राष्ट्रीय आय

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11. भारत में राष्ट्रीय आय की गणना में एक समस्या है [63 B.P.S.C. (Pre) 2017]

Correct Answer: (d) असंगठित क्षेत्र
Note:

असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की आय की गणना करने का कोई भी उचित उपकरण या तरीका उपलब्ध न होने के कारण भारत में राष्ट्रीय आय की गणना में, 'असंगठित क्षेत्र' एक समस्या है।

12. निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प को चुनिएः [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) Exam. 2020]

कथन 1: शुद्ध घरेलू उत्पाद सकल घरेलू उत्पाद मूल्याहास

कथन II: प्रति व्यक्ति आय शुद्ध घरेलू उत्पाद/राष्ट्र की कुल

जनसंख्या

कथन III: विश्व की अर्थव्यवस्थाओं की तुलना करने हेतु शुद्ध घरेलू उत्पाद सकल घरेलू उत्पाद की अपेक्षा बेहतर मानक है

Correct Answer: (d) उपर्युक्त में से कोई भी सही नहीं है।
Note:

शुद्ध घरेलू उत्पाद का अभिप्राय एक वर्ष में एक देश की घरेलू सीमा में निवासियों द्वारा उत्पादित अंतिम वस्तुओं एवं सेवाओं के मौद्रिक मूल्य से है, जिसमें से स्थिर पूंजी के उपभोग को घटा दिया जाता है।

शुद्ध घरेलू उत्पाद सकल घरेलू उत्पाद मूल्य हास

प्रति व्यक्ति आय एक राष्ट्र या भौगोलिक क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों की औसत आय होती है। प्रति व्यक्ति आय का उपयोग किसी क्षेत्र के लिए औसत प्रति व्यक्ति आय निर्धारित करने और आबादी के जीवन स्तर और गुणवत्ता के मूल्यांकन के लिए किया जा सकता है। किसी राष्ट्र के लिए प्रति व्यक्ति आय की गणना देश की राष्ट्रीय आय को उसकी जनसंख्या से विभाजित करके की जाती है।

किसी देश की सीमा में एक निर्धारित समय के भीतर उत्पादित सभी अंतिम वस्तुओं और सेवाओं के कुल मौद्रिक मूल्य को सकल घरेलू उत्पाद (GDP) कहते हैं। यह किसी देश के घरेलू उत्पाद का व्यापक माप होता है और इससे किसी देश की अर्थव्यवस्था की सेहत पता चलती है। परंतु विश्व की अर्थव्यवस्थाओं की तुलना करने हेतु शुद्ध घरेलू उत्पाद, सकल घरेलू उत्पाद की अपेक्षा बेहतर मानक है क्योंकि इसमें से घिसावट मूल्य घटा दिया जाता है, जिससे वास्तविक अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का मूल्य पता चलता है।

13. व्यक्तिगत प्रयोज्य आय (पीडीआई) एक............ है| [Chhattisgarh P.C.S. (Pre) Exam. 2023]

Correct Answer: (b) पीडीआई व्यक्तिगत आय व्यक्तिगत कर भुगतान गैर-कर भुगतान
Note:

जब व्यक्तिगत आय में से व्यक्तिगत कर भुगतान (जैसे आय कर) तथा गैर-कर भुगतान (जैसे शुल्क) को घटा दिया जाता है, तब व्यक्तिगत

प्रयोज्य आय (Personal Disposable Income: PDI) बचता है।

अतः व्यक्तिगत प्रयोज्य आय (PDI)

- व्यक्तिगत आय व्यक्तिगत कर भुगतान गैर-कर भुगतान।

व्यक्तिगत प्रयोज्य आय परिवारों की समस्त आय का अंश होता है, जिसके एक अंश को वे उपभोग कर सकते हैं और शेष को बचा सकते हैं।

14. यदि एक दी हुई समयावधि में कीमतें तथा मौद्रिक आय दोनों दोगुनी हो जाएं, तो वास्तविक आय- [U.P.P.C.S. (Mains) 2004]

Correct Answer: (c) अपरिवर्तित रहेगी।
Note:

एक दी हुई समयावधि में कीमतें और मौद्रिक आय दोनों दोगुनी होने पर वास्तविक आय अपरिवर्तित रहेगी, क्योंकि बढ़ी हुई कीमतें बढ़ी हुई मौद्रिक आय को प्रति संतुलित कर देंगी, जिससे वास्तविक आय पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

15. सैद्धांतिक रूप से यदि आर्थिक विकास की कल्पना की जाती है, तो इनमें से किस एक को साधारणतः ध्यान में नहीं रखा जाता है? [Jharkhand P.C.S. (Pre) 2013]

Correct Answer: (b) विश्व बैंक से वित्तीय सहायता में वृद्धि
Note:

आर्थिक विकास में सकल घरेलू उत्पाद (GDP), सकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP) व प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय उत्पाद में वृद्धि का ध्यान रखा जाता है।

16. भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में अमर्त्य सेन के सुझावों से संबंधित निम्नांकित कथनों पर विचार कीजिए। [U.P.P.C.S. (Pre) 1999]

1. इसे वस्तु-उन्मुख होना चाहिए

2. इसे जन-उन्मुख होना चाहिए 20

3. सबसे अधिक निर्धन व्यक्ति की आर्थिक सुरक्षा होनी चाहिए

4. विश्व अर्थव्यवस्था में इनके एकीकरण के साथ राष्ट्रीय स्मार होना चाहिए। इनमें से-

Correct Answer: (b) 2.3 तथा 4 सही है
Note:

अमर्त्य सेन कल्याणकारी अर्थशास्त्र से संबंधित हैं। उनके अनुसार आर्थिक विकास का मुख्य लक्ष्य मानवीय विकास है। अपने इसी दृष्टिकोण के कारण अमर्त्य सेन ने भारतीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में प्रश्नग 2.3 एवं 4 कथनों की सिफारिश की थी।

17. यह विचार कि "मविष्य में भारतीय नियोजन में वस्तुओं से अधिक ध्यान व्यक्तियों पर देना चाहिए" व्यक्त किया गया था- [U.P. Lower (Pre) (Spl.) 2064]

Correct Answer: (a) अमर्त्य सेन द्वारा
Note:

वर्ष 1998 में अर्थशास्त्र (Economic Science) के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन द्वारा यह विचार व्यक्त किया गया था कि "मविष्य में भारतीय नियोजन में वस्तुओं से अधिक ध्यान व्यक्तियों पर देना चाहिए।

18. हिंदू वृद्धि दर किस वृद्धि दर से संबंधित है? [U.P.P.C.S. (Pre) 1996, 2008]

Correct Answer: (a) प्रति व्यक्ति आय
Note:

प्रो. राजकृष्ण ने वर्ष 1981 में अमेरिकन इकोनॉमिक एसोसिएशन में बोलते हुए हिंदू वृद्धि दर का सर्वप्रथम प्रयोग किया था। उनके अनुसार, हिंदू परंपरा जो विकास के अनुकूल नहीं है अथवा जिसमें विकास को प्रश्रय नहीं दिया जाता है, के कारण ही भारतीय अर्थव्यवस्था में राष्ट्रीय आय/GDP की वृद्धि दर 3.5% के आस-पास बनी हुई है। स्पष्ट है कि प्रो. राजकृष्ण द्वारा प्रयुक्त हिंदू वृद्धि दर राष्ट्रीय आय GDP से संबंधित है।

19. हिंदू वृद्धि दर किस वृद्धि दर से संबंधित है? [U.P.P.C.S. (Pre) 1996, 2008]

Correct Answer: (b) राष्ट्रीय आय
Note:

प्रो. राजकृष्ण ने वर्ष 1981 में अमेरिकन इकोनॉमिक एसोसिएशन में बोलते हुए हिंदू वृद्धि दर का सर्वप्रथम प्रयोग किया था। उनके अनुसार, हिंदू परंपरा जो विकास के अनुकूल नहीं है अथवा जिसमें विकास को प्रश्रय नहीं दिया जाता है, के कारण ही भारतीय अर्थव्यवस्था में राष्ट्रीय आय/GDP की वृद्धि दर 3.5% के आस-पास बनी हुई है। स्पष्ट है कि प्रो. राजकृष्ण द्वारा प्रयुक्त हिंदू वृद्धि दर राष्ट्रीय आय GDP से संबंधित है।

20. आर्थिक विकास सामान्यतया युग्मित होता है- [I.A.S (Pre) 2011]

Correct Answer: (b) स्फीति के साथ
Note:

आर्थिक विकास के साथ-साथ सामान्यतः वस्तुओं की मांग के साथ आय में भी वृद्धि होती है। इसी कारण आर्थिक विकास सामान्यतया स्फीति (Inflation) के साथ युग्मित होता जाता है।