1. भारत के संविधान के अनुसार, कोई भी ऐसा व्यक्ति जो मतदान के लिए योग्य है, किसी राज्य में छह माह के लिए मंत्री बनाया जा सकता है तब भी जब कि वह उस राज्य के विधानमंडल का सदस्य नहीं है।
2. लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के अनुसार, कोई भी ऐसा व्यक्ति जो दांडिक अपराध के अंतर्गत दोषी पाया गया है और जिसे पांच वर्ष के लिए कारावास का दंड दिया गया है, चुनाव लड़ने के लिए स्थायी तौर पर निरर्हित हो जाता है, भले ही वह कारावास से मुक्त हो चुका हो।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Correct Answer: (d) न तो 1, न ही 2
Solution:भारतीय संविधान के अनुच्छेद 164 (4) के प्रावधानों के तहत कोई व्यक्ति राज्य विधानमंडल का सदस्य न होने पर भी 6 माह की अवधि के लिए मंत्री बनाया जा सकता है। साथ ही अनुच्छेद 173 के अनुसार, कोई भी व्यक्ति किसी राज्य में विधानमंडल के किसी स्थान को भरने के लिए चुने जाने के लिए तभी अर्हित होगा, जब- है।1. वह भारत का नागरिक है तथा निर्वाचन आयोग द्वारा इस निमित्त प्राधिकृत किसी व्यक्ति के समक्ष तीसरी अनुसूची में इस उद्देश्य के लिए दिए गए प्रारूप के अनुसार शपथ लेकर हस्ताक्षर करता है।
2. वह विधानसभा के स्थान के लिए कम-से-कम 25 वर्ष की आयु का और विधान परिषद के स्थान के लिए कम-से-कम 30 वर्ष की आयु का है।
3. उसके पास ऐसी अन्य योग्यताएं हों, जो इस उद्देश्य से संसद द्वारा बनाई गई किसी विधि द्वारा या उसके अधीन विहित की जाएं। संविधान के अनुच्छेद 326 के अंतर्गत 18 वर्ष या उससे अधिक आयु का य कोई भी व्यक्ति लोक सभा या राज्य विधानसभा के निर्वाचनों में मतदान कर सकता है, परंतु विधानमंडल का सदस्य निर्वाचित होने हेतु न्यूनतम आयु सीमा 25 एवं 30 वर्ष है। अतः कथन 1 सही नहीं है। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 8 में कतिपय अपराधों के लिए दोषसिद्धि पर निरर्हता का वर्णन है। धारा 8(1) के अंतर्गत दिए गए विशिष्ट अपराधों के लिए जुर्माने या कारावास से दंडित व्यक्ति दोषसिद्धि की तिथि से निरर्हित होगा और उसके छोड़े जाने से छह वर्ष की अतिरिक्त अवधि के लिए निरर्हित बना रहेगा। धारा 8(3) के अनुसार, सिद्धदोष अपराध और न्यूनतम दो वर्ष के कारावास से दंडित व्यक्ति दोषसिद्धि की तिथि से निरर्हित होगा और उसे छोड़े जाने से 6 वर्ष की अतिरिक्त अवधि के लिए निरर्हित बना रहेगा। इसके तहत स्थायी तौर पर निरर्हित किए जाने का प्रावधान नहीं है। अतः कथन 2 भी सही नहीं है।