1. रामसर सम्मेलन के अनुसार, भारत के राज्यक्षेत्र में सभी आर्द्रभूमियों को बचाना और संरक्षित रखना भारत सरकार के लिए अधिदेशात्मक है।
2. आर्द्रभूमि (संरक्षण और प्रबंधन) नियम, 2010, भारत सरकार ने रामसर सम्मेलन की संस्तुतियों के आधार पर बनाए थे।
3. आर्द्रभूमि (संरक्षण और प्रबंधन) नियम, 2010, आर्द्रभूमियों के अपवाह क्षेत्र या जलग्रहण क्षेत्रों को भी सम्मिलित करते हैं, जैसा कि प्राधिकार द्वारा निर्धारित किया गया है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
Correct Answer: (c) केवल 3
Solution:आर्द्रभूमियों के संरक्षण हेतु 'रामसर अभिसमय (Ramsar Convention) फरवरी, 1971 में ईरान के शहर रामसर में हस्ताक्षरित हुआ था तथा यह अभिसमय दिसंबर, 1975 में प्रभावी हुआ। इस अभिसमय के अनुसार, सदस्य देशों में नामित आर्द्रभूमि स्थल (रामसर साइट) को संरक्षित रखना सदस्य देश का उत्तरदायित्व है, तथापि सदस्य देश की सभी आर्द्रभूमियों के संदर्भ में यह अधिदेशात्मक नहीं है। इसमें किसी पक्षकार देश से उसके क्षेत्र की आर्द्रभूमियों के संवर्धन और जहां तक संभव हो, उनके विवेकपूर्ण उपयोग की बात कही गई है। अतः कथन । असत्य है। भारत में आर्द्रभूमियों के संरक्षण हेतु विधिक रूप से बाध्यकारी विनियामक प्रणाली की स्थापना हेतु सर्वप्रथम कदम 'राष्ट्रीय पर्यावरण नीति, 2006' के तहत उठाया गया। इसमें विनियामक प्रणाली के माध्यम से देश की चिह्नित महत्वपूर्ण आर्द्रभूमियों के अपकर्ष की रोकथाम एवं उनके संरक्षण को संवर्धित करने के साथ ऐसी आर्द्रभूमियों की एक राष्ट्रीय सूची तैयार करने की बात कही गई। इसी नीति प्रस्ताव के अनुसरण में एक बहु-विषयक विशेषज्ञ समूह का गठन किया गया, जिसने आर्द्रभूमियों के लिए एक विनियामक रूपरेखा तैयार की। इसी विशेषज्ञ समूह की संस्तुतियों के आधार पर भारत सरकार द्वारा आर्द्रभूमि (संरक्षण और प्रबंधन) नियम, 2010 जारी किए गए। इस प्रकार कथन 2 भी असत्य है। आर्द्रभूमि (संरक्षण और प्रबंधन) नियम, 2010 के तहत 'आर्द्रभूमि' की परिभाषा के दायरे में आर्द्रभूमियों पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालने वाले क्षेत्रों यथा-अपवाह क्षेत्र (Drainage Area) या जलग्रहण क्षेत्र (Catchment Region), जैसा कि प्राधिकार (Authority) द्वारा निर्धारित किया जाए, को भी शामिल किया गया है। अतः कथन 3 सत्य है।