृत भाषा है।
Solution:'बोडो' भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में स्वीकृत भाषा है। इसे 92 वें संविधान संशोधन अधिनियम, 2003 द्वारा आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया। अनुच्छेद 343 के अनुसार, हिंदी भारतीय संघ की राजभाषा है न कि राष्ट्रीय भाषा। अंगिका, संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं है। अनुच्छेद 350-क के अनुसार, प्रत्येक राज्य और राज्य के भीतर प्रत्येक स्थानीय प्राधिकारी भाषायी अल्पसंख्यक वर्गों के बालकों को शिक्षा के प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा की पर्याप्त सुविधाओं की व्यवस्था करने का प्रयास करेगा और राष्ट्रपति किसी राज्य को ऐसे निदेश दे सकेगा, जो वह ऐसी सुविधाओं का उपबंध सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक या उचित समझता है। राज्य किसी भी प्रकार से उन्हें ऐसा करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता।

5. संविधान के किस अनुच्छेद में यह व्यवस्था की गई है कि प्रत्येक राज्य शिक्षा के प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा की पर्याप्त सुविधाओं की व्यवस्था करने का प्रयास करेगा? [I.A.S. (Pre) 2001 U.P. P.C.S. (Pre) 2002, 2003 U.P. Lower Sub. (Pre) 2002]

Correct Answer: (c) अनुच्छेद 350-क
Solution:'बोडो' भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में स्वीकृत भाषा है। इसे 92 वें संविधान संशोधन अधिनियम, 2003 द्वारा आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया। अनुच्छेद 343 के अनुसार, हिंदी भारतीय संघ की राजभाषा है न कि राष्ट्रीय भाषा। अंगिका, संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं है। अनुच्छेद 350-क के अनुसार, प्रत्येक राज्य और राज्य के भीतर प्रत्येक स्थानीय प्राधिकारी भाषायी अल्पसंख्यक वर्गों के बालकों को शिक्षा के प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा की पर्याप्त सुविधाओं की व्यवस्था करने का प्रयास करेगा और राष्ट्रपति किसी राज्य को ऐसे निदेश दे सकेगा, जो वह ऐसी सुविधाओं का उपबंध सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक या उचित समझता है। राज्य किसी भी प्रकार से उन्हें ऐसा करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता।

6. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 344 के तहत प्रथम 'राजकीय भाषा आयोग' का गठन हुआ था- [U.P.P.C.S. (Pre) 1998]

Correct Answer: b) 1955 में बी.जी. खेर की अध्यक्षता में
Solution:7 जून, 1955 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने बी.जी. खेर की अध्यक्षता में प्रथम राजकीय भाषा आयोग का गठन किया, जिसने 1956 में अपना प्रतिवेदन राष्ट्रपति को सौंप दिया। 1957 में एक संसदीय समिति द्वारा इस रिपोर्ट का परीक्षण किया गया, जिसके अध्यक्ष पं. गोविंद बल्लभ पंत थे।

7. भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में कौन-सी भाषा वर्ष 2003 में जोड़ी गई? [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (d) संथाली
Solution:भारतीय संविधान में किसी भी भाषा को आठवीं अनुसूची के अंतर्गत शामिल किया जाता है। संविधान के प्रारंभ में केवल 14 भाषाओं को राजकीय भाषा का दर्जा प्राप्त था। 92वें संविधान संशोधन, 2003 (7 जनवरी, 2004 से प्रभावी) द्वारा बोडो, डोगरी, मैथिली और संथाली को राजकीय भाषा के रूप मान्यता दी गई। इससे पहले 1992 में 71वें संविधान संशोधन द्वारा नेपाली, कोंकणी तथा मणिपुरी को तथा 1967 में 21वें संविधान संशोधन द्वारा सिंधी को राजकीय भाषा का दर्जा दिया गया था। इस प्रकार अभी तक 22 भाषाओं को संविधान के तहत मान्यता प्राप्त है, यथा-असमिया, बंगला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मणिपुरी, मलयालम, मराठी, नेपाली, ओडिया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगू, उर्दू  बोडो, डोगरी, संथाली एवं मैथिली।

8. 1993 में निम्नलिखित में से कौन-सी भाषा आठवीं अनुसूची में सम्मिलित नहीं की गई? [U.P. R.O./A.R.O. (Pre) 2021]

Correct Answer: (e) इनमे से कोई भी नहीं
Solution:भारतीय संविधान में किसी भी भाषा को आठवीं अनुसूची के अंतर्गत शामिल किया जाता है। संविधान के प्रारंभ में केवल 14 भाषाओं को राजकीय भाषा का दर्जा प्राप्त था। 92वें संविधान संशोधन, 2003 (7 जनवरी, 2004 से प्रभावी) द्वारा बोडो, डोगरी, मैथिली और संथाली को राजकीय भाषा के रूप मान्यता दी गई। इससे पहले 1992 में 71वें संविधान संशोधन द्वारा नेपाली, कोंकणी तथा मणिपुरी को तथा 1967 में 21वें संविधान संशोधन द्वारा सिंधी को राजकीय भाषा का दर्जा दिया गया था। इस प्रकार अभी तक 22 भाषाओं को संविधान के तहत मान्यता प्राप्त है, यथा-असमिया, बंगला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मणिपुरी, मलयालम, मराठी, नेपाली, ओडिया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगू, उर्दू  बोडो, डोगरी, संथाली एवं मैथिली।

9. निम्नलिखित संविधान संशोधन अधिनियमों में से किस एक के अंतर्गत, भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में चार भाषाएं जोड़ी गईं, जिससे उनकी संख्या बढ़कर 22 हो गई? [I.A.S. (Pre) 2007]

Correct Answer: (c) संविधान (92वां संशोधन) अधिनियम
Solution:भारतीय संविधान में किसी भी भाषा को आठवीं अनुसूची के अंतर्गत शामिल किया जाता है। संविधान के प्रारंभ में केवल 14 भाषाओं को राजकीय भाषा का दर्जा प्राप्त था। 92वें संविधान संशोधन, 2003 (7 जनवरी, 2004 से प्रभावी) द्वारा बोडो, डोगरी, मैथिली और संथाली को राजकीय भाषा के रूप मान्यता दी गई। इससे पहले 1992 में 71वें संविधान संशोधन द्वारा नेपाली, कोंकणी तथा मणिपुरी को तथा 1967 में 21वें संविधान संशोधन द्वारा सिंधी को राजकीय भाषा का दर्जा दिया गया था। इस प्रकार अभी तक 22 भाषाओं को संविधान के तहत मान्यता प्राप्त है, यथा-असमिया, बंगला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मणिपुरी, मलयालम, मराठी, नेपाली, ओडिया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगू, उर्दू  बोडो, डोगरी, संथाली एवं मैथिली।

10. निम्नलिखित में से कौन-सी भाषा संविधान की आठवीं सूची में नहीं है? [M.P.P.C.S. (Pre) 2005]

Correct Answer: (d) भोजपुरी
Solution:भारतीय संविधान में किसी भी भाषा को आठवीं अनुसूची के अंतर्गत शामिल किया जाता है। संविधान के प्रारंभ में केवल 14 भाषाओं को राजकीय भाषा का दर्जा प्राप्त था। 92वें संविधान संशोधन, 2003 (7 जनवरी, 2004 से प्रभावी) द्वारा बोडो, डोगरी, मैथिली और संथाली को राजकीय भाषा के रूप मान्यता दी गई। इससे पहले 1992 में 71वें संविधान संशोधन द्वारा नेपाली, कोंकणी तथा मणिपुरी को तथा 1967 में 21वें संविधान संशोधन द्वारा सिंधी को राजकीय भाषा का दर्जा दिया गया था। इस प्रकार अभी तक 22 भाषाओं को संविधान के तहत मान्यता प्राप्त है, यथा-असमिया, बंगला, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मणिपुरी, मलयालम, मराठी, नेपाली, ओडिया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगू, उर्दू  बोडो, डोगरी, संथाली एवं मैथिली।