रासायनिक अभिक्रिया (रसायन विज्ञान)-(भाग-5)

Total Questions: 50

1. जब जिंक के कण, तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करते हैं तो बनने वाला उत्पाद ________ होगा। [RRC Group D 12/09/2022 (Evening)]

Correct Answer: (d) ZnSO₄
Solution:जब तनु सल्फ्यूरिक अम्ल को जिंक के दानों पर डाला जाता है तो जिंक हाइड्रोजन से अधिक अभिक्रियाशील होने के कारण इसे अम्ल से विस्थापित कर देता है और जिंक सल्फेट (ZnSO₄ -> ZnSO₄ + H₂ । जिंक सल्फेट - क्वथनांक (740°C) और गलनांक (680°C)। जिंक विकास, शरीर के ऊतकों के विकास और स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। हाइड्रोजन एक ज्वलनशील गैस है और पॉपिंग ध्वनि के साथ जलती है।

2. लेड नाइट्रेट और पोटेशियम आयोडाइड के बीच अभिक्रिया ________ का एक उदाहरण है। [RRC Group D 12/09/2022 (Evening)]

Correct Answer: (b) द्विविस्थापन अभिक्रिया
Solution:अवक्षेपण (precipitation) अभिक्रिया तब होती है जब लेड नाइट्रेट पोटेशियम आयोडाइड के साथ अभिक्रिया करता है। जब एक परखनली में लिए गए लेड नाइट्रेट के विलयन में पोटैशियम आयोडाइड का विलयन डाला जाता है, तो एक पीले रंग के ठोस का अवक्षेपण देखा जाता है। यह पीले रंग का ठोस लेड आयोडाइड है। लेड आयोडाइड के साथ पोटेशियम नाइट्रेट बनता है। यह द्विविस्थापन अभिक्रिया है। 2KI(aq.) + Pb (NO₃ (aq.) + PbI₂(s) ।

3. क्लोर-क्षार (chlor alkali) प्रक्रिया द्वारा NaOH के निर्माण के दौरान, निम्नलिखित में से कौन सा आयन कैथोड की ओर स्थानांतरित हो जाता है? [RRC Group D 13/09/2022 (Morning)]

Correct Answer: (b) Na⁺
Solution:

क्लोर-क्षार प्रक्रिया सोडियम क्लोराइड विलयन (लवणी) के विद्युत अपघटन के लिए एक औद्योगिक प्रक्रिया। अधिकीकरण (ऑक्सीकरण) पर: 2Cl⁻(aq) → Cl₂(g) + 2e⁻ केटोड (अपवर्तन) पर: 2H₂O (l) + 2e⁻ → H₂(g) + 2OH⁻(aq) के साथ संयोजन करके NaOH बनाने के लिए डायप्राम्ब के केतोड कंपार्टमेंट में स्थानांतित हो जाता है। समतुल्य अभिक्रिया: 2NaCl (सोडियम क्लोराइड)(s) + 2H₂O (l) → Cl₂(g) + H₂(g) + 2NaOH (सोडियम हाइड्रॉक्साइड)(aq).

4. जिंक ऑक्साइड की कार्बन के साथ अभिक्रिया के फलस्वरूप इनमें से कौन सी गैस मुक्त होती है? [RRC Group D 13/09/2022 (Afternoon)]

Correct Answer: (c) कार्बन मोनोऑक्साइड
Solution:ZnO + C -> Zn + CO (रेडॉक्स अभिक्रिया)। जिंक ऑक्साइड एक आक्सीकारक है क्योंकि यह कार्बन को कार्बन मोनोऑक्साइड में आक्सीकृत करता है। कार्बन एक अपचायक है क्योंकि यह जिंक ऑक्साइड को जिंक में अपचयित करता है। जस्ता - परमाणु संख्या (30), परमाणु द्रव्यमान (65.38), एंड्रियास मार्गग्राफ द्वारा खोजा गया। गुण - घनत्व (7.13 g/cm³), गलनांक (420 °C), क्वथनांक (907 °C), उच्च ताप क्षमता और ऊष्मा चालकता।

5. इनमें से कौन सी विस्थापन अभिक्रिया संभव नहीं है? [RRC Group D 13/09/2022 (Morning)]

Correct Answer: (d)Cu(s)+PbCl₂(aq)−>CuCl₂(aq) + Pb(s)
Solution:ऐसा इसलिए है क्योंकि इलेक्ट्रोकेमिकल श्रृंखला (ECS) में Cu (कापर) Pb (लीड) के बाद आता है, जिसका अर्थ है कि Cu Pb (लेड) को विस्थापित नहीं कर सकता है। ECS का क्रम है: Li, K, Ba, Ca, Na, Mg, Al, Mn, Zn, Cr, Fe, Co, Ni, Sn, Pb, H, Cu, Hg, Ag, Pt, Au।

6. किसी रासायनिक प्रक्रिया के दौरान एक पदार्थ में हाइड्रोजन की वृद्धि क्या कहलाती है? [RRC Group D 13/09/2022 (Morning)]

Correct Answer: (c) अपचयन
Solution:अपचयन एक ऐसी विधि है जिसमें प्रभावी रूप से विद्युत-धनात्मक या विद्युत-ऋणात्मक तत्व या ऑक्सीजन का त्याग या हाइड्रोजन का योग होता है। उदाहरण- CO₂ (g) H₂ (g) → CO (g) + H₂ (Cupric chloride) → ZnCl₂ + Cu। अपघटन - ऐसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें एक अभिकारक दो या दो से अधिक उत्पादों में टूट जाता है। उदाहरण - शीतल पेय में कार्बोनीक अम्ल का अपघटन, H H₂। ऑक्सीकरण - परमाणु या आयन एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन त्याग देता है। जंग लगना, एक ऑक्सीकरण अभिक्रिया है। आयरन, जल और ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया करके हाइड्रेटेड आयरन (III) ऑक्साइड बनाता है, जिसे हम जंग के रूप में देखते हैं।

7. निम्न अभिक्रिया के लिए विकल्पों में दी गई कौन सी संतुलित अभिक्रिया सही है? [RRC Group D 13/09/2022 (Afternoon)]

कैल्शियम क्लोराइड + सल्फ्यूरिक अम्ल  कैल्शियम सल्फेट + हाइड्रोजन क्लोराइड

Correct Answer: (b) CaCl₂ + H₂SO₄ → CaSO₄ + 2HCl
Solution:

द्वि-विस्थापन अभिक्रिया तब होती है जब दो आयनिक यौगिकों के धनात्मक और ऋणात्मक आयन एक जलीय घोल में दो नए यौगिक बनाने के लिए अपने स्थानों को बदलते हैं। कैल्शियम - परमाणु संख्या (20), परमाणु द्रव्यमान (40), (सर हम्फ्री डेवी द्वारा खोजा गया)। सल्फ्यूरिक अम्ल (H₂) का उपयोग विस्फोटक, अन्य अम्ल में, रंजक, गोंद, लकड़ी के संरक्षक और ऑटोमोबाइल बैटरी बनाने के लिए जाता है।

8. इनमें से कौन सी धातु तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस को मुक्त करती है? [RRC Group D 13/09/2022 (Afternoon)]

Correct Answer: (d) Pb
Solution:परमाणु संख्या (82), परमाणु द्रव्यमान (207.2)। गुण - कम गलनांक, ढलाई में आसान, उच्च घनत्व, कम शक्ति, निर्माण में आसान, अम्ल प्रतिरोधी। उपयोग - बैटरी, गैस सेंसर, पिगमेंट, सिरैमिक और ग्लास उद्योग। कॉपर (Cu): परमाणु संख्या (29), परमाणु भार (63), उपयोग - विद्युत उपकरण, संगीत वाद्ययंत्र, औजार आदि। पारा (Hg): परमाणु संख्या (80), परमाणु द्रव्यमान (200), उपयोग - रासायनिक उद्योग, थर्मामीटर, बैरोमीटर आदि। चांदी (Ag): परमाणु संख्या (47), परमाणु द्रव्यमान (107), उपयोग - चिकित्सा, आभूषण आदि।

9. कॉपर सल्फेट विलयन की जिंक धातु के साथ अभिक्रिया के फलस्वरूप इनमें से कौन सा जलीय विलयन बनता है? [RRC Group D 13/09/2022 (Evening)]

Correct Answer: (a) जिंक सल्फेट
Solution:₄ विलयन में डालने पर जिंक सल्फेट विलयन उत्पन्न करता है क्योंकि जिंक एक अधिक क्रियाशील धातु है जो अपने विलयन से कम क्रियाशील धातु को विस्थापित करता है। अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण, Zn + CuSO₄ → ZnSO₄ + Cu। जिंक ऑक्साइड (ZnO), यह एक अकार्बनिक यौगिक है। पानी में, ZnO एक सफेद पाउडर है जो अघुलनशील होता है।

10. रासायनिक अभिक्रिया में अवक्षेप की भौतिक अवस्था क्या होती है? [RRC Group D 13/09/2022 (Evening)]

Correct Answer: (a) ठोस
Solution:अवक्षेपण अभिक्रिया (Precipitation reaction) को एक जलीय घोल में होने वाली रासायनिक अभिक्रिया के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जहां दो आयनिक बंधन जुड़ते हैं, जिसके परिणामस्वरूप एक अघुलनशील लवण बनता है। उदाहरण - AgNO₃ (जलीय) + KCl (जलीय) -> AgCl (अवक्षेप) + KNO₃ (जलीय)।