रौलेट एक्ट और जलियांवाला बाग हत्याकांड

Total Questions: 7

1. जलियांवाला बाग हत्याकांड (13 अप्रैल, 1919) के उत्तर-प्रभाव के रूप में निम्नलिखित में से कौन-सी घटना घटित हुई? [MTS (T-I) 08 जुलाई, 2022 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) ब्रिटिश सरकार द्वारा हंटर आयोग की नियुक्ति
Solution:जलियांवाला बाग हत्याकांड (13 अप्रैल, 1919) की जांच हेतु ब्रिटिश सरकार ने हंटर आयोग का गठन किया। इस आयोग ने मार्च, 1920 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें इस दुर्घटना के लिए सरकार को दोषी नहीं बताया गया।

2. 1919 की किस कुख्यात घटना के बाद हंटर आयोग नियुक्त किया गया था? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 30 नवंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (c) जलियांवाला बाग हत्याकांड
Solution:13 अप्रैल, 1919 को जलियांवाला बाग में हुए भयानक नरसंहार के बाद ब्रिटिश सरकार ने दुर्घटना की जांच के लिए हंटर आयोग का गठन किया। हंटर आयोग का गठन 14 अक्टूबर, 1919 को किया गया था।

3. जलियांवाला बाग जनसंहार पर ....... ने अपनी पीड़ा और गुस्सा जताते हुए नाइटहुड की उपाधि वापस लौटा दी। [CHSL (T-I) 21 मार्च, 2023 (IV-पाली), CGL (T-I) 21 जुलाई, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (c) रबींद्रनाथ टैगोर
Solution:पंजाब के दो लोकप्रिय नेता डॉ. सैफुद्दीन किचलू और डॉ. सत्यपाल की गिरफ्तारी और ब्रिटिश दमन का विरोध करने के लिए 13 अप्रैल, 1919 को बैसाखी के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में एक सार्वजनिक सभा बुलाई गई थी, जहां ब्रिगेडियर जनरल रेजिनाल्ड एडवर्ड हैरी डायर (R.E.H. Dyer) ने निहत्थी शांतिपूर्ण भीड़ पर गोलियां चलवाकर लगभग सैकड़ों लोगों की हत्या कराई। इस घटना की जांच हेतु ब्रिटिश सरकार ने 'हंटर कमीशन' का गठन किया था। इसी हत्याकांड के विरोध में रबींद्रनाथ टैगोर ने ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रदान की गई 'नाइटहुड' की उपाधि लौटा दी थी।

4. निम्नलिखित में से कौन-सी घटना 1919 में घटित हुई थी? [MTS (T-I) 01 सितंबर, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) रौलेट एक्ट के विरुद्ध सत्याग्रह
Solution:रौलेट एक्ट मार्च, 1919 में लागू किया गया था, जिसके विरुद्ध गांधीजी ने 6 अप्रैल, 1919 को देशव्यापी हड़ताल का आयोजन कराया था। जलियांवाला बाग (अमृतसर) में 13 अप्रैल, 1919 को शांतिपूर्ण जनसभा में ब्रिगेडियर जनरल डायर (रेजिनाल्ड एडवर्ड हैरी डायर) ने नृशंस नरसंहार कराया था।

5. 1919 के प्रस्तावित रौलेट अधिनियम ने राजनीतिक कैदियों को बिना मुकदमे के ....... के लिए हिरासत में रखने की अनुमति दी। [CGL (T-I) 02 दिसंबर, 2022 (II-पाली)]

Correct Answer: (a) दो वर्ष
Solution:वर्ष 1919 में पारित रौलेट विधेयक में राजनैतिक कैदियों को बिना मुकदमे के दो वर्ष तक के लिए हिरासत में रखने की अनुमति दी गई थी। 19 मार्च, 1919 को रौलेट अधिनियम लागू हुआ था। इस अधिनियम के अनुसार, किसी संदेहास्पद व्यक्ति को बिना मुकदमा चलाए गिरफ्तार किया जा सकता था; परंतु उसके विरुद्ध न कोई वकील, न ही कोई अपील और न कोई दलील किया जा सकता था। इस अधिनियम को 'काला कानून' भी कहा जाता है।

6. निम्नलिखित में से किसने ब्रिटिश भारतीय सरकार को राजनीतिक गतिविधियों को दबाने के लिए अत्यधिक शक्तियां प्रदान की और राजनीतिक कैदियों को बिना किसी मुकदमे के दो साल तक हिरासत में रखने की अनुमति दी? [दिल्ली पुलिस कांस्टेबिल 14 नवंबर, 2023 (II-पाली) न]

Correct Answer: (c) रौलेट एक्ट
Solution:वर्ष 1919 में पारित रौलेट विधेयक में राजनैतिक कैदियों को बिना मुकदमे के दो वर्ष तक के लिए हिरासत में रखने की अनुमति दी गई थी। 19 मार्च, 1919 को रौलेट अधिनियम लागू हुआ था। इस अधिनियम के अनुसार, किसी संदेहास्पद व्यक्ति को बिना मुकदमा चलाए गिरफ्तार किया जा सकता था; परंतु उसके विरुद्ध न कोई वकील, न ही कोई अपील और न कोई दलील किया जा सकता था। इस अधिनियम को 'काला कानून' भी कहा जाता है।

7. किस ब्रिटिश अधिकारी के 'गोली चलाने' के आदेश के परिणामस्वरूप जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था? [MTS (T-I) 09 मई, 2023 (II-पाली)]

Correct Answer: (d) रेजिनाल्ड डायर
Solution:13 अप्रैल, 1919 को बैसाखी के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में एक सार्वजनिक सभा बुलाई गई थी, जहां ब्रिगेडियर- जनरल रेजिनाल्ड एडवर्ड हैरी डायर ने निहत्थी शांतिपूर्ण भीड़ पर गोलियां चलवाकर लगभग 1,000 लोगों (हंटर कमीशन के अनुसार, 379) की हत्या कराई।